अर्शदीप सिंह ने इतिहास रचा पहला भारतीय जो पुरुष टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने

अर्शदीप सिंह ने इतिहास रचा पहला भारतीय जो पुरुष टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने

प्रेषित समय :21:33:15 PM / Sat, Sep 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट में एक ऐतिहासिक दिन आया है जब बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने पुरुष टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 विकेटों का आंकड़ा पार कर पहली बार किसी भारतीय गेंदबाज का नाम इतिहास में दर्ज करवा दिया. 26 वर्षीय अर्शदीप ने यह उपलब्धि एशिया कप 2025 के अपने पहले ग्रुप स्टेज मैच में ओमान के खिलाफ शुक्रवार को हासिल की. यह मील का पत्थर उनके 64वें टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में आया, जब उन्होंने अंतिम ओवर में ओमान के विनायक शुक्ला को आउट किया.

अर्शदीप का यह रिकॉर्ड न केवल व्यक्तिगत करियर का महत्वपूर्ण पल है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी गर्व का क्षण है. उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी, नियंत्रण और रणनीति के माध्यम से टीम को मजबूती प्रदान की. भारतीय टीम के कोच और कप्तान ने अर्शदीप की उपलब्धि को टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान बताया और कहा कि युवा गेंदबाजों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत होगा.

इस रिकॉर्ड-ब्रेकिंग मैच में भारत ने ओमान के खिलाफ 21 रन की रोमांचक जीत दर्ज की. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 8 विकेट पर 188 रन बनाए. इस स्कोर के पीछे सबसे बड़ा योगदान संजू सैमसन का रहा, जिन्होंने 45 गेंदों में नाबाद 56 रन बनाए. इसके अलावा अभिषेक शर्मा, अक्षर पटेल और तिलक वर्मा ने भी टीम के स्कोर को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई.

ओमान की टीम ने अच्छी कोशिश की और 167/8 रन बनाए, लेकिन भारत की रणनीति और गेंदबाजी ने उन्हें जीत से दूर रखा. इस जीत के साथ ही भारत ने एशिया कप में लगातार तीसरी जीत दर्ज की, जिससे उनकी स्थिति सुपर फोर स्टेज में मजबूत हो गई. टीम के कप्तान ने खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि सभी ने मिलकर रणनीति के अनुसार प्रदर्शन किया और इसी वजह से टीम ने जीत हासिल की.

अर्शदीप की यह उपलब्धि उन्हें विश्व के 25 ऐसे गेंदबाजों के विशेष क्लब में शामिल कर देती है जिन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 से अधिक विकेट लिए हैं. वे न केवल पहले भारतीय हैं, बल्कि दुनिया के सबसे तेज़ तेज गेंदबाज भी हैं जिन्होंने यह रिकॉर्ड केवल 64 मैचों में हासिल किया.

इस सूची में अर्शदीप से पहले शीर्ष खिलाड़ी हैं: अफगानिस्तान के राशिद खान जिन्होंने 53 मैचों में, नेपाल के संदीप लामिछाने ने 54 मैचों में और श्रीलंका के वानिंदु हासरंगा ने 63 मैचों में यह मुकाम हासिल किया. अर्शदीप ने अपने करियर में निरंतर प्रदर्शन करते हुए विशेषकर पावरप्ले और डेथ ओवरों में अपने टीम के लिए कई मैच जीतने वाले ओवर फेंके हैं. उनका टी20 अंतरराष्ट्रीय में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2024 टी20 विश्व कप में अमेरिका के खिलाफ 4/9 का रहा.

अर्शदीप की उपलब्धि ने भारतीय क्रिकेट के आंकड़ों में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. इससे पहले, भारत का सर्वाधिक टी20 विकेट लेने वाला गेंदबाज युजवेंद्र चहल 96 विकेटों के साथ सबसे आगे था, जिसे अब हार्दिक पंड्या ने भी मैच किया है. अर्शदीप ने जुलाई 2022 में पदार्पण करने के बाद से लगातार अपनी गेंदबाजी से टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण विकेट चटकाए हैं और अपनी प्रभावशाली गति और नियंत्रण से विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें बढ़ाईं.

विशेषज्ञों का मानना है कि अर्शदीप सिंह की यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए आने वाले समय में नए युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगी. उन्होंने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. उनके तेज गेंदबाजी के अलावा आत्मविश्वास, संयम और मैदान पर निर्णय क्षमता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया.

पूर्व क्रिकेटरों और विश्लेषकों का कहना है कि अर्शदीप ने जिस तरह से दबाव के समय मैच में प्रदर्शन किया, वह किसी भी खिलाड़ी के लिए प्रेरणादायक है. उनका कहना है कि टी20 क्रिकेट में तेज गेंदबाजों की अहम भूमिका होती है और अर्शदीप ने इसे बखूबी निभाया है. टीम के वरिष्ठ सदस्य भी अर्शदीप की तारीफ करते हुए कहते हैं कि उन्होंने किसी भी समय मैच का रुख बदलने की क्षमता दिखाई है.

फैन्स और क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह खबर उत्साहजनक है. सोशल मीडिया पर उनके फैंस ने अर्शदीप की उपलब्धि की जमकर सराहना की और उन्हें बधाई संदेश भेजे. युवा खिलाड़ियों के लिए यह संदेश भी है कि लगातार मेहनत और सही रणनीति से किसी भी खिलाड़ी के लिए विश्वस्तरीय मुकाम हासिल करना संभव है.

टीम इंडिया के कोच और कप्तान ने कहा कि अर्शदीप की यह उपलब्धि टीम की जीत का एक बड़ा हिस्सा है. उन्होंने सभी खिलाड़ियों की टीम भावना और समर्पण की भी प्रशंसा की. भारत के क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी कहा कि अर्शदीप की तेज गेंदबाजी ने विपक्षी टीमों को हमेशा दबाव में रखा और टीम इंडिया के लिए निर्णायक भूमिका निभाई.

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ ही अर्शदीप सिंह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्थायी रूप से दर्ज हो गए हैं. उनके करियर में यह सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का क्षण भी है. विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में अर्शदीप और भी कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं और भारतीय क्रिकेट की नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने में योगदान देंगे.

टी20 प्रारूप में अर्शदीप की यह उपलब्धि यह दर्शाती है कि युवा खिलाड़ियों की मेहनत और प्रतिबद्धता किसी भी स्तर पर उन्हें सफलता दिला सकती है. उनकी तेज गेंदबाजी, मैच के दबाव में शांत रहने की क्षमता और निरंतर सुधार की मानसिकता उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है.

इस उपलब्धि के बाद अर्शदीप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह मेरे करियर का सबसे गर्व का क्षण है और मैं इसे अपने परिवार, कोच और टीम के साथ साझा करना चाहता हूं. उन्होंने यह भी कहा कि वह आगे भी अपनी टीम के लिए मेहनत करते रहेंगे और नई उपलब्धियां हासिल करेंगे.

अर्शदीप सिंह की यह उपलब्धि न केवल क्रिकेट के रिकॉर्ड की सूची में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण भी है कि किस तरह समर्पण, मेहनत और टीम भावना के साथ किसी खिलाड़ी को विश्वस्तरीय मुकाम तक पहुंचाया जा सकता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-