जबलपुर: धार्मिक महत्व की नर्मदा नदी के तट पर स्थित जबलपुर को नए साल में एक विश्वस्तरीय पर्यटन सौगात मिलने वाली है। शहर के नजदीक न्यू भेड़ाघाट पर नर्मदा नदी के ऊपर बन रहा कैंटिलीवर ग्लास ब्रिज (Cantilever Glass Bridge) अब अपने अंतिम चरणों में पहुँच गया है, जिससे इसके जल्द ही जनता के लिए खुलने की उम्मीद बढ़ गई है। यह परियोजना न केवल जबलपुर के पर्यटन मानचित्र को वैश्विक स्तर पर उभारेगी, बल्कि यह प्रदेश के सबसे अनूठे और रोमांचक अनुभवों में से एक बन जाएगी।
परियोजना का विवरण:
मिली जानकारी और परियोजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, इस ग्लास ब्रिज को लगभग पौने पांच करोड़ रुपये (4.75 करोड़ रुपये) की लागत से तैयार किया जा रहा है। इसका डिजाइन विशेष रूप से तैयार किया गया है ताकि पर्यटक नर्मदा नदी के ऊपर हवा में चलने जैसा रोमांचक अनुभव कर सकें।
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डिज़ाइन और आयाम: यह ब्रिज लगभग 18 फीट लंबा और 6 फीट चौड़ा बनाया जा रहा है। यह एक कैंटिलीवर संरचना है, जिसका अर्थ है कि यह एक छोर पर ज़मीन से जुड़ा होगा और बाकी हिस्सा हवा में बाहर की ओर निकला होगा, जिससे पर्यटकों को नदी और आसपास के संगमरमरी चट्टानों का अविस्मरणीय दृश्य मिलेगा।
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निर्माण की गुणवत्ता: ब्रिज के निर्माण में उच्च-गुणवत्ता वाले, बहु-स्तरीय सुरक्षा ग्लास का उपयोग किया जा रहा है, जिसे अधिकतम भार सहने की क्षमता के साथ डिज़ाइन किया गया है। यह सुनिश्चित करता है कि पर्यटकों की सुरक्षा में कोई कमी न रहे।
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स्थान का महत्व: भेड़ाघाट पहले से ही अपनी सफेद संगमरमरी चट्टानों और धुआंधार जलप्रपात के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। इस ग्लास ब्रिज के जुड़ने से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
पर्यटन और आर्थिक प्रभाव:
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि यह ग्लास ब्रिज जबलपुर को सीधे उत्तराखंड के प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला या सिक्किम के स्काई वॉक जैसी पर्यटन स्थलों की श्रेणी में खड़ा कर देगा। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, रोज़गार के अवसर पैदा करेगा और न्यू भेड़ाघाट क्षेत्र को एक प्रमुख सेल्फी पॉइंट और गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा। स्थानीय व्यवसायियों ने इस प्रोजेक्ट को लेकर उत्साह जताया है और नए साल में आने वाले पर्यटकों के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
नए साल में सौगात मिलने की उम्मीद:
वर्तमान में, निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है और अधिकारियों का प्रयास है कि यह परियोजना नए साल (जनवरी 2026) की शुरुआत में ही पूरी हो जाए, ताकि पर्यटक इसका आनंद ले सकें। हालांकि, अंतिम उद्घाटन की तारीख सरकारी घोषणा पर निर्भर करेगी, लेकिन कार्य की गति को देखते हुए जल्द ही यह ब्रिज जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
जबलपुर, जिसे संस्कारधानी और न्यायधानी के रूप में जाना जाता है, अब इस अनूठी इंजीनियरिंग और पर्यटन पहल के माध्यम से साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में भी अपनी एक नई पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। नर्मदा नदी की पवित्रता और इस आधुनिक संरचना का मेल निश्चित रूप से पर्यटकों को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करेगा।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

