कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा स्थित रेलवे माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) में एक गंभीर मामला सामने आया है. वर्कशॉप के एक कर्मचारी ने रेलवे मजदूर संघ के अध्यक्ष और कुछ अधिकारियों पर जबरन वसूली, मानसिक प्रताडऩा और जातिगत अपमान करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है. कर्मचारी ने मामले की शिकायत पमरे के जीएम, सीवीओ सहित आधा दर्जन से अधिक उच्च-अधिकारियों और विभागों में की है.
कर्मचारी ने लगाया प्रताड़ना का आरोप
वर्कशॉप में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत गौतम प्रसाद ने अपनी शिकायत में विस्तार से बताया है कि पिछले कुछ महीनों से उन्हें निरंतर प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने जिन व्यक्तियों पर आरोप लगाया है, उनमें रेलवे मजदूर संघ वर्कशॉप शाखा अध्यक्ष भरत लाल मीणा, बॉडी रिपेयर शॉप प्रभारी एसएसई भीम सिंह चौहान, तथा दीपक शेरवाल और गौतम कुमार मीणा शामिल हैं. गौतम प्रसाद ने आरोप लगाया है कि इन लोगों द्वारा उनसे जबरन वसूली, जातिगत अपमान, आपराधिक धमकी, षड्यंत्र और मानसिक प्रताडऩा की जा रही है. उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों द्वारा लगातार अभद्र भाषा का प्रयोग, गाली-गलौज और जातिगत उत्पीडऩ किया गया.
मजदूर संघ के नाम पर जबरन वसूली
शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि उनसे मजदूर संघ के नाम पर अनिवार्य रूप से धनराशि देने के लिए दबाव डाला गया, जिसके प्रमाण के रूप में कई बार रसीदें भी बनाई गईं. जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्हें झूठे आरोपों और एससी-एसटी अधिनियम में फंसाने की धमकी दी गई. शिकायत के अनुसार, उन्हें 17 से 24 अक्टूबर और फिर 10 नवंबर को खुलेआम यह कहकर धमकी दी गई कि, देख लेना, अब तुझे नौकरी से निकलवा दूँगा.
अधिकारियों पर कार्रवाई न करने का आरोप
गौतम प्रसाद ने आरोप लगाया है कि उन्होंने इस मामले की जानकारी तिवारी (एमएम-1) और पुरुषोत्तम मीणा (डिप्टी) को दी थी, लेकिन उन्होंने इस गंभीर शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा.
यहां की गई शिकायत
कर्मचारी ने न्याय की उम्मीद में निम्नलिखित उच्च प्राधिकरणों और विभागों में अपनी शिकायत दर्ज कराई है-
पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक (जीएम), जबलपुर,
पश्चिम मध्य रेलवे मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ), जबलपुर.
कोटा जिला कलेक्टर
कोटा मुख्य कारखाना प्रबंधक
जयपुर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी)
नई दिल्ली राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी)
नई दिल्ली सचिव, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी)

