बॉलीवुड के 'एनर्जी किंग' रणवीर सिंह की आगामी फिल्म ‘धुरंधर’ को लेकर सिनेमा प्रेमियों के बीच उत्साह चरम पर है, लेकिन सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से हरी झंडी मिलने के बाद जो जानकारियां सामने आई हैं, उन्होंने इस उत्सुकता को आश्चर्य में बदल दिया है। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस फिल्म को भले ही सेंसर बोर्ड ने रिलीज के लिए मंजूरी दे दी हो, लेकिन हिंसक दृश्यों में कटौती और कई नामों में बदलाव के बाद भी, इसका रनटाइम इतना विशाल है कि इसने एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। ‘धुरंधर’ की कुल अवधि 214 मिनट यानी पूरे 3 घंटे और 34 मिनट है, जिसने इसे पिछले 17 वर्षों में बॉलीवुड की सबसे लंबी फिल्म का दर्जा दे दिया है। इस चौंकाने वाली लंबाई के साथ, यह फिल्म आशुतोष गोवारिकर की 2008 में आई ऐतिहासिक ड्रामा ‘जोधा अकबर’ के बाद, जिसका रनटाइम भी लगभग इतना ही था, हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक मैराथन अनुभव बनने को तैयार है।
रणवीर सिंह के करियर की यह पहली फिल्म है जिसे ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया गया है, जो इसकी विषय वस्तु और गहन दृश्यों की ओर इशारा करता है। फिल्म को सेंसर बोर्ड से क्लीयरेंस पाने के लिए कई स्तरों से गुजरना पड़ा। बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड ने फिल्म के शुरुआती और दूसरे, दोनों हिस्सों से कई हिंसक दृश्यों को हटाने का निर्देश दिया था। इन दृश्यों की जगह अधिक उपयुक्त शॉट्स लगाए गए हैं, ताकि हिंसा के स्तर को नियंत्रित किया जा सके। केवल विजुअल्स ही नहीं, बल्कि फिल्म में एक मंत्री के किरदार का नाम भी बदला गया है। इसके साथ ही, एक अपशब्द (cuss word) को म्यूट किया गया और नशे की लत वाले पदार्थों के इस्तेमाल वाले दृश्यों में एंटी-ड्रग चेतावनी भी डाली गई है। इन तमाम बदलावों और कटौती के बावजूद फिल्म का तीन घंटे चौंतीस मिनट लंबा होना यह स्पष्ट करता है कि आदित्य धर ने दर्शकों के लिए एक बेहद विस्तृत और भव्य गाथा तैयार की है।
‘धुरंधर’ का विस्मयकारी रनटाइम ही एकमात्र चर्चा का विषय नहीं है, बल्कि रिलीज से पहले यह फिल्म एक बड़ी कानूनी चुनौती का सामना भी कर चुकी है। फिल्म की कहानी मेजर मोहित शर्मा के जीवन पर आधारित होने के संदेह में उनके माता-पिता ने दिल्ली हाई कोर्ट में फिल्म पर रोक लगाने की मांग की थी। मेजर मोहित शर्मा एक आतंकवाद विरोधी मिशन के दौरान शहीद हुए थे और उनके माता-पिता का तर्क था कि फिल्म निर्माताओं ने न तो भारतीय सेना से और न ही उनके परिवार से कोई आधिकारिक अनुमति ली थी। इस विवाद ने फिल्म को रिलीज से पहले ही राष्ट्रीय पटल पर ला दिया था।
हालांकि, निर्देशक आदित्य धर ने इस विवाद पर तत्काल प्रतिक्रिया दी और स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने मेजर मोहित शर्मा के भाई की टिप्पणी का जवाब देते हुए सोशल मीडिया पर एक आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया। धर ने लिखा, “सर, हमारी फिल्म धुरंधर बहादुर मेजर मोहित शर्मा (अशोक चक्र प्राप्त) के जीवन पर आधारित नहीं है। यह एक आधिकारिक स्पष्टीकरण है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर हम भविष्य में मोहित सर पर कोई बायोपिक बनाते हैं, तो हम इसे परिवार की पूर्ण सहमति और पूर्ण परामर्श से करेंगे, और इस तरह से करेंगे जो वास्तव में राष्ट्र के लिए उनके बलिदान और विरासत का सम्मान करे।” निर्देशक की इस प्रतिबद्धता ने न केवल कानूनी बाधा को दूर किया, बल्कि फिल्म के प्रति सम्मानजनक दृष्टिकोण को भी स्थापित किया।
रणवीर सिंह के साथ, फिल्म में सारा अर्जुन, अर्जुन रामपाल, अक्षय खन्ना, और संजय दत्त जैसे दमदार कलाकारों की फौज है, जो इस फिल्म की विशालता और महत्त्व को और बढ़ाती है। इस शानदार कास्ट और आदित्य धर के प्रभावी निर्देशन का तालमेल, 17 साल के सबसे लंबे रनटाइम के साथ मिलकर, दर्शकों को सिनेमाघरों में एक असाधारण और व्यापक अनुभव देने का वादा कर रहा है। सभी बाधाओं और कटौती के बावजूद, ‘धुरंधर’ की रिलीज अब बॉलीवुड के कैलेंडर पर सबसे बहुप्रतीक्षित इवेंट में से एक बन गई है, और दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि यह लंबी फिल्म उन्हें पर्दे पर कौन सी असाधारण कहानी दिखाएगी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

