एमपी: मणप्पुरम फाइनेंस कंपनी के सेफ से गायब हो गया ग्राहकों का गिरवी रखा करोड़ों का सोना

एमपी: मणप्पुरम फाइनेंस कंपनी के सेफ से गायब हो गया ग्राहकों का गिरवी रखा करोड़ों का सोना

प्रेषित समय :19:31:29 PM / Fri, Sep 26th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

ग्वालियर. मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड की डबरा (ग्वालियर) शाखा में बड़ा गोल्ड घोटाला सामने आया है. कंपनी की आंतरिक ऑडिट में खुलासा हुआ कि 26 ग्राहकों का करीब 4 किलो 380 ग्राम असली सोना नकली सोने से बदल दिया गया. घोटाले की कुल राशि लगभग 4.5 करोड़ आंकी गई है.

घोटाला उस समय सामने आया जब ग्राहक रामवीर करन पत्नी के जेवर लेने पहुंचे. उन्होंने बताया कि ढाई लाख रुपये लोन के लिए जेवर गिरवी रखे थे, लेकिन जब पैकेट खोला गया तो उसमें नकली गहने निकले. इसके बाद शाखा के 8 लॉकरों की जांच की गई, जिनमें से 26 पैकेट फर्जी पाए गए. मामला गंभीर होते ही कंपनी के एरिया मैनेजर और विजिलेंस अधिकारी मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ प्रबंधन को रिपोर्ट दी.

सीसीटीवी के फुटेज की जांच

मणप्पुरम फाइनेंस के दफ्तर में सीसीटीवी लगे हैं. पुलिस का कहना है कैमरे के फुटेज से गहनों के हेरफेर की कहानी खुल सकती है हालांकि अभी तक कंपनी ने फुटेज नहीं दिए हैं. असली सोना बदलकर नकली गहने रखने में कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है. मामले की जांच की जा रही है.- जयराज कुबेर, एएसपी देहात

मैनेजर और डिप्टी मैनेजर के पास रहती है चाबी

कंपनी के एरिया मैनेजर दिव्य रंजन मोहंती ने पुलिस को बताया ऑडिट में सेफ में रखे सोने के गहनों को परखा जाता है. इसके लिए गहनों पर केमिकल डालकर उन्हें कसौटी पर घिसकर देखा जाता है. उसमें 4 किलो 3187 ग्राम वजनी सोने के गहने नकली निकले. पुलिस का कहना है सेफ की दो चाबियां हैं. एक चाबी ब्रांच मैनेजर चंद्रभान और दूसरी चाबी सहायक मैनेजर विकास शर्मा के पास रहती है. इन दोनों की जानकारी के बिना सेफ को खोला नहीं जा सकता. ग्राहक से लिया गया सोना ब्रांच में पदस्थ श्रोती गुप्ता, रोहित गुप्ता और रामनरेश रखने और निकालते हैं. लेकिन कंपनी की अंदरुनी पूछताछ में यह लोग सोना बदलने की बात से इंकार कर रहे हैं.

तिजोरी आखिर कैसे खुली

सोने के बदले कर्ज लेने वालों का असली सोना बदलने का खेल डबरा थाने के ठीक सामने मणापुरम फाइनेंस कंपनी में चला. फाइनेंस कंपनी के ऑडिटर जितेन्द्र कुमार ने ऑडिट किया था. इसमें हिसाब किताब के साथ सेफ (तिजोरी) को खोलकर उसमें रखे सोने को चेक किया तब पता चला कि 18 पैकेट और आठ पेटियों में रखा सोने के असली गहनों की जगह आर्टिफिशियल (नकली) गहने रखे हैं. फर्जीवाड़ा सामने आने पर कंपनी में खलबली मच गई.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-