भारतीय आईआईटी छात्रों के लिए ChatGPT बना 'बुद्धिमान सारथी', पढ़ाई से लेकर प्रोजेक्ट डिजाइन तक 50 से अधिक तरीकों से हो रहा इस्तेमाल

भारतीय आईआईटी छात्रों के लिए ChatGPT बना

प्रेषित समय :21:45:29 PM / Mon, Oct 27th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्रांति की अगुवाई कर रहे ओपनएआई (OpenAI) ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया है कि भारत, उनके प्रमुख चैटबॉट ChatGPT के लिए विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है. कंपनी ने विशेष रूप से भारतीय कॉलेज छात्रों के बीच ChatGPT के उपयोग पर गहरा फोकस करते हुए 50 से अधिक वास्तविक उदाहरण साझा किए हैं, जो बताते हैं कि देश के शीर्ष इंजीनियरिंग और अकादमिक संस्थानों—जैसे आईआईटी मद्रास, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (MAHE) और दिल्ली टेक्निकल कैंपस—के विद्यार्थी किस रचनात्मक और गहन तरीके से इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. ओपनएआई के अनुसार, भारत में ChatGPT का सर्वाधिक उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में हो रहा है, जहाँ छात्र इसे केवल एक सूचना उपकरण नहीं, बल्कि "बौद्धिक अभ्यास भागीदार" (Intellectual Sparring Partner) के रूप में उपयोग कर रहे हैं.

सैन फ्रांसिस्को स्थित इस एआई स्टार्टअप ने 'चैट्स फॉर स्टूडेंट्स इन इंडिया' नामक एक नई पहल की घोषणा की है, जिसके तहत छात्रों द्वारा उपयोग किए गए 54 विस्तृत उपयोग के मामले और उनके प्रॉम्प्ट्स (निर्देश) साझा किए गए हैं. ये मामले दर्शाते हैं कि छात्र अब पारंपरिक अध्ययन विधियों से आगे बढ़कर समस्या-समाधान, विश्लेषणात्मक तर्क और रचनात्मक अन्वेषण जैसे वास्तविक दुनिया के कौशल विकसित करने के लिए AI का सहारा ले रहे हैं. यह रुझान भारतीय शिक्षा प्रणाली में तकनीक के एकीकरण की एक महत्वपूर्ण तस्वीर पेश करता है.

परीक्षा की तैयारी से लेकर रचनात्मक प्रोजेक्ट तक AI का विस्तार

छात्र ChatGPT का उपयोग केवल निबंध लिखने या त्वरित जानकारी जुटाने तक सीमित नहीं रख रहे हैं, बल्कि वे इसे अपनी शैक्षणिक दिनचर्या के हर पहलू में शामिल कर रहे हैं. उपयोग के शीर्ष 10 मामलों में सबसे आगे है परीक्षा की तैयारी. छात्र विशिष्ट प्रॉम्प्ट्स का उपयोग करके चैटबॉट से न केवल पाठ्यक्रम पढ़ाने का आग्रह कर रहे हैं, बल्कि परीक्षा के प्रारूप (जैसे MCQ और परिदृश्य-आधारित प्रश्न) के अनुसार इंटरैक्टिव शिक्षण विधियों की मांग कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, एक प्रॉम्प्ट में छात्र ने 'ऑपरेटिंग सिस्टम क्लास टेस्ट 2' के लिए पूर्णांक प्राप्त करने हेतु चैटबॉट से सब कुछ महत्वपूर्ण पढ़ाने के लिए कहा, जिसके साथ अक्सर विषय वस्तु की पीडीएफ भी संलग्न की गई ताकि चैटबॉट भ्रमित (hallucinate) न हो.

दूसरा प्रमुख उपयोग है विस्तृत अध्ययन समय सारणी बनाना. छात्र अपनी सेमेस्टर परीक्षाओं (SEE) के लिए रिवीजन, अभ्यास परीक्षण और ब्रेक सहित एक संतुलित तथा केंद्रित शेड्यूल बनाने के लिए प्रॉम्प्ट्स दे रहे हैं, जिसके साथ सिलेबस की पीडीएफ भी जोड़ी जा रही है ताकि एआई की प्रतिक्रिया पाठ्यक्रम के अनुकूल हो.

जटिल विषयों का सरलीकरण और रचनात्मक शिक्षण

छात्रों ने जटिल विषयों को सरलता से समझने के लिए भी AI का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. 'डाइनिंग फिलॉसफर प्रॉब्लम' जैसे कठिन विषय को शुरुआती स्तर से समझाने के लिए सीधा प्रॉम्प्ट दिया जाता है. इससे भी अधिक रचनात्मक उपयोग रोल-प्ले के माध्यम से सीखने में दिखाई देता है. उदाहरणार्थ, एक छात्र ने पूछा: "मुझे सिखाओ कि चीजें क्यों तैरती हैं, लेकिन ऐसे समझाओ जैसे तुम आर्कमिडीज़ हो." इस तरह के इंटरैक्टिव और कल्पनाशील तरीके से सीखना पारंपरिक कक्षाओं में अक्सर संभव नहीं हो पाता.

अभ्यास और मूल्यांकन के मोर्चे पर भी ChatGPT एक शिक्षक की भूमिका निभा रहा है. छात्र उससे अभ्यास क्विज तैयार करवाते हैं, जहाँ चैटबॉट एक बार में एक प्रश्न पूछता है, छात्र के उत्तर का मूल्यांकन करता है, प्रतिक्रिया देता है और फिर अगले प्रश्न पर जाता है—यानी एक निजी ट्यूटर जैसा अनुभव. यहाँ भी छात्र अपने नोट्स संलग्न कर रहे हैं ताकि क्विज पूरी तरह उनके अध्ययन सामग्री पर आधारित हो. इसके अलावा, छात्र चैटबॉट को अपना प्रोफेसर बनने का निर्देश देकर, अपने असाइनमेंट को जमा करने से पहले ही ग्रेड करवा लेते हैं, जिससे उन्हें सुधार करने का मौका मिलता है.

व्यावसायिक और रचनात्मक कौशल का विकास

शिक्षा के साथ-साथ, छात्र वास्तविक दुनिया के पेशेवर कौशल भी विकसित कर रहे हैं. वे विभिन्न टोन—जैसे एचओडी के लिए औपचारिक, फैकल्टी सलाहकार के लिए अर्ध-औपचारिक, और दोस्तों के लिए मैत्रीपूर्ण—में ईमेल ड्राफ्ट करवाते हैं. यह अभ्यास उन्हें प्रभावी व्यावसायिक संचार सिखाता है. डिजाइन और इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए भी यह एक शक्तिशाली उपकरण है. वे अपने डिजाइन अपलोड करके एक पेशेवर डिजाइनर के रूप में कार्य करने का प्रॉम्प्ट देते हैं, जिसमें शीर्ष तीन खूबियाँ, सुधार के क्षेत्र और व्यावहारिक बदलाव की मांग करते हैं.

सबसे महत्वाकांक्षी उदाहरणों में से एक है 'प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट' को परिभाषित करना. एक छात्र ने चैटबॉट को 'शीर्ष 1% प्रोजेक्ट डेवलपर' के रूप में कार्य करने का निर्देश दिया, जिसका मिशन 'स्पाइडर-मैन सिमुलेशन' जैसे महत्वाकांक्षी विचार को हकीकत बनाना था. छात्र ने अपने प्रोजेक्ट डॉक्युमेंट के आधार पर एक अद्वितीय सिमुलेशन बनाने के लिए एक एकजुट प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (PoC) की मांग की.

अंत में, कुछ हल्के-फुल्के लेकिन व्यावहारिक उपयोग भी हैं, जैसे कि कॉलेज के लिए 'आउटफिट ऑफ द डे' (OOTD) के लिए एक यादृच्छिक थीम या रंग उत्पन्न करवाना. ओपनएआई द्वारा साझा किए गए ये 50+ उदाहरण स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि भारतीय छात्र एआई को शिक्षा में एक क्रांतिकारी शक्ति के रूप में अपना रहे हैं, जो उन्हें केवल ज्ञान अर्जित करने में नहीं, बल्कि वास्तविक कौशल और रचनात्मकता को निखारने में मदद कर रहा है. यह प्रवृत्ति भारत के भविष्य के कार्यबल के लिए तकनीक के साथ तालमेल बिठाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-