त्योहारी उछाल में टाटा मोटर्स का ऐतिहासिक बिक्री रिकॉर्ड एक लाख गाड़ियों ने भरी रफ्तार नेक्सॉन और पंच का बाज़ार पर कब्ज़ा

त्योहारी उछाल में टाटा मोटर्स का ऐतिहासिक बिक्री रिकॉर्ड एक लाख गाड़ियों ने भरी रफ्तार नेक्सॉन और पंच का बाज़ार पर कब्ज़ा

प्रेषित समय :19:46:14 PM / Wed, Oct 22nd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

देश के ऑटोमोबाइल बाजार में इस फेस्टिव सीजन में टाटा मोटर्स ने एक बार फिर अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है. नवरात्रि से लेकर दिवाली तक के महज 30 दिनों में कंपनी ने 1 लाख से अधिक वाहनों की बिक्री कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 33 फीसदी अधिक है, जो भारतीय उपभोक्ताओं के बीच टाटा ब्रांड के प्रति बढ़ते भरोसे और उसकी प्रोडक्ट रेंज की लोकप्रियता को दर्शाता है.

टाटा मोटर्स की बिक्री में इस बार सबसे बड़ा योगदान एसयूवी सेगमेंट का रहा, जिसने कंपनी की सफलता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. खासकर टाटा नेक्सॉन और टाटा पंच जैसे मॉडलों ने बाजार में जबरदस्त प्रदर्शन किया. इन दोनों कारों की लोकप्रियता ने न सिर्फ टाटा के सेल्स ग्राफ को ऊपर पहुंचाया बल्कि यह भी साबित किया कि भारतीय ग्राहकों की पहली पसंद अब कॉम्पैक्ट और स्टाइलिश एसयूवी बन चुकी हैं.

कंपनी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस फेस्टिव सीजन में टाटा नेक्सॉन की 38,000 से ज्यादा यूनिट्स की बिक्री हुई है. यह पिछले साल के मुकाबले 73 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि है. वहीं, छोटी लेकिन दमदार एसयूवी टाटा पंच की 32,000 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 29 फीसदी अधिक है. दोनों मॉडलों की सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि टाटा मोटर्स की एसयूवी रेंज ग्राहकों की जरूरतों और उम्मीदों पर पूरी तरह खरी उतर रही है.

फेस्टिव सीजन में टाटा मोटर्स का प्रदर्शन सिर्फ पेट्रोल या डीजल वाहनों तक सीमित नहीं रहा. इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट में भी कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है. रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ने इस दौरान 10,000 से अधिक ईवी की बिक्री की, जो पिछले साल की तुलना में 37 फीसदी की वृद्धि को दर्शाता है. यह बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि भारतीय उपभोक्ता अब तेजी से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर रुख कर रहे हैं. टाटा मोटर्स इस दिशा में पहले से ही अग्रणी रही है और अब उसने इस सेगमेंट में अपनी पकड़ और भी मजबूत कर ली है.

कंपनी के सीनियर अधिकारी शैलेश चंद्र ने इस सफलता का श्रेय टाटा मोटर्स की प्रोडक्ट लीडरशिप, रेलेवेंट मार्केटिंग रणनीतियों और डिलीवरी एक्सीलेंस को दिया. उन्होंने कहा कि कंपनी ने न केवल ग्राहकों की जरूरतों को समझा, बल्कि उन्हें समय पर और बेहतर अनुभव भी प्रदान किया. यही कारण है कि टाटा मोटर्स आज भारतीय बाजार में एक भरोसेमंद नाम बन चुका है.

इस साल का फेस्टिव सीजन ऑटो सेक्टर के लिए वैसे भी खास रहा. सितंबर में लागू हुए GST 2.0 टैक्स कट का असर पूरे उद्योग पर सकारात्मक रूप से देखा गया. इस कटौती के बाद वाहनों की कीमतों में थोड़ी नरमी आई, जिससे ग्राहकों की खरीदारी क्षमता बढ़ी और बाजार में मांग को बल मिला. सितंबर 2025 में ऑटो सेक्टर की कुल थोक बिक्री 3,78,457 यूनिट्स रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.5 फीसदी अधिक है. इससे साफ है कि कर राहत और फेस्टिव ऑफर्स ने ग्राहकों को बड़ी संख्या में शोरूम तक खींचा.

SUV और कॉम्पैक्ट कार सेगमेंट में इस समय सबसे अधिक प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है. टाटा, महिंद्रा और मारुति सुजुकी जैसी बड़ी कंपनियों के बीच इस श्रेणी में जोरदार मुकाबला चल रहा है. लेकिन इस बार टाटा मोटर्स ने अपनी मजबूत लाइनअप, आधुनिक डिजाइन और सेफ्टी फीचर्स के दम पर बाजी मार ली है. विशेष रूप से नेक्सॉन की सेफ्टी रेटिंग और फीचर पैक्ड वेरिएंट्स ने उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है.

टाटा मोटर्स के लिए यह फेस्टिव सीजन न सिर्फ बिक्री के लिहाज से सफल रहा, बल्कि ब्रांड इमेज को मजबूत करने का भी बड़ा अवसर साबित हुआ. इलेक्ट्रिक से लेकर एसयूवी तक हर श्रेणी में कंपनी ने जो मजबूती दिखाई, उसने भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत दिया है. भारतीय उपभोक्ता अब सिर्फ कीमत नहीं, बल्कि परफॉर्मेंस, सेफ्टी और ब्रांड वैल्यू को भी प्राथमिकता दे रहे हैं — और इन सभी पहलुओं पर टाटा मोटर्स ने अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है.

कंपनी की बिक्री में आई यह तेजी भारतीय ऑटो सेक्टर की रिकवरी का भी प्रमाण है. कोविड-19 और वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ाव के बाद जिस तरह बाजार धीरे-धीरे पटरी पर लौटा है, उसमें टाटा जैसी कंपनियों की रणनीतिक भूमिका रही है. भारतीय परिवारों के लिए फेस्टिव सीजन पारंपरिक रूप से नए वाहन खरीदने का शुभ समय माना जाता है, और इस बार टाटा मोटर्स ने उसी परंपरा को एक नई ऊंचाई दी है.

टाटा मोटर्स का यह प्रदर्शन आने वाले महीनों में कंपनी के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल सकता है. इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में कंपनी की बढ़ती पकड़ और SUV सेगमेंट में उसकी मजबूत मौजूदगी यह संकेत देती है कि भविष्य में भी टाटा मोटर्स भारतीय ऑटो उद्योग की रफ्तार तय करने वाली कंपनियों में बनी रहेगी.

नवरात्रि से दिवाली तक की यह उपलब्धि सिर्फ एक सेल्स रिकॉर्ड नहीं, बल्कि भारतीय ग्राहकों के दिलों में टाटा ब्रांड की गूंज का प्रमाण है — एक ऐसा नाम जो भरोसे, मजबूती और भारतीय आत्मनिर्भरता की पहचान बन चुका है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-