दिल्ली से लेकर मुम्बई और बेंगलुरु तक स्वास्थ्य को लेकर जागरूक होते लोगों के बीच इन दिनों एक पारंपरिक भारतीय व्यंजन न सिर्फ चर्चा में है बल्कि डाइट चार्ट का महत्वपूर्ण हिस्सा भी बन रहा है। सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट नम्मी अग्रवाल द्वारा साझा की गई रेसिपी पनीर स्टफ्ड रागी परांठा ने सोशल मीडिया और हेल्थ ब्लॉग्स पर अपनी खास जगह बना ली है। पोषक तत्वों से भरपूर रागी और उच्च-प्रोटीन पनीर के मेल से तैयार यह परांठा न केवल स्वादिष्ट बताया जा रहा है, बल्कि इसे पूर्ण आहार के रूप में भी देखा जा रहा है, जिसे सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक किसी भी समय शामिल किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि आज के तनावपूर्ण और व्यस्त जीवन में ऐसे भोजन की जरूरत है, जो पेट को हल्का, पोषक और ऊर्जा से भरपूर बनाए रखे।
रसोई विशेषज्ञों के अनुसार इस परांठे की लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह इसका आसान तैयार होना है। घर पर उपलब्ध सामान्य सामग्री का उपयोग करके इसे कुछ ही मिनटों में बनाया जा सकता है। इसके लिए आवश्यक सामग्री दो हिस्सों में बांटी जाती है—पहला हिस्सा रागी आधारित dough का है और दूसरा पनीर की भरावन का।
सामग्री
रसोई विशेषज्ञों के मुताबिक पनीर स्टफ्ड रागी पराठा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री पूरी तरह घरेलू और आसानी से उपलब्ध है। हेल्थ-कॉन्शियस परिवारों के बीच इसकी लोकप्रियता का एक कारण इसका सरल पाक-प्रक्रिया होना भी माना जा रहा है। डिश को तैयार करने के लिए दो मुख्य हिस्सों—रागी के आटे और पनीर की भरावन—की आवश्यकता होती है।
रागी आटे के लिए आवश्यक सामग्री
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30 ग्राम रागी का आटा
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30 ग्राम गेहूं का आटा
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1 चम्मच ऑलिव ऑयल
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स्वादानुसार नमक
पनीर की स्टफिंग के लिए सामग्री
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30 ग्राम पनीर (कद्दूकस किया हुआ)
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1 हरी मिर्च (बारीक कटी)
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कुछ पुदीने की पत्तियां (बारीक कटी हुई)
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¼ चम्मच जीरा पाउडर
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स्वादानुसार नमक
पराठा पकाने के लिए सामग्री
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लगभग 1.5 चम्मच ऑलिव ऑयल
बनाने की विधि
पोषण विशेषज्ञों द्वारा साझा की गई विधि के अनुसार रेसिपी की शुरुआत रागी और गेहूं के आटे को मिलाकर dough तैयार करने से होती है। दोनों आटों को एक साथ मिलाकर धीरे-धीरे पानी डालते हुए इसे नरम, लोचदार और एकसार किया जाता है। dough को कुछ मिनट तक अच्छी तरह मसलकर उसमें एक चम्मच तेल मिलाया जाता है, ताकि उसकी सतह चिकनी हो जाए। इसके बाद इसे ढककर कुछ देर के लिए रख दिया जाता है, जिससे आटा फूलकर सेट हो सके।
इसके साथ-साथ पनीर की स्टफिंग भी तैयार की जाती है। एक छोटे बर्तन में कद्दूकस किया हुआ पनीर, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, पुदीने की पत्तियां, नमक और जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाया जाता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि पुदीना इस मिश्रण को न सिर्फ सुगंध देता है, बल्कि इसे हल्का और पाचन के अनुकूल भी बनाता है। तैयार मिश्रण को फिर छोटे-छोटे हिस्सों में बाँट लिया जाता है, ताकि हर परांठे की स्टफिंग एक समान रहे।
उसके बाद dough को छोटे गोले बनाकर हल्का बेल लिया जाता है। बीच में पनीर की तैयार स्टफिंग रखकर dough के सभी कोनों को मिलाते हुए इसे बंद कर दिया जाता है। अधिक निकला हुआ आटा निकालकर इसे हल्का दबाया जाता है और थोड़ा सा सूखा आटा लगाकर गोलाई में धीरे-धीरे बेल लिया जाता है। परांठे को अधिक पतला न करने की सलाह दी जाती है, ताकि पकाते समय भरावन बाहर न निकले।
तवा गर्म होने पर उस पर थोड़ा सा तेल डालकर बेलकर तैयार किया गया परांठा रखा जाता है। मध्यम आँच पर 30–40 सेकंड तक पकाने के बाद इसे पलट दिया जाता है। दोनों तरफ हल्का तेल लगाकर परांठे को दबाते हुए समान रूप से सेंका जाता है, ताकि वह कुरकुरा और सुनहरा हो जाए। इसे तब तक पलटते रहें जब तक परांठा पूरी तरह पक न जाए और हर तरफ से सुनहरी परत न दिखने लगे।
तैयार परांठे को तवे से उतारकर गर्म-गर्म दही, अचार या हरी चटनी के साथ परोसने की सलाह दी जाती है। पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि रागी और पनीर दोनों ही ऐसी सामग्री हैं जो न सिर्फ ऊर्जा प्रदान करती हैं, बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती हैं। यही कारण है कि यह रेसिपी आजकल स्वास्थ्य-जागरूक लोगों की पसंदीदा सूची में शामिल है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

