जबलपुर में साइबर फ्रॉड का नया तरीका, डाक्टर के अपाइंटमेंट के नाम पर 2.55 लाख रुपए की ठगी, पत्नी का इलाज कराने सर्च किया था नम्बर

जबलपुर में साइबर फ्रॉड का नया तरीका, डाक्टर के अपाइंटमेंट के नाम पर 2.55 लाख रुपए की ठगी, पत्नी का इलाज कराने सर्च किया था नम्बर

प्रेषित समय :15:42:33 PM / Sun, Oct 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. एमपी के जबलपुर में साइबर फ्रॉड का अनोखा तरीका सामने आया है, यहां पर साइबर ठगों ने डॉक्टर का झांसा देकर 2.55 लाख रुपए की ठगी की. सुधीर नायक ने 4 अक्टूबर को पत्नी के इलाज के लिए बेस्ट न्यूरो सर्जन का नंबर कॉल किया. कॉल पर उन्हें लिंक और एपीके फाइल भेजी गई.  जिस पर क्लिक करने के बाद उनका मोबाइल और बैंक खाता हैक हो गया. 6 अक्टूबर को चंद घंटों में कई ट्रांजैक्शन हुए और 7 अक्टूबर को केवल 1 रुपए निकाला गया. पीडि़त ने 11 अक्टूबर को साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. यह ठगी पुलिस और सरकारी अधिकारी बनकर करने वाले पुराने ट्रेंड से अलग है.

बताया गया है कि गंजीपुरा क्षेत्र में जनरल स्टोर संचालक सुधीर नायक की पत्नी लंबे समय से पैरों की परेशानी से जूझ रही थी. 4 अक्टूबर को उन्होंने ऑनलाइन बेस्ट न्यूरो सर्जन की खोज शुरू की. सर्च में आने वाले नंबर पर कॉल करने पर उनसे डॉक्टर का नाम और समस्या पूछी गई. अगले दिन अपॉइंटमेंट के लिए कहा गया और ऑनलाइन लिंक व एपीके फाइल भेजी गई.  सुधीर नायक ने लिंक और फाइल पर क्लिक किया जिसमें ऑप्शन आया कि सिर्फ 10 रुपए जमा कर नंबर लगाया जा सकता है. जैसे ही उन्होंने क्लिक किया उनका बैंक खाता एपीके फाइल से कनेक्ट हो गया. अगले ही दिन उनके खाते से कई ट्रांजैक्शन हुए और कुल 255,682 रुपए निकाल लिए गए. 6 अक्टूबर को सुधीर को कई मैसेज आएए जिससे उन्हें पता चला कि खाते से लाखों रुपए निकाले जा चुके हैं. 7 अक्टूबर को केवल 1 रुपए निकाले गए.

उन्होंने लगातार लार्ड गंजथाना और बैंक का चक्कर लगायाए पर समाधान नहीं मिला. 11 अक्टूबर को उन्होंने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. अधिकारियों का कहना है कि इसी तरह का फ्रॉड ट्रेफिक चालान के नाम पर भी हो रहा है. ठग लिंक या फाइल के जरिए लोगों के बैंक खाते तक पहुंचते हैं. जागरूक लोग लिंक क्लिक नहीं करते लेकिन फाइल के जरिए आसानी से फंस जाते हैं. साइबर पुलिस की सलाह है कि किसी भी अनजान लिंक या फाइल पर कभी भी क्लिक न करें. ऑनलाइन अपॉइंटमेंट या भुगतान केवल विश्वसनीय और भरोसेमंद स्रोत से ही करें. यदि आपके बैंक खाते से कोई अनजान या संदिग्ध ट्रांजैक्शन होता है, तो तुरंत अपने बैंक और साइबर पुलिस को सूचित करें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-