नई दिल्ली.प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया है, जिसमें एक सामान्य रैपिडो बाइक टैक्सी ड्राइवर के बैंक खाते में केवल आठ महीनों में ₹331 करोड़ जमा पाए गए। जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस खाते से हाल ही में उदयपुर में एक भव्य डेस्टिनेशन वेडिंग पर ₹1 करोड़ से अधिक खर्च किए गए, जो गुजरात के एक युवा राजनेता की शादी से जुड़ा था।
ED के अधिकारियों के मुताबिक यह खाता अवैध मनी लॉन्ड्रिंग और बेटिंग नेटवर्क से जुड़ा है। यह मामला 1xBet ऑनलाइन बेटिंग नेटवर्क की जांच के दौरान सामने आया, जिसमें अवैध लेन-देन और करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन का पता चला। अधिकारी मानते हैं कि रैपिडो ड्राइवर का खाता म्यूल अकाउंट के रूप में इस्तेमाल किया गया, ताकि अवैध रुपयों को विभिन्न खातों में ट्रांसफर किया जा सके।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि जिस शख्स के नाम पर यह खाता है, वह दिल्ली के एक साधारण कॉलोनी में दो कमरों के घर में रहता है और दैनिक जीवन के लिए बाइक टैक्सी चलाता है। उसका इस भारी रकम के लेन-देन से कोई संबंध नहीं होने का दावा है। ED अधिकारियों ने बताया कि ड्राइवर ने कहा कि वह दुल्हा-दुल्हन या उनके परिवार को नहीं जानता, जिनकी शादी में उसके खाते से पैसे खर्च हुए।
इस पूरे मामले में अभी कई फंड रूट्स और जुड़े लोगों की जांच जारी है। ED ने पहले भी 1xBet अवैध बेटिंग नेटवर्क के तहत कई करोड़ों के लेन-देन की जानकारी जुटाई है। इसके अंतर्गत क्रिकेटर शिखर धवन और सुरेश रैना की संपत्तियों को भी अटैच किया गया है।
अवैध लेन-देन की जांच में यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि इस खाते से जुड़े पैसों का इस्तेमाल किसी भव्य कार्यक्रम, जैसे उदयपुर की शादी में किया गया। गुजरात के युवा राजनेता से जुड़े इस खर्च की पूरी पड़ताल की जा रही है और संभावना है कि संबंधित राजनेता से भी पूछताछ की जाएगी।
ED अधिकारियों के मुताबिक म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल फर्जी केवाईसी डॉक्यूमेंट्स और अनजान स्रोतों से की गई रकम को ट्रांसफर करने के लिए किया गया। इस पूरे मामले से यह स्पष्ट होता है कि अवैध बेटिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के नेटवर्क में कितने लोग और कितने बड़े स्तर पर जुड़े हुए हैं।
इस खुलासे ने न सिर्फ सामान्य लोगों को चौंकाया है, बल्कि यह भी दर्शाया कि अवैध मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क किस तरह से रोजमर्रा के लोगों और छोटे खातों का इस्तेमाल करके करोड़ों रुपये की लेन-देन को अंजाम दे सकते हैं।
जांच के अगले चरण में ED रैपिडो ड्राइवर, उदयपुर की शादी और जुड़े फंड ट्रांजेक्शन की पूरी पड़ताल कर रही है। अधिकारी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के सभी कनेक्शन और लाभार्थियों का पता लगाया जाए।
रैपिडो ड्राइवर के खाते में जमा यह भारी रकम और उदयपुर की शादी पर खर्च की गई राशि यह संकेत देती है कि म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल कैसे बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन के लिए किया जा रहा है। ED की जांच लगातार तेज हो रही है और आने वाले हफ्तों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
इस मामले ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि ऑनलाइन बेटिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से बड़े पैमाने पर अवैध धन का लेन-देन हो रहा है, जो सामान्य नागरिकों की समझ से परे है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के पूरा होने तक सभी जुड़े व्यक्तियों और खातों की जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
ED की यह कार्रवाई न केवल अवैध लेन-देन को रोकने के लिए है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध बेटिंग के मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। रैपिडो ड्राइवर के मामले ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण उदाहरण पेश किया है, जिससे अवैध नेटवर्क के सभी कनेक्शन की जांच और निगरानी बढ़ाई जाएगी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

