मुंबई. मुंबई की परिवहन प्रणाली को एक बड़ा तोहफा मिला है, क्योंकि कमीशनर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) ने मेट्रो लाइन 3 फेज 2बी को यात्रियों के लिए संचालन की अनुमति दे दी है. अब 9 अक्टूबर से मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRC) पूरे मार्ग को आरई जेवीएलआर से कफ परेड तक चला रही है, जिससे शहर और उपनगरों में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह एक निर्बाध उत्तर-दक्षिण भूमिगत सेवा बन गई है.
नई समय सारिणी को इस तरह तैयार किया गया है कि सुबह जल्दी और शाम देर तक यात्रा करने वाले दोनों तरह के यात्रियों को सुविधा हो. पहली ट्रेनें दोनों टर्मिनल स्टेशनों (आरई जेवीएलआर और कफ परेड) से सुबह 5:55 बजे रवाना होंगी, जो यात्रियों को पहले से पहले की तुलना में जल्दी शुरुआत करने का अवसर देती हैं. वहीं, आखिरी सेवा रात 10:30 बजे रवाना होगी और 11:25 बजे टर्मिनल स्टेशन पर समाप्त होगी, जिससे शहर में रात देर तक यात्रा करने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी.
इस नई समय सारिणी के साथ पहले के शेड्यूल में बदलाव किया गया है. पहले रिपोर्टों के अनुसार, पहली सेवा आमतौर पर सुबह 6:30 बजे शुरू होती थी, लेकिन 15 सितंबर से इसे 5:55 बजे करने का निर्णय लिया गया ताकि सुबह के यात्रियों पर दबाव कम किया जा सके और भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.
फेज 2बी के इस अंतिम चरण के जुड़ने के साथ ही आक्वा लाइन (मेट्रो 3) मुंबई की पहली पूरी तरह भूमिगत मेट्रो लाइन बन गई है. यह लाइन लगभग 33.5 किलोमीटर लंबी है और आरई से कफ परेड तक 27 स्टेशनों पर सेवा प्रदान करती है. इस अंतिम खंड में वर्ली से कफ परेड तक के हिस्से में महत्वपूर्ण स्टॉप्स जैसे मुंबई सेंट्रल, CSMT मेट्रो, चर्चगेट और विधान भवन शामिल हैं, जो साउथ मुंबई में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे.
नवीनतम समय सारिणी और पूरा मार्ग चालू होने के साथ अधिकारियों का मानना है कि यात्रियों का समय काफी कम होगा. कफ परेड से आरई तक की यात्रा का समय पहले की तुलना में केवल 54 मिनट में पूरा हो जाएगा. इससे न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि मुंबई के यातायात जाम पर भी असर पड़ेगा.
फेज 2बी के उद्घाटन का समय 8 अक्टूबर रखा गया है, जो नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन के साथ ही मेल खाता है. यह दिन मुंबई के परिवहन इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. उद्घाटन के दिन और उसके बाद से, पूरे मार्ग की दैनिक सेवा सुबह जल्दी से रात देर तक चलेगी, जिससे यात्री पूरे शहर में तेज़ और सुविधाजनक यात्रा का लाभ उठा सकेंगे.
MMRC के अधिकारियों का कहना है कि इस चरण के शुरू होने के बाद, उपनगरीय सड़कों और ट्रेनों पर निर्भरता कम होगी और यात्रियों को अपनी यात्रा योजना में अधिक लचीलापन मिलेगा. यह विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा जो रोज़ाना लंबे समय तक काम के लिए यात्रा करते हैं.
पहले के अनुभवों के आधार पर, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि नई सुविधाओं और समय सारिणी के कारण मेट्रो की भीड़ नियंत्रित होगी. इसके अलावा, इस भूमिगत मेट्रो लाइन से शहर की सतही सड़क यातायात में कमी आने की संभावना है. MMRC ने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, जैसे वातानुकूलित डिब्बे, सुरक्षित टिकटिंग सिस्टम और आसान पहुंच वाले स्टेशन.
आक्वा लाइन की पूरी लंबाई 33.5 किलोमीटर है और यह 27 स्टेशनों को जोड़ती है. इसमें आरई जेवीएलआर से लेकर वर्ली और कफ परेड तक के स्टेशनों में कई व्यस्त और महत्वपूर्ण पड़ाव शामिल हैं. CSMT मेट्रो और चर्चगेट जैसे स्टॉप्स साउथ मुंबई के मुख्य व्यस्त क्षेत्रों से होकर गुजरते हैं, जिससे व्यापारिक और आवासीय इलाकों के बीच कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी.
इस परियोजना का उद्देश्य केवल तेजी से यात्रा उपलब्ध कराना ही नहीं है, बल्कि मुंबई में शहरी गतिशीलता को बेहतर बनाना भी है. नए चरण के शुरू होने से मुंबई में उत्तर-दक्षिण यात्रा के समय को काफी कम किया जा सकेगा. अब यात्रियों को लंबे समय तक ट्रैफिक जाम या सतही सड़क पर देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई सुविधा से शहर की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा. लोगों का समय बचेगा, यात्रा का अनुभव बेहतर होगा और पर्यावरण पर भी दबाव कम होगा क्योंकि भूमिगत मेट्रो सड़कों पर निजी वाहनों की निर्भरता घटाएगी.
इस पूरी योजना के साथ, मुंबई मेट्रो लाइन 3 अब पूरे शहर और उपनगरों को जोड़ने वाली पहली पूरी तरह भूमिगत मेट्रो बन गई है. इससे न केवल रोज़मर्रा के यात्री लाभान्वित होंगे, बल्कि शहर का ट्रैफिक मैनेजमेंट भी बेहतर होगा. अधिकारियों का कहना है कि आगामी महीनों में यात्रियों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर सेवा को और बेहतर बनाया जाएगा.
इसके साथ ही मुंबई की मेट्रो प्रणाली एक नई ऊँचाई पर पहुंच रही है, जहां पूरी लाइन 24 घंटे तक की सुविधा नहीं देती, लेकिन सुबह जल्दी से रात देर तक संचालन होने से अधिकतम यात्रियों की यात्रा की जरूरतें पूरी होंगी. MMRC ने यात्रियों से अपील की है कि वे नई समय सारिणी के अनुसार योजना बनाएं और भूमिगत मेट्रो सेवा का अधिकतम लाभ उठाएं.
इस प्रकार मुंबई मेट्रो लाइन 3 का पूरा परिचालन 9 अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जो शहर की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव साबित होगा. यात्रियों के लिए अब Aarey से लेकर Cuffe Parade तक की यात्रा तेज़, सुविधाजनक और कम समय में पूरी की जा सकेगी, जिससे मुंबई की जीवनशैली और गतिशीलता में सुधार होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

