पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बिहार चुनाव के भाजपा सह-प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को दावा किया कि “14 नवंबर को जब नतीजे आएंगे, तब नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे.” उन्होंने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि “उनकी घोषणाएं झूठी हैं और जनता अब उनके बहकावे में आने वाली नहीं.”
पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मौर्य ने कहा, “महागठबंधन की घोषणाएं फर्जी हैं. जनता विकास चाहती है, न कि झूठे वादों का गठबंधन. नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे. महागठबंधन का सफाया तय है.” उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास का नया अध्याय लिखा गया है, और जनता अब इस यात्रा को रोकने नहीं देगी.”
भाजपा नेता मौर्य ने कहा कि बिहार की जनता “स्थिरता और प्रगति” चाहती है. उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि “ये लोग सिर्फ सत्ता पाने के लिए एकजुट हुए हैं, लेकिन जनता अब उनकी असली मंशा को पहचान चुकी है.” उन्होंने दावा किया कि “14 नवंबर को आने वाले परिणाम एक बार फिर साबित करेंगे कि विकास की राजनीति पर भरोसा करने वाली जनता ने भाजपा-नीतीश कुमार की जोड़ी को ही चुना है.”
इससे पहले जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता अरुण कुमार ने भी एनडीए की दो-तिहाई बहुमत से जीत का दावा किया. उन्होंने कहा, “लोगों का रुझान साफ है — वे सकारात्मक सोच और विकास की राजनीति को जारी रखना चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला यूं ही चलता रहेगा. एनडीए इस बार दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगा.”
अरुण कुमार ने कहा कि बिहार में लोगों को इस बात पर भरोसा है कि “एनडीए सरकार ने राज्य में शिक्षा, सड़क, बिजली और कानून व्यवस्था में ठोस सुधार किए हैं.” उन्होंने कहा कि “जनता अब इस विकास यात्रा को अधूरा नहीं छोड़ेगी. विपक्ष के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है, सिर्फ आरोप और भ्रम फैलाने की राजनीति है.”
वहीं, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार मुकेश सहनी ने सोमवार को कहा था कि “नीतीश कुमार अब राज्य की जिम्मेदारी संभालने की स्थिति में नहीं हैं, क्योंकि वे लगातार स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि “राज्य की जनता इस बार युवाओं को मौका देना चाहती है, ताकि नई ऊर्जा और दृष्टिकोण के साथ बिहार आगे बढ़ सके.”
सहनी ने कहा था, “2005 में जनता ने नीतीश कुमार को मौका दिया क्योंकि लोगों को बदलाव चाहिए था. 2010 में उन्होंने विकास किया, इसमें दो राय नहीं. लेकिन 2015 में वे लालू यादव के समर्थन से सीएम बने, और 2020 में भाजपा व वीआईपी के सहयोग से सत्ता में आए. अब जनता समझ चुकी है कि समय बदल चुका है. बिहार को नई दिशा और नई सोच की जरूरत है.”
केशव प्रसाद मौर्य ने मुकेश सहनी के इन बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि “जो नेता खुद अपने क्षेत्र में जनाधार खो चुके हैं, वे अब नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. जनता जानती है कि बिहार का विकास नीतीश कुमार की प्राथमिकता है और भाजपा उनके साथ मजबूती से खड़ी है.”
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने बिहार के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं — चाहे वह बुनियादी ढांचा हो, रेल संपर्क हो या गरीबों के लिए योजनाएं. यह चुनाव जाति और व्यक्ति के नाम पर नहीं, विकास और स्थिरता के नाम पर लड़ा जाएगा.”
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मुकाबला मुख्य रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच है. एनडीए में भाजपा, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं. वहीं, महागठबंधन का नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) कर रही है, जिसमें कांग्रेस, सीपीआई(एमएल), सीपीआई, सीपीएम और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी शामिल हैं.
इसके अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी राज्य की सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है, जिससे मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की संभावना बढ़ी है.
बिहार में चुनाव दो चरणों में — 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी. इस बीच, एनडीए और महागठबंधन दोनों ही गठबंधन अपने-अपने अभियानों में पूरी ताकत झोंक रहे हैं.
मौर्य ने अंत में कहा कि “14 नवंबर को नतीजे आने के बाद बिहार एक बार फिर विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा. नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे — यह भाजपा का नहीं, बल्कि जनता का निर्णय होगा.”
उन्होंने कहा, “महागठबंधन का भ्रम अब खत्म होगा. जनता उन पर विश्वास नहीं करती जो बार-बार गठबंधन तोड़ते हैं. बिहार की जनता अब ठोस नेतृत्व चाहती है, और नीतीश कुमार उसके प्रतीक हैं.”
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

