Kaneez.... श्याम और मेहरुन्निसा के सफ़र को दिखाती है, जिनकी कला और आस्था उनकी ज़िंदगी तय करती है!

Kaneez.... श्याम और मेहरुन्निसा के सफ़र को दिखाती है, जिनकी कला और आस्था उनकी ज़िंदगी तय करती है!

प्रेषित समय :21:04:43 PM / Tue, Dec 2nd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई (व्हाट्सएप- 8302755688),   

कनीज़- श्याम नाम के एक युवा मंदिर गायक और मेहरुन्निसा नाम की एक मशहूर तवायफ़ के सफ़र को दिखाती है, जिनकी कला और आस्था उनकी ज़िंदगी तय करती है। बनारस में उनकी दुनियाएँ टकराती हैं, जहाँ भक्ति, परंपरा और इच्छा उन सभी चीज़ों को परखती हैं जिनके लिए वे खड़े हैं।
उनकी परफ़ॉर्मेंस कहानी के दिल को छूती है और म्यूज़िकल के इमोशनल आर्क को आकार देती है।
(Gulki Joshi) मेहरुन्निसा- कला के प्रति समर्पित तवायफ़, बनारस की एक मशहूर तवायफ़। सुंदर, डिसिप्लिन्ड और चुपचाप घायल। उनकी ज़िंदगी डांस, म्यूज़िक और भगवान में अटूट विश्वास पर बनी है। वह अपनी कोमलता के नीचे ताकत छिपाती हैं।
(Raayo S Bakhirta) श्याम- मंदिर गायक, एक ब्राह्मण पुजारी का बेटा जिसकी आवाज़ साफ़ है और दिल बेचौन है। आदर्शवादी, दयालु, और फ़र्ज़ और इच्छा के बीच फंसा हुआ। मेहर से उसकी मुलाक़ात उसके लिए भक्ति का मतलब बदल देती है।
(Jaya Bhattacharya) अप्पा- कोठे की मुखिया, मेहर की रखवाली। समझदार, तेज़ ज़बान वाली, रक्षा करने वाली और तहज़ीब में गहरी जड़ें रखने वाली। वह कोठा शान से चलाती है और उसकी दुनिया को संभाले रखती है।
(Amit Ghosh) केशव- श्याम का सबसे करीबी दोस्त, ज़मीन से जुड़ा, वफ़ादार, और चुपचाप समझने वाला। वह श्याम को साफ़ देखता है और तब भी उसके साथ खड़ा रहता है, जब समाज साथ नहीं देता।
(Sanjay Swaraj) ठाकुर साब- ताकतवर संरक्षक, अमीर, हक़दार और अपनी बात मनवाने का आदी। मेहर में उसकी दिलचस्पी प्यार से ज़्यादा मालिकाना हक में है, जो कहानी में मुख्य तनाव पैदा करता है।
(Sunit Razdan) शास्त्रीजी- पुजारी और श्याम के पिता, सख्त, घमंडी और परंपरा से बंधा हुआ। उसकी सोच श्याम की दुनिया की हदें तय करती है और श्याम के साथ उसका टकराव कहानी की मोरल रीढ़ बन जाती है!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-