भारत में यूट्यूब का बड़ा ऐलान: क्रिएटर्स के लिए AI उपकरण, साझेदारी और नए प्रशिक्षण कार्यक्रम

भारत में यूट्यूब का बड़ा ऐलान: क्रिएटर्स के लिए AI उपकरण, साझेदारी और नए प्रशिक्षण कार्यक्रम

प्रेषित समय :18:03:15 PM / Thu, Nov 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. यूट्यूब ने सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित अपने वार्षिक इम्पैक्ट समिट (Impact Summit) में भारत के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) उपकरणों, नई साझेदारियों और बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण पहलों की एक विस्तृत श्रृंखला की घोषणा की है। प्लेटफॉर्म के अधिकारियों ने कहा कि उनका लक्ष्य AI-संचालित सुविधाओं और संस्थागत सहयोगों के माध्यम से भारत के ज्ञान और रचनात्मक क्षेत्रों को सशक्त बनाना है।

इस समिट में पेश की गई नई सुविधाओं में एक 'संवादात्मक AI टूल' (conversational AI tool) शामिल है, जो दर्शकों को वीडियो प्लेयर के भीतर ही प्रश्न पूछने और तत्काल उत्तर प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह फीचर दर्शकों के अनुभव को मौलिक रूप से बदलने की क्षमता रखता है, जिससे जानकारी का उपभोग और अधिक इंटरैक्टिव और व्यक्तिगत हो जाएगा।

यूट्यूब ने AI को सामग्री निर्माण की प्रक्रिया में गहराई से एकीकृत करने की योजना भी बताई है। इन उपकरणों से क्रिएटर्स को विचारों को विकसित करने, संपादन में सहायता करने, और अपनी सामग्री को व्यापक दर्शकों तक पहुँचाने में मदद मिलने की उम्मीद है। यूट्यूब के अधिकारियों ने भारत को AI नवाचार और क्रिएटर अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बताते हुए इस बात पर जोर दिया कि नई पहलें भारत के विशाल क्रिएटर समुदाय को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएंगी।

प्लेटफॉर्म ने विश्वसनीय स्वास्थ्य जानकारी तक पहुंच में सुधार और डिजिटल कल्याण (digital well-being) का समर्थन करने के उद्देश्य से अपने उपायों का विस्तार भी किया है। यूट्यूब अब 'फर्स्ट एड शेल्फ्स' (First Aid shelves) की उपलब्धता बढ़ाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि खोज परिणामों में अधिक स्वास्थ्य विषयों पर विश्वसनीय, आसानी से समझे जाने योग्य वीडियो प्रदर्शित हों। यह कदम गलत सूचना के प्रसार को रोकने और उपयोगकर्ताओं को स्वास्थ्य संबंधी विश्वसनीय स्रोत प्रदान करने के यूट्यूब के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।

समिट में भाग लेने वाले सरकारी अधिकारियों ने इन नए उपायों का स्वागत किया। महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि ये कदम सूचना तक पहुंच, डिजिटल सुरक्षा और आर्थिक भागीदारी से जुड़े राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सार्वजनिक संस्थानों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बीच सहयोग विश्वसनीय जानकारी तक पहुंच में सुधार ला सकता है और डिजिटल कौशल को बढ़ावा दे सकता है।

यूट्यूब की ये घोषणाएँ भारत के डिजिटल परिदृश्य में AI के बढ़ते महत्व को दर्शाती हैं, जहाँ प्लेटफॉर्म केवल मनोरंजन का माध्यम न रहकर, ज्ञान के प्रसार और आर्थिक विकास के एक इंजन के रूप में उभर रहा है। नई पहलें क्रिएटर्स को आधुनिक टूलकिट प्रदान करके, और दर्शकों को अधिक विश्वसनीय तथा इंटरैक्टिव अनुभव देकर, भारत की डिजिटल क्रांति को नई गति प्रदान करने का वादा करती हैं।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-