कचरा वाहन से उठा धुआं, सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप, नगर निगम की कार्यशैली पर उठे सवाल

कचरा वाहन से उठा धुआं, सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप

प्रेषित समय :19:15:46 PM / Fri, Nov 7th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. 7 नवंबर 2025 की सुबह जब शहर के गोरखपुर क्षेत्र में एक कचरा वाहन से रहस्यमय धुआं निकलने लगा, तो किसी ने नहीं सोचा था कि यह मामूली सी घटना सोशल मीडिया पर शहरव्यापी बहस का विषय बन जाएगी। कुछ ही घंटों में यह वीडियो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वायरल हो गया, जिसमें साफ़ दिख रहा था कि नगर निगम का एक कचरा वाहन सड़क किनारे खड़ा है और उसके पीछे से लगातार सफेद धुआं उठ रहा है। शुरुआत में लोगों ने समझा कि शायद यह मच्छर नाशक का छिड़काव है या किसी सफाई प्रक्रिया का हिस्सा, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हुआ कि वाहन में खराबी के चलते इंजन से धुआं उठ रहा था।

इंस्टाग्राम पर “Jabalpur Live Update” नामक पेज ने यह वीडियो सबसे पहले पोस्ट किया। वीडियो के साथ लिखा गया कैप्शन था — “क्या यही है स्मार्ट सिटी की सफाई व्यवस्था?” कुछ ही घंटों में यह रील दस हज़ार से अधिक व्यूज़ पार कर गई और सैकड़ों लोगों ने कमेंट में नगर निगम को घेरना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा, “कचरा जलाने की बजाय अब वाहन ही जलने लगे हैं।” वहीं एक अन्य ने व्यंग्य किया — “यह धुआं विकास का प्रतीक है या लापरवाही का?”

फेसबुक पर “Jabalpur Citizen Forum” नामक ग्रुप में यह वीडियो दोपहर तक करीब पांच हज़ार बार शेयर किया जा चुका था। कई यूजर्स ने लिखा कि यह केवल एक वाहन की समस्या नहीं है, बल्कि नगर निगम की लापरवाही का उदाहरण है, जो पुराने और बिना रखरखाव वाले वाहनों को रोजाना शहर की सड़कों पर उतार देता है। एक नागरिक ने लिखा — “धुएं में झुलसती यह गाड़ी नहीं, बल्कि जनता की उम्मीदें हैं।”

स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे हुई जब नगर निगम का कचरा वाहन वार्ड क्रमांक 32 में कचरा संग्रह कर रहा था। अचानक वाहन से धुआं उठने लगा और आसपास के लोग घबराकर दूर हट गए। किसी ने तुरंत मोबाइल निकाला और वीडियो बना लिया, जो कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर पहुंच गया। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि चालक ने इंजन बंद करने की कोशिश की, लेकिन तब तक धुआं फैल चुका था और आसपास के क्षेत्र में बदबू और प्रदूषण का माहौल बन गया।

नगर निगम के परिवहन विभाग ने शाम तक बयान जारी करते हुए कहा कि संबंधित वाहन में इंजन की तकनीकी खराबी थी और उसकी मरम्मत कराई जा रही है। निगम अधिकारी ने दावा किया कि “धुआं निकलना किसी जलाने की प्रक्रिया से संबंधित नहीं था।” हालांकि, सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर भी लोगों में असंतोष देखा गया। एक इंस्टाग्राम यूजर ने टिप्पणी की — “मरम्मत से पहले जागरूकता की मरम्मत जरूरी है।”

Jabalpur Now नामक फेसबुक पेज पर एक पोल डाला गया, जिसमें सवाल पूछा गया — “क्या नगर निगम की गाड़ियां नियमित रूप से जांची जाती हैं?” 78% लोगों ने “नहीं” में जवाब दिया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि जनता में नगर निगम की जवाबदेही को लेकर भरोसा कम होता जा रहा है।

सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो एडिटर्स ने इस घटना को व्यंग्यात्मक अंदाज़ में भी इस्तेमाल किया। इंस्टाग्राम पर एक लोकप्रिय रील में इसी वीडियो को बैकग्राउंड में रखकर गाना जोड़ा गया — “धुआं उड़ा दिया सरकार ने”, जो कुछ ही घंटों में 50,000 से अधिक व्यूज़ पा गया। यह रील जबरदस्त ट्रेंड में आई और जबलपुर से बाहर के यूजर्स ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी।

स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता संगठनों ने इस घटना के बहाने शहर की सफाई और प्रदूषण प्रबंधन की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। ग्रीन अर्थ मिशन के एक सदस्य ने कहा कि “नगर निगम को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जो वाहन कचरा ढोने के लिए उपयोग किए जा रहे हैं, वे प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन करें। वरना ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का लक्ष्य केवल पोस्टरों तक सीमित रह जाएगा।”

सोशल मीडिया पर बढ़ती आलोचना के बाद, नगर निगम प्रशासन ने दावा किया है कि आने वाले हफ्तों में सभी कचरा वाहनों की तकनीकी जांच की जाएगी। नगर निगम आयुक्त ने बयान जारी कर कहा, “कचरा परिवहन में उपयोग होने वाले पुराने वाहनों को क्रमवार बदला जाएगा, और सभी ड्राइवरों को रखरखाव से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।”

हालांकि, नागरिकों को यह भरोसा नहीं है कि इन घोषणाओं का कोई ठोस परिणाम निकलेगा। फेसबुक पर एक नागरिक ने लिखा — “जांच की बात हर घटना के बाद होती है, लेकिन सुधार की बात कभी नहीं।”

जबलपुर जैसे उभरते शहरी क्षेत्र में जहां स्मार्ट सिटी परियोजनाओं पर करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं, वहाँ ऐसी घटनाएँ जनता में अविश्वास पैदा करती हैं। कई स्थानीय पत्रकारों और सोशल मीडिया पेजों ने इस घटना को “स्मार्ट सिटी में स्मॉग सिटी” का उदाहरण बताते हुए तंज कसा।

शहर के युवाओं ने भी इस मुद्दे को अपने स्तर पर उठाया। इंस्टाग्राम पर #JabalpurPollutionAlert और #GarbageVanSmoke हैशटैग ट्रेंड करने लगे। स्थानीय कॉलेज के कुछ छात्रों ने वीडियो में दिखे वाहन की नंबर प्लेट को टैग करते हुए पोस्ट किया — “हम यह नहीं कह रहे कि शहर को साफ मत करो, लेकिन पहले साधन तो सही रखो।”

सांध्य काल तक यह खबर स्थानीय टीवी चैनलों और न्यूज़ पोर्टलों तक पहुँच गई। रिपोर्टरों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर लाइव कवरेज किया, जहाँ कुछ नागरिक विरोध दर्ज कराने भी पहुंचे। एक बुजुर्ग निवासी ने कहा — “धुआं निकलने वाली यह गाड़ी अब पूरे सिस्टम का प्रतीक बन गई है।”

इस पूरी घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि डिजिटल दौर में कोई भी स्थानीय समस्या अब सीमित नहीं रहती। फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म अब न केवल संवाद का माध्यम हैं, बल्कि नागरिक निगरानी के औज़ार भी बन चुके हैं।

7 नवंबर 2025 को वायरल हुआ यह वीडियो सिर्फ एक कचरा वाहन से उठते धुएं का दृश्य नहीं था, बल्कि यह उस शहर की तस्वीर थी जो स्वच्छता की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है, पर उसकी राहें अब भी लापरवाही के धुंए में में ढकी हैं।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-