अमित शाह ने कहा भारत अगले तीन साल में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में शीर्ष 10 देशों में होगा

अमित शाह ने कहा भारत अगले तीन साल में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में शीर्ष 10 देशों में होगा

प्रेषित समय :19:02:17 PM / Tue, Sep 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि पिछले एक दशक में भारत की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (Global Innovation Index, GII) में रैंकिंग में भारी सुधार हुआ है. दस साल पहले भारत 91वें स्थान पर था, जो अब बढ़कर 38वें स्थान पर पहुंच चुका है. उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि अगले तीन वर्षों में भारत इस सूची में शीर्ष 10 देशों में शामिल होगा.

इस अवसर पर गृह मंत्री ने स्टार्टअप इंडिया अभियान को भी विशेष रूप से सराहा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किए गए इस अभियान ने युवा वर्ग को नौकरी खोजने से नौकरी देने वाले बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. आज भारत तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है, और इसके माध्यम से देश के युवाओं को न केवल रोजगार मिल रहा है बल्कि वे खुद नौकरी देने वाले उद्यमी के रूप में उभर रहे हैं.

भारत की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में प्रगति

अमित शाह ने कहा कि पिछले दस वर्षों में भारत ने अनुसंधान और विकास (R&D), तकनीकी नवाचार, स्टार्टअप इकोसिस्टम, डिजिटल टेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा (Intellectual Property) क्षेत्रों में तेजी से सुधार किया है. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 91वें स्थान से 38वें स्थान तक की प्रगति भारत की नवाचार क्षमता और तकनीकी सक्षमता को दर्शाती है.

उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने स्टार्टअप, हेकाथॉन, इनक्यूबेटर्स और एक्सेलेरेटर्स के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा दिया है. इसके अलावा, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, और उद्योग 4.0 जैसी पहलें भी इस सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.

गृह मंत्री ने कहा, “हमारी सरकार ने नवाचार को सिर्फ एक लक्ष्य नहीं बल्कि राष्ट्रीय दृष्टि का हिस्सा बनाया है. अगले तीन साल में भारत शीर्ष 10 देशों में शामिल होगा, और इसका लाभ न केवल युवा वर्ग को मिलेगा बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को भी मिलेगा.”

स्टार्टअप इंडिया अभियान और युवा सशक्तिकरण

स्टार्टअप इंडिया अभियान को 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था. इसका उद्देश्य था उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देना, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें और वे आत्मनिर्भर उद्यमी बन सकें. अमित शाह ने कहा कि इस अभियान के तहत भारत ने विश्व के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम का निर्माण किया है.

उन्होंने बताया कि स्टार्टअप इंडिया ने:

  • नवाचार और तकनीकी उत्पादों को प्रोत्साहन दिया है.

  • युवाओं को नौकरी खोजने से नौकरी देने वाले में बदलने में मदद की है.

  • वित्तीय सहायता, टैक्स छूट और आसान पंजीकरण जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई हैं.

  • छोटे और मध्यम व्यवसायों (MSMEs) को डिजिटल और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने योग्य बनाया है.

नवाचार के क्षेत्र और तकनीकी उपलब्धियाँ

अमित शाह ने कहा कि भारत की इनोवेशन रैंकिंग में सुधार का मुख्य कारण तकनीकी नवाचार और डिजिटल टेक्नोलॉजी में निवेश है. उन्होंने कहा कि भारत अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, फिनटेक और बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है.

इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (NDHM), स्मार्ट सिटीज मिशन और डिजिटल पेमेंट्स इकोसिस्टम जैसे प्रोजेक्ट्स का उल्लेख किया, जो नवाचार के क्षेत्र में भारत को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित करने में सहायक हैं.

गृह मंत्री ने यह भी कहा कि भारत की युवा आबादी और तकनीकी शिक्षा इन नवाचार पहलों के सफल क्रियान्वयन में सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया कि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी स्टार्टअप बनाएं और देश के आर्थिक विकास में योगदान दें.

वैश्विक प्रतिस्पर्धा और भारत की स्थिति

अमित शाह ने भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में शीर्ष 10 में आने के लिए भारत ने नीति सुधार, डिजिटल बुनियादी ढांचा और अनुसंधान संस्थानों के बीच सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया है.

उन्होंने उल्लेख किया कि भारत के स्टार्टअप अब अमेरिका, चीन, इज़राइल और यूरोप जैसे देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. इसके अलावा, भारत में विकसित बायोटेक्नोलॉजी, हेल्थटेक और एडटेक स्टार्टअप्स वैश्विक निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं.

स्टार्टअप और रोजगार सृजन

अमित शाह ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया अभियान केवल व्यवसाय शुरू करने का अवसर नहीं देता, बल्कि यह नौकरी सृजन और रोजगार वृद्धि का भी महत्वपूर्ण माध्यम है. उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में देश में हजारों स्टार्टअप्स ने लाखों युवाओं को रोजगार दिया है और उन्हें स्वावलंबी बनने का अवसर प्रदान किया है.

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स ने गांवों और छोटे शहरों में भी रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी लाभ हुआ है.

सरकार की भविष्य की योजनाएँ

गृह मंत्री ने कहा कि भारत अगले तीन वर्षों में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में शीर्ष 10 में शामिल होने के लिए कई नई योजनाओं पर काम कर रहा है. इसमें शामिल हैं:

  • स्टार्टअप्स के लिए वित्तीय और तकनीकी सहयोग बढ़ाना

  • अनुसंधान और विकास (R&D) के लिए अधिक निवेश

  • डिजिटल और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना

  • वैश्विक निवेशकों और उद्यमियों के साथ सहयोग

  • स्थानीय नवाचार और उद्यमिता को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना

अमित शाह ने यह भी कहा कि सरकार AI, IoT, फिनटेक, बायोटेक और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में नवाचार को प्राथमिकता दे रही है.

निष्कर्ष

अमित शाह के अनुसार, भारत ने पिछले एक दशक में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 91वें स्थान से 38वें स्थान तक का उल्लेखनीय सुधार किया है. स्टार्टअप इंडिया अभियान ने युवाओं को नौकरी खोजने से नौकरी देने वाले उद्यमी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि अगले तीन वर्षों में भारत शीर्ष 10 देशों में शामिल होगा, और इसके लिए सरकार लगातार नई नीतियाँ और पहलें लागू कर रही है. यह न केवल युवा सशक्तिकरण में योगदान देगा, बल्कि भारत की वैश्विक आर्थिक और तकनीकी स्थिति को भी मजबूत करेगा.

अमित शाह ने युवाओं से अपील की कि वे नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में सक्रिय रहें और देश को वैश्विक नवाचार के मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाने में योगदान दें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-