धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के बाद तनाव और पत्थरबाजी

धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के बाद तनाव और पत्थरबाजी

प्रेषित समय :21:37:58 PM / Sat, Sep 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अहमदाबाद. वडोदरा की पुरानी नगरी में शुक्रवार की रात एक विवादित एआई-जनित सोशल मीडिया पोस्ट के वायरल होने के बाद तनाव फैल गया. यह पोस्ट धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को लक्षित कर रही थी, जिसके कारण स्थानीय निवासी भड़क उठे और बड़ी संख्या में जमा होकर पत्थरबाजी करने लगे. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की और लगभग 50 लोगों को हिरासत में लिया.

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पुरानी नगरी में अचानक तनाव बढ़ गया, जब पोस्ट के वायरल होने के बाद लोगों की बड़ी भीड़ जमा हो गई. स्थिति इतनी संवेदनशील हो गई कि लोग आपस में भिड़ गए और पत्थरबाजी करने लगे. भीड़ की नाराजगी को देखते हुए पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को बिगड़ने से रोकने का प्रयास किया.

इस हिंसक घटनाक्रम के दौरान वडोदरा सिटी पुलिस स्टेशन भी विवाद का केंद्र बन गया, जहां भीड़ ने पोस्ट के जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. भारी पुलिस बल, बैरिकेड और गाड़ियां तैनात कर भीड़ को नियंत्रित किया गया. पुलिस ने स्थिति को शांत करने और कानून का पालन सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए.

क्राइम ब्रांच ने पुलिस स्टेशन से पत्थरबाजी में शामिल लगभग 50 संदिग्धों को हिरासत में लिया. पुलिस ने उनके खिलाफ सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने और दंगे के मामलों में मुकदमा दर्ज किया. अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए गए, जिसमें पुलिसकर्मी विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किए गए और जूनागढ़ी क्षेत्र में पैट्रोलिंग की गई.

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त लीना पाटिल ने बताया कि पुरानी नगरी में हुई इस घटना ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई. उन्होंने कहा कि इस मामले में स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और भीड़ को शांत कर दिया. उन्होंने कहा कि अब स्थिति नियंत्रित हो चुकी है और शांति बहाल कर दी गई है. पुलिसकर्मी अभी भी विभिन्न क्षेत्रों में तैनात हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.

डीसीपी एंड्रयू मैकइवान ने कहा कि वायरल वीडियो ने अशांति को बढ़ावा दिया और पुलिस ने पूरे शहर में संभावित घटनाओं को रोकने के लिए सघन जांच और पेट्रोलिंग अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि वायरल पोस्ट और दंगा जैसी घटनाओं में कानूनी कार्रवाई की जा रही है और अब तक 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है. डीसीपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस पूरी गंभीरता के साथ किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.

स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की, लेकिन कई लोगों ने सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ कड़े नियमों और जवाबदेही की मांग की. इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहें और संवेदनशील सामग्री समुदायों के बीच तुरंत तनाव पैदा कर सकती है.

पुलिस अधिकारियों ने जनता से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर दंगे भड़काने का आरोप है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कानून के तहत सजा दी जाएगी.

विशेषज्ञों का मानना है कि एआई-जनित सामग्री और सोशल मीडिया की वायरल प्रकृति ने हाल के वर्षों में साम्प्रदायिक तनाव को और बढ़ा दिया है. तकनीकी प्लेटफॉर्म्स द्वारा पोस्ट की मॉनिटरिंग और संवेदनशील सामग्री पर नियंत्रण न होने के कारण अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं, जो स्थानीय समुदायों के बीच हिंसक झड़पों में बदल जाते हैं.

इस प्रकार की घटनाएं न केवल स्थानीय स्तर पर तनाव पैदा करती हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सामाजिक और राजनीतिक चिंता का विषय बन जाती हैं. वडोदरा पुलिस की तत्परता ने बड़ी घटना को रोकने में मदद की, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि सामाजिक मीडिया पर फैलने वाले विवादास्पद पोस्ट कितने खतरनाक साबित हो सकते हैं.

स्थानीय प्रशासन ने कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस और नागरिक दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. पुलिस ने नागरिकों से सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी विवादास्पद पोस्ट को फैलाने या प्रतिक्रिया देने से पहले अधिकारियों से संपर्क करें.

पुलिस के अनुसार, वडोदरा की पुरानी नगरी में हुई यह घटना एक चेतावनी है कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक और धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली सामग्री की गंभीरता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इसके लिए प्रशासन, तकनीकी प्लेटफॉर्म्स और नागरिकों को मिलकर प्रयास करना होगा.

वडोदरा पुलिस ने यह भी कहा कि जांच अभी जारी है और सभी आरोपियों की पहचान कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. शहर में शांति बहाल है, लेकिन पुलिस लगातार संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रही है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से पहले ही निपटा जा सके.

स्थानीय नागरिकों ने कहा कि सोशल मीडिया पर एआई और वायरल पोस्ट की तेजी से फैलने वाली क्षमता ने समाज में नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं. लोग अब अधिक सतर्क और जिम्मेदार होने की जरूरत है. पुलिस और प्रशासन का सहयोग इस मामले में महत्वपूर्ण साबित हुआ, लेकिन सामाजिक जिम्मेदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है.

वडोदरा के नागरिकों और प्रशासन के बीच विश्वास और सहयोग बनाए रखना आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने और शांति बनाए रखने में सफलता मिल सके. पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सभी आरोपी, चाहे वे सोशल मीडिया पोस्ट के लेखक हों या हिंसा में शामिल लोग, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

शहर में अभी भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है और सार्वजनिक स्थलों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक तनाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वडोदरा में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-