बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट एक दशक से ज्यादा समय से हिंदी फ़िल्म उद्योग की सबसे भरोसेमंद और लगातार सफल कलाकारों में गिनी जाती रही हैं, लेकिन साल 2024 में उनकी फिल्म जिगरा का बॉक्स ऑफिस पर विफल रहना उनके करियर की दुर्लभ घटनाओं में से एक था। फिल्म के रिलीज के पहले से ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर इसके खिलाफ नकारात्मक माहौल बनने लगा था, जिसे कई फ़िल्म विश्लेषकों ने एक तरह के ‘हेट कैंपेन’ के रूप में भी देखा। इस माहौल के बीच एक और विवाद अचानक खड़ा हो गया जब अभिनेत्री और फिल्म निर्माता दिव्या खोसला ने आरोप लगाया कि जिगरा की कहानी उनकी फिल्म सवी की नकल है। यह आरोप उस समय और भी दिलचस्प हो गया जब यह सामने आया कि सवी को आलिया भट्ट के चाचा और वरिष्ठ निर्माता मुकेश भट्ट ने दिव्या के पति और टी–सीरीज़ प्रमुख भूषण कुमार के साथ मिलकर बनाया था।
अब, एक ताज़ा इंटरव्यू में, निर्माता मुकेश भट्ट ने इस विवाद पर खुलकर अपनी राय जाहिर की है और साफ कहा है कि आलिया भट्ट न तो दिवालिया हैं, न ही उन्हें किसी का आइडिया चुराने की ज़रूरत है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि पूरे विवाद की जड़ शायद प्रचार पाने की कोशिश भी हो सकती है। लेहरें रेट्रो को दिए इंटरव्यू में मुकेश भट्ट ने बताया कि उन्होंने अभी तक जिगरा देखी ही नहीं है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह समझना ज़रूरी है कि कहानियों में समानताएं होने का मतलब यह नहीं कि कोई फिल्म कॉपी की गई है।
मुकेश भट्ट ने बातचीत की शुरुआत इस बात से की कि उन्होंने जिगरा नहीं देखी है, लेकिन उन्हें पता है कि फ़िल्म की कहानी पर सवाल उठाए गए हैं। उनके मुताबिक, यह पहली बार नहीं है कि हिंदी सिनेमा में कहानियों की समानता को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो। उन्होंने याद दिलाया कि उनके भाई महेश भट्ट ने वर्षों पहले यश जौहर के लिए गुमराह नामक फिल्म बनाई थी, जो हॉलीवुड की मशहूर थ्रिलर Bangkok Hilton से प्रेरित थी। उन्होंने कहा कि जिगरा की मूल प्रेरणा वही पुरानी कहानी भी हो सकती है और इसमें किसी तरह की कॉपी–कैट मानसिकता खोजने की जरूरत नहीं है। उनका कहना था कि कहानी का मूल ढांचा प्रेरणा ले सकता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि पूरी फिल्म किसी दूसरे काम की नकल है।
दिव्या खोसला ने आरोप लगाया था कि जिगरा की कहानी सवी से काफी मिलती–जुलती है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर दोनों फिल्मों की तुलना होने लगी थी। दिव्या ने यह भी कहा था कि जिगरा की टीम ने अपने बॉक्स ऑफिस आंकड़ों को बढ़ा–चढ़ाकर दिखाया ताकि फिल्म की नकारात्मक छवि को थोड़ा कम किया जा सके। हालांकि, इन आरोपों पर मुकेश भट्ट ने पलटवार करते हुए कहा कि आलिया भट्ट का करियर उनकी मेहनत और प्रतिभा की वजह से बना है। उन्होंने साफ कहा कि आलिया भट्ट बॉलीवुड की उन चुनिंदा अभिनेत्री में शामिल हैं जिन्हें किसी भी तरह के ‘अंडरहैंड’ तरीके अपनाने की न आवश्यकता है और न ही कोई मजबूरी।
मुकेश भट्ट ने आगे यह भी जोड़ा कि दिव्या खोसला ने अपने बयान किस उद्देश्य से दिए, वह वह नहीं जानते, लेकिन इंडस्ट्री में प्रचार के तरीके कई बार विवाद पैदा करने तक भी पहुँच जाते हैं। उनका यह संकेत स्पष्ट था कि दिव्या का यह बयान उनकी फिल्म सवी को चर्चा में बनाए रखने की कोशिश भी हो सकता है। भट्ट ने यह भी कहा कि यदि दोनों फिल्मों की कहानी की तुलना की जाए तो शायद यह अंतर भी स्पष्ट होगा कि प्रेरणा और नकल में फर्क है। उनका मानना था कि आजकल हर फिल्म पर सोशल मीडिया की अदालत बहुत तेजी से निर्णय सुनाती है, लेकिन जरूरी नहीं कि हर आरोप में सच्चाई भी हो।
इसके अलावा इस पूरी घटना ने फिल्म इंडस्ट्री में रिश्तों की जटिलता और प्रतिस्पर्धा की परतें भी उजागर कर दी हैं। एक तरफ आलिया भट्ट, जो वर्तमान पीढ़ी की सबसे सफल अभिनेत्री मानी जाती हैं, तो दूसरी ओर दिव्या खोसला, जो खुद बतौर निर्देशक और निर्माता अपनी पहचान बना रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस विवाद का एक कोना आलिया के अपने परिवार से भी जुड़ रहा है, क्योंकि सवी के सह–निर्माताओं में उनके चाचा भी शामिल हैं। इससे यह विवाद सिर्फ पेशेवर नहीं, बल्कि निजी स्तर तक भी फैला हुआ प्रतीत होता है।
सोशल मीडिया पर इस बयानबाज़ी का असर साफ नजर आ रहा है। आलिया के समर्थक लगातार यह कह रहे हैं कि जिगरा की असफलता को किसी कॉपी विवाद से जोड़ना गलत है। वहीं, दिव्या के समर्थक यह तर्क दे रहे हैं कि यदि दो फिल्मों की कहानी में समानता है, तो उस पर सवाल उठाना पूरी तरह जायज है। हालांकि, इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि विवाद चाहे सार्वजनिक हो या निजी, इसका असर कलाकारों के रिश्तों पर तो पड़ता ही है, लेकिन लंबे समय में दर्शक सिर्फ फिल्मों की गुणवत्ता को याद रखते हैं, विवादों को नहीं।
इस बीच आलिया भट्ट ने इस विवाद पर कोई प्रत्यक्ष टिप्पणी नहीं की है। वे अपनी आने वाली फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हैं और इंडस्ट्री में उनके पेशेवर रवैये की सराहना की जाती है। वहीं, दिव्या खोसला भी अपने आगामी प्रोजेक्ट्स को लेकर सक्रिय हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि यह विवाद भविष्य में भी विभिन्न मंचों पर चर्चा का विषय बना रहेगा।
मुकेश भट्ट के ताज़ा बयान के बाद इस पूरे मामले का स्वर कुछ बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। उन्होंने आलिया की ओर से लगभग एक तरह से बचाव ही किया है, यह बताते हुए कि वह ऐसी कलाकार नहीं हैं जो किसी की नकल पर निर्भर हों। उनके मुताबिक, आलिया का काम स्वयं उनकी पहचान है और उन्हें किसी विवाद की आवश्यकता नहीं।
अंततः यह साफ है कि बॉलीवुड में कहानी, प्रेरणा, नकल और प्रतियोगिता का यह मिश्रण अक्सर विवादों को जन्म देता है। लेकिन मुकेश भट्ट की राय ने कम से कम इस विवाद को एक नई दिशा दे दी है कि मुद्दा किसी विचार की चोरी से ज्यादा इस बात से संबंधित हो सकता है कि प्रचार में कब, कौन और कैसे चर्चा का केंद्र बनना चाहता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान के बाद दिव्या खोसला या टी–सीरीज़ की ओर से कोई नई प्रतिक्रिया आती है या नहीं। फिलहाल, विवाद जारी है, और इंडस्ट्री की नज़रें इस प्रकरण पर टिकी हुई हैं।
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