छतरपुर. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बिजावर नगर में शनिवार 4 अक्टूबर की सुबह राजा तालाब की सफाई के दौरान सैकड़ों असली मतदाता परिचय पत्र पानी में मिले हैं. बताया जा रहा है कि ये सभी मतदाता परिचय पत्र वार्ड नंबर 15 के हैं. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी गई है.
बताया जाता है कि सफाईकर्मी जब राजा तालाब की सफाई कर रहे थे, तभी पानी में एक बैग तैरता हुआ दिखाई दिया. बैग को बाहर निकाला गया तो उसमें सैकड़ों ओरिजिनल वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए. मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत इसकी सूचना नगर परिषद और प्रशासनिक अधिकारियों को दी. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, बैग में करीब 400 से 500 वोटर आईडी कार्ड थे, जिनमें मेरे बेटे का कार्ड भी शामिल है. वहीं मतदाता रितेश अग्निहोत्री ने कहा, ये सभी कार्ड वार्ड नंबर 15 के हैं और पूरी तरह असली हैं.
अब तक नागरिकों को नहीं बांटे गए ये कार्ड
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ये वही वोटर कार्ड हैं, जो अब तक नागरिकों को बांटे नहीं गए थे. इससे बड़ा सवाल उठ रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में वोटर कार्ड तालाब में कैसे पहुंचे और इन्हें किसने फेंका? प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है और संबंधित बीएलओ से पूछताछ की जाएगी. जांच पूरी होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
निष्पक्ष जांच हो : कांग्रेस
मामले को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष एवं संभागीय प्रवक्ता दीप्ति पांडे ने कहा,बिजावर की यह तस्वीर राहुल गांधी की वोट चोर गद्दी छोड़ मुहिम को साफ तौर पर दर्शा रही है. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष गगन यादव ने कहा, छतरपुर जिला भी अब वोट चोरी की घटनाओं से अछूता नहीं रहा. बिजावर विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों वोटर कार्ड तालाब में मिले हैं. जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग को तत्काल जांच कर स्पष्ट करना चाहिए कि ये कार्ड कहां से आए और किसने फेंके. अगर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन करेगी.
सपा ने कहा- फर्जी वोट को नष्ट किया जा रहा
इधर, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा मैं चुनाव आयोग से पूछना चाहता हूं वोटर आईडी तालाब में क्या कर रही है? वहां क्यों फेंकी गई? क्या मध्य प्रदेश में भी वोट चोरी की गई है? बिजावर विधानसभा में क्या बेईमानी की गई है? कलेक्टर से लेकर बीएलओ तक को इसका जवाब देना चाहिए. इसका जवाब मध्य प्रदेश और भारत चुनाव आयोग को देना चाहिए क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में भ्रष्ट सरकार में और भ्रष्ट चुनाव आयोग बन चुका है यह अपनी जिम्मेदारी से काम नहीं कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि आप बताइए यह वोटर आईडी कहां से आई, 500 से 600 वोटर आईडी कार्ड है. यह लोगों को वोटर आईडी वोट डालने के लिए नहीं दी गई क्या? फर्जी वोट बनाई गई अब इनको नष्ट किया जा रहा है. यह सभी सवाल चुनाव आयोग पर शंका का घेरा खड़ा करते हैं. चुनाव आयोग इसको स्पष्ट करें, समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश इसकी मांग करती है इसमें जो भी दोषी अधिकारी है उन पर कार्रवाई होना चाहिए.

