पटना. बिहार के औरंगाबाद में दर्दनाक हादसा हुआ है. यहां सोन नदी में एक नाव पलट गई, जिसके चलते दो लड़कियों की डूबने से मौत हो गई, जबकि 4 लोग अभी भी लापता है. वहीं नाव में सवार अन्य 11 लोगों ने तैरकर अपनी जान बचा ली. नाव में सवार सभी लोग मजदूरी का काम करते है और घटना के समय काम पर जा रहे थे. नाव में क्षमता से अधिक लोग बैठाने की वजह से वो ओवरलोड हो गई और बीच रास्ते में पलट गई.
यह हादसा बड़ेम थाना स्थित नवीनगर ब्लॉक के रघुनाथपुर बालू घाट के पास हुआ है. सोन नदी डीला पर आलू बुआई का काम चल रहा था और यह सभी मजदूर वहीं जा रहे थे और रास्ते में हादसे का शिकार हो गए. इस दुर्घटना में बड़ेम गांव की दो लड़कियों की मौत गई. मृतकों की पहचान शमीम अंसारी की बेटा तमन्ना (20) और योगेंद्र राय की बेटी काजल (21) के तौर पर की गई है. वहीं नाव में सवार दो लड़कियां और दो महिलाएं अभी भी लापता है.
तीन टीमें कर रही लापता लोगों की तलाश
लापता लोगों में बड़ेम निवासी नरेश चौधरी की बेटी सोनी कुमारी (21), सुरेंद्र चौरसिया की बेटी मंजू कुमारी (20), संजय चौधरी की पत्नी रंजीता देवी (35), चितरंजन पासवान की पत्नी सबिता देवी (30) शामिल है. इन लापता लोगों के झाडिय़ों में फंसे होने या आगे किसी स्थान तक बह के जाने की संभावना जताई जा रही है. घटना के तुरंत बाद पुलिस और सुरक्षा दलों को मामले की जानकारी दी गई. हृष्ठक्रस्न और स्ष्ठक्रस्न की तीन टीमों ने मौके पर पहुंच लापता लोगों की तलाश शुरु कर दी.
बॉडी तो मिले- लापता लड़की के पिता
दुर्घटना की खबर सामने आने के बाद से ही घटनास्थल पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. जिन लोगों के परिवार के सदस्य लापता है उनकी रो रो कर हालत खराब हो गई है. लापता सोनी कुमारी के पिता ने कहा कि, हम घटना की सूचना मिलते ही यहां पहुंच गए. उन्होंने आगे कहा, हम गरीब लोग है हम सरकार से क्या मांग सकते है. कोई हमारी सुनने वाला नहीं है, हमारी बेटी नहीं मिल रही है, कम से कम उसकी बॉडी तो मिलनी चाहिए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

