पटना. बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं, लेकिन इस बीच रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के घर के बाहर एक हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. आरजेडी के पूर्व उम्मीदवार मदन शाह लालू के आवास के बाहर फूट-फूटकर रोने लगे और पार्टी पर वादाखिलाफी और अन्याय का गंभीर आरोप लगाया.
भावुक शाह ने आरोप लगाया कि उन्हें खुद लालू यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए टिकट देने का वादा किया था. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि आरजेडी नेता संजय यादव ने उनसे टिकट के लिए 2.7 करोड़ रुपये की मांग की. जब उन्होंने यह रकम देने से इनकार कर दिया, तो टिकट किसी दूसरे उम्मीदवार को दे दिया गया.
रिपोर्ट्स के अनुसार, शाह मधुबन विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे, जो आखिर में डॉ. संतोष कुशवाहा को दे दिया गया. उन्होंने दुखी मन से कहा, मैंने सालों तक पार्टी के लिए जी-जान से काम किया, लेकिन यहां टिकट पैसों के बदले बांटे जा रहे हैं. पार्टी ने हम जैसे वफादार कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर दिया और पैसे वाले लोगों को प्राथमिकता दी. काफी देर तक चले इस हंगामे के बाद सुरक्षाकर्मियों ने मदन शाह को वहां से हटाया और स्थिति को काबू में किया. इस पूरे मामले पर आरजेडी की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
बिहार चुनाव और गठबंधन में मची है खींचतान
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बिहार में चुनावी माहौल गर्म है. चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. एक तरफ एनडीए अंदरूनी कलह से जूझ रही है, तो दूसरी तरफ महागठबंधन में भी सब कुछ ठीक नहीं है. आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है. वहीं, हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर गठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

