-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* स्कन्द षष्ठी - 26 नवम्बर 2025, बुधवार
* षष्टी तिथि प्रारम्भ - 25 नवम्बर 2025 को 10:56 पीएम बजे
* षष्टी तिथि समाप्त - 27 नवम्बर 2025 को 12:01 एएम बजे
दक्षिण भारत में स्कन्द सुप्रसिद्ध देवता हैं, जिनकी पूजा से संपन्नता प्राप्त होती है.
स्कन्द देव, भगवान भोलेनाथ और देवी पार्वती के पुत्र और भगवान श्रीगणेश के भाई हैं.
दक्षिण भारत में भगवान स्कन्द को मुरुगन, कार्तिकेय, सुब्रह्मण्य आदि स्वरूपों में जाना जाता है.
षष्ठी तिथि भगवान स्कन्द को समर्पित है.
सूरसम्हाराम के बाद आने वाली अगली स्कन्द षष्ठी को सुब्रहमन्य षष्ठी पुकारते हैं.
दक्षिण भारत में पलनी मुरुगन मन्दिर, स्वामीमलई मुरुगन मन्दिर, तिरुत्तनी मुरुगन मन्दिर, पज्हमुदिचोर्लाई मुरुगन मन्दिर, श्री सुब्रह्मण्य स्वामी देवस्थानम, तिरुप्परनकुंद्रम मुरुगन मन्दिर, मरुदमलै मुरुगन मन्दिर आदि प्रमुख एवं प्राचीन कार्तिकेय के मंदिर हैं.
भगवान कार्तिकेय की पूजा स्कन्द षष्ठी के दिन की जाती है.
कार्तिकेय के पूजन से रोग-दोष, दुःख-दारिद्र का निवारण होता है.
धर्मग्रंथों के अनुसार नारद-नारायण संवाद के दौरान संतान प्राप्ति और संतान की पीड़ाओं का शमन करने के लिए इस व्रत का विधान बताया गया है.
धर्मग्रंथों के अनुसार भगवान शिव के तेज से उत्पन्न बालक स्कन्द की छह कृतिकाओं ने स्तनपान करा कर रक्षा की थी. इनके छह मुख हैं और उन्हें कार्तिकेय नाम से पुकारा जाने लगा.
भोलेनाथ और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय की पूजा मुख्यत: दक्षिण भारत, खासतौर पर तमिलनाडु में होती है.
भगवान कार्तिकेय के प्रमुख मंदिर तमिलनाडु में ही हैं.
धर्मधारणा है कि... स्कंद षष्ठी की उपासना से च्यवन ऋषि को आंखों की ज्योति प्राप्त हुई... स्कंद षष्ठी के पाठ से प्रियव्रत का मृत शिशु जीवित हो गया.
धर्मग्रंथों में उल्लेख है कि... स्कन्द की उत्पत्ति अमावस्या को अग्नि से हुई थी, वे चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी को प्रत्यक्ष हुए थे, देवों के द्वारा सेनानायक बनाये गये थे तथा तारकासुर का वध किया था, अत: उनकी पूजा, दीपों, वस्त्रों, अलंकरणों, आदि से की जाती है, साथ ही, स्कंद षष्ठी पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है.
कार्तिकेय की स्थापना कर अखंड दीपक जलाए जाते हैं, विशेष कार्य की सिद्धि के लिए इस समय की गई पूजा-अर्चना विशेष फलदायी होती है!
स्कन्द षष्ठी 2025....
* 26 नवम्बर 2025, बुधवार
* 25 दिसम्बर 2025, बृहस्पतिवार
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग - 26 नवम्बर 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना मार्गशीर्ष, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष, वार बुधवार, पक्ष शुक्ल, तिथि षष्ठी - 12:01 एएम (27 नवम्बर 2025) तक, नक्षत्र श्रवण - 01:32 एएम (27 नवम्बर 2025) तक, योग वृद्धि - 12:43 पीएम तक, करण कौलव - 11:33 एएम तक, द्वितीय करण तैतिल - 12:01 एएम (27 नवम्बर 2025) तक, सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि मकर, राहुकाल 12:22 पीएम से 01:43 पीएम
दैनिक चौघड़िया - 26 नवम्बर 2025
* दिन का चौघड़िया
लाभ - 06:59 से 08:20
अमृत - 08:20 से 09:41
काल - 09:41 से 11:02
शुभ - 11:02 से 12:22
रोग - 12:22 से 01:43
उद्वेग - 01:43 से 03:04
चर - 03:04 से 04:25
लाभ - 04:25 से 05:46
* रात्रि का चौघड़िया
उद्वेग - 05:46 से 07:25
शुभ - 07:25 से 09:04
अमृत - 09:04 से 10:44
चर - 10:44 से 12:23
रोग - 12:23 से 02:02
काल - 02:02 से 03:41
लाभ - 03:41 से 05:20
उद्वेग - 05:20 से 07:00
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, विभिन्न पंचांगों, धर्मग्रथों से साभार ली गई है, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- आर्थिक स्थिति में सहजता बनी रहेगी, लेकिन धनागमन की उम्मीद फिलहाल कम है. रोजमर्रा के कार्यों को निपटाना आपके हित में होगा. जीवनसाथी का भरपूर सहयोग आपको खुशी और प्रेम की मधुरता का संवेदनात्मक प्रवाह से भर देगा. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. कुछ जरूरी यात्राएं करनी पड़ेगी. प्रोपर्टी को लेकर चली आ रही उलझन दूर होगी.
वृष राशि:- यदि आप चाहते हैं कि ग्रहों का बेहतर प्रभाव बना रहे, तो मेहनत को महत्व दें. लंबित कार्यों का निष्पादन प्राथमिकता के आधार पर करें. स्वास्थ्य का साथ बना रहेगा. आय-व्यय में भी सामान्य स्थिति रहेगी. परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा. कारोबारी यात्रा संपन्न् होगी. प्रेमियों के बीच उपहारों के आदन-प्रदान होगा.
मिथुन राशि:- परिवार में सामान्य स्थिति हो सकती है. दांपत्य में प्रेम की मधुरता में कोई कमी नहीं आने वाली है, लेकिन प्रेमियों के लिए समय अनुकूल नहीं है. किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचना चाहिए. करीबी मित्र की मदद से प्रोपर्टी की खरीद संभव है.
कर्क राशि:- घर-परिवार में खुशहाली का माहौल रहेगा. सगे-संबंधी के बीच आपकी कद्र बढ़ेगी. आय-व्यय का संतुलन बना रहेगा. जीवनसाथी का भी भावनात्मक सहयोग मिलेगा. प्रेम-संबंध में ताजगी का अनुभव करेंगे, कुछ बाधाएं पार करनी पड़ेंगी. प्रोपर्टी के लिए करीबी मित्र की मदद मिलेगी. सेहत में थोड़ी उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है.
सिंह राशि:- आमदनी के मोर्चे पर आज के दिन समस्या बनी रहेगी. आय-व्यय को संतुलित बनाना होगा. जीवनसाथी का सहयोगी स्वभाव भी आपको दूसरी समस्याओं से उबरने में मदद करेगा. कारोबार में तरी संभव है. नौकरी में वेतन बढ़ने की खबर मिल सकती है. प्रोपर्टी के सिलसिले में समय अनुकूल नहीं है. यात्रा आनंददायक संपन्न् होगी.
कन्या राशि:- थोड़ी असहजता खर्च के बढ़ने से आ सकती है. आवश्यक खर्च के साथ-साथ बचत नहीं हो पाने की पीड़ा आपको तकलीफ दे सकती है. घर-परिवार में उत्सव जैसा माहौल रहेगा. रोमांस में सरसता आएगी. लंबी यात्रा की योजना बनेगी, लेकिन छोटी-मोटी कारोबारी यात्रा पर जाना जरूरी होगा.
तुला राशि:- परिवार में किसी सदस्य की वजह से परेशानी आ सकती है. धनागमन होगा, लेकिन खर्च पर नियंत्रण रखना संभव नहीं होगा. परिवार के सदस्यों पर ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है. यात्रा में भी खर्च बढ़ सकता है. दांपत्य जीवन को सहज बनाए रखने के लिए जीवनसाथी के विचारों और सुझावों को मनाना आपके हित में होगा.
वृश्चिक राशि:- रिश्तेदारी में घूमने-फिरने का कार्यक्रम बन सकता है. सेहतमंद और तंदुरूस्त बने रहेंगे. नौकरी करने वालों को तरक्की मिल सकती है. नए मकान के लिए अभी कुछ समय और इंतजार करना पड़ सकता है. जीवनसाथी संग रोमांस में सरसता बनी रहेगी.
धनु राशि:- आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. करिअर, कारोबार या व्यक्तिगत पेशे के लिहाज से भी समय अच्छा है. नौकरी में मुस्तैद रहना पड़ेगा. कारोबार में अपनी योग्यता और बौद्धिक क्षमता के बावजूद अपने सहकर्मियों के साथ तालमेल बिठाकर ही अच्छे नतीजे पर पहुंच सकते हैं.
मकर राशि:- अटका हुआ पैसा भी मिल जाएगा. पूंजी निवेश की योजना बनेगी. परिवार में किसी नए सदस्य के साथ संबंध प्रगाढ़ होगा. माता-पिता को उनकी मनचाही यात्रा ऐन वक्त पर टल सकती है. जीवनसाथी संग प्रेम-संबंध मधुर बना रहेगा. अच्छे स्वास्थ्य का भरपूर आनंद उठाएंगे.
कुम्भ राशि:- परिवार के सदस्यों को लेकर चिंता बन सकती है. पारिवारिक जिम्मेदारी पूरी नहीं होने पर तनाव झेलना पड़ सकता है. मन की उदासी दूर करने के लिए परिवार समेत यात्रा पर जाना होगा. जीवनसाथी का प्रेमपूर्ण सहयोग मिलेगा. नवविवाहितों का रोमांस के चरम पर पहुंच सकता है.
मीन राशि:- आर्थिक स्थिति और प्रोफेशन में कुछ सुधार निश्चित है. धनागमन भी संभव है. नवविवाहितों या प्रेमियों के अनुभवों में कुछ नयेपन का एहसास होगा. खर्च का सिलसिला भी बना रहेगा. भागदौड़ बढ़ सकती है. यात्राएं करनी होंगी. दांपत्य जीवन में तालमेल बनाने की पहल आपकी तरफ से होनी चाहिए, वरना वैचारिक मतभेद से बचना मुश्किल हो सकता है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

