पटना. बिहार में एक बार फिर गोलियों की गूंज सुनाई दी है. 24 घंटे के भीतर तीन हत्याओं ने पूरे राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद अब भोजपुर जिले के आरा में पिता-पुत्र की निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई है. पुलिस की शुरुआती जांच में प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला सामने आया है. हालांकि, पुलिस ने हत्या के सभी कोणों पर जांच शुरू कर दी है
सुबह सड़क किनारे मिला बाप-बेटे का शव
भोजपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट गांव के पास शुक्रवार सुबह दो शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. मृतकों की पहचान प्रमोद और उनके बेटे प्रियांशु के रूप में हुई है. दोनों को अज्ञात अपराधियों ने बेहद करीब से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. सड़क किनारे खून से लथपथ शव देख ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई और देखते ही देखते भीड़ जुट गई.
सगाई की खरीदारी के लिए निकले थे पिता-पुत्र
जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम दोनों पिता-पुत्र सगाई समारोह की तैयारी के लिए बाजार गए थे. रात भर घर नहीं लौटने पर परिजनों को चिंता हुई, लेकिन सुबह बेलघाट गांव के पास उनकी लाशें मिलने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. भोजपुर पुलिस के अनुसार, यह घटना 30 और 31 अक्टूबर की दरम्यानी रात की है. मृतकों की पहचान प्रमोद महतो (48) और उनके बेटे प्रियांशु कुमार (19) के रूप में हुई है. दोनों मूल रूप से कसाप गांव के रहने वाले थे, लेकिन फिलहाल पियनिया (थाना-उदवंतनगर) में रहते थे. प्रमोद महतो इलाके में मिठाई की दुकान चलाते थे.
प्रेम प्रसंग का एंगल, पुलिस ने गठित की एसआईटी
पुलिस अधीक्षक भोजपुर ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले का निरीक्षण किया. भोजपुर पुलिस की ओर से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि परिजनों से पूछताछ के क्रम में प्रथम दृष्टया यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा प्रतीत हो रहा है. आवेदन की प्रक्रिया की जा रही है, जिसके उपरांत अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ (सदर-1) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. इसमें डीएसपी (साइबर सेल), मुफस्सिल थानाध्यक्ष, उदवंतनगर थानाध्यक्ष और SIT टीम को शामिल किया गया है.
गांव में मातम और डर का माहौल
घटना की खबर जैसे ही फैली, बेलघाट और आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई. प्रमोद महतो और उनके बेटे प्रियांशु की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव के लोगों का कहना है कि प्रमोद महतो का किसी से पुराना विवाद नहीं था. वे सीधी-सादी जि़ंदगी जीते थे और मिठाई की दुकान चलाकर परिवार पाल रहे थे.
सोची समझी सजिश
कई ग्रामीणों ने बताया कि दोनों को किसी बहाने से देर रात बुलाया गया और पास से गोली मारी गई. घटनास्थल पर बाइक और खोखा कारतूस मिलने से साफ है कि अपराधी पहले से मौके पर घात लगाए बैठे थे. वारदात के बाद हत्यारे फरार हो गए, लेकिन जांच में पुलिस को कुछ ठोस सुराग मिले हैं. इधर, पुलिस टीम ने भी इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया है. साइबर टीम मोबाइल कॉल डिटेल्स और लोकेशन डेटा खंगाल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

