एमपी हाईकोर्ट ने किया सवाल, बचे हुए घोड़ों की हालत कैसी है, हैदराबाद से लाए गए थे 57 घोड़े, 19 की हो चुकी है मौत

एमपी हाईकोर्ट ने किया सवाल, बचे हुए घोड़ों की हालत कैसी है

प्रेषित समय :15:32:03 PM / Wed, Nov 12th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. हैदराबाद से जबलपुर लाए गए घोड़ों को लेकर लगाई गई याचिका पर मध्य प्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर में सुनवाई हुई. कोर्ट ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन को ताजा स्थिति की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं. हाईकोर्ट ने घोड़े के मालिक सचिन तिवारी से शपथ पत्र देकर यह बताने को कहा है कि अभी कितने घोड़े जिंदा बचे हैं और उनकी मानसिक व शारीरिक हालत कैसी है.

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह भी कहा कि घोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आपके द्वारा क्या उपाय किए जा रहे हैं. याचिकाकर्ता की ओर से रि-ज्वाइंडर पेश कर आरोप लगाया गया है कि पिछले माह कुछ और घोड़ों की मौत हुई है, जिनकी संख्या छिपाई जा रही है. गौरतलब है कि जबलपुर लाए गए घोड़ों में से 19 की मौत हो चुकी है, जो घोड़े अभी जिंदा है, उनकी भी हालत अच्छी नहीं है. चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच ने मामले पर अगली सुनवाई 3 दिसंबर को नियत की है.

इससे पहले हुई सुनवाई में कलेक्टर और घोड़ों के केयर टेकर की ओर से शपथ पत्र, घोड़ों की मौत के कारण, उपचाररत घोड़ों की मेडिकल रिपोर्ट, उनके उपचार व भोजन व्यवस्था के संबंध में जानकारी प्रस्तुत की गई थी. दावा किया गया था कि अभी तक 19 घोड़े की मौत हो चुकी है. बाकी घोड़ों की देखरेख वेटनरी कॉलेज के डॉक्टरों की टीम कर रही है. जबलपुर निवासी पशु प्रेमी सिमरन इस्सर की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए बताया गया था कि हैदराबाद निवासी सुरेश पाल हॉर्स पावर लीग का सूत्रधार है. हैदराबाद रेस क्लब में घोड़ों की रेस कराकर उन्होंने ट्रैपंग नामक एप के माध्यम से फिलिपींस में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग करते हुए सट्टा लगवाया था.

फिलिपींस सरकार की शिकायत पर जब भारत सरकार ने इस पर एक्शन लिया तो उन्होंने इस क्लब को बंद कर दिया. याचिकाकर्ता ने बताया कि सुरेश पाल के पास डेढ़ सौ से अधिक घोड़े थे. भोजन नहीं मिलने के कारण लगभग 90 घोड़ों की मौत हो गई थी. इसके बाद साक्ष्य छुपाने के लिए घोड़ों को नियम विरुद्ध जबलपुर लाकर पनागर के रैपुरा फार्म हाउस में रख दिया था. जहां पर देखरेख, भोजन व उपचार अभाव में घोड़ों की लगातार मौत हुई. सरकार की ओर से बताया गया है कि हैदराबाद से 57 घोड़े जबलपुर ले गए थे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-