जबलपुर. भारतीय रेलवे द्वारा एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को साकार करते हुए तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित काशी तमिल संगमम 4.0 के लिए आज जबलपुर स्टेशन पर विशेष उत्साह देखने को मिला. इस दौरान कुछ महिला यात्री प्लेटफार्म पर उतरकर जयश्री राम व हर-हर महादेव का उद्घोष भी करती नजर आयी.
तमिलनाडु के चेन्नई से काशी के लिए प्रस्थान करने वाली विशेष ट्रेन संख्या 06003 जब जबलपुर स्टेशन पहुँची, तो इसका जोरदार स्वागत किया गया. यह विशेष सेवा उन प्रतिभागियों को बनारस तक पहुँचाने के लिए चलाई जा रही है जो इस बहु-दिवसीय सांस्कृतिक समागम में भाग लेकर दोनों महान सांस्कृतिक धरोहरों के बीच सेतु का कार्य करेंगे.
सात विशेष ट्रेनों से सांस्कृतिक बंधन और मजबूत
ज्ञातव्य है कि भारतीय रेलवे काशी तमिल संगमम 4.0 के प्रतिभागियों के लिए तमिलनाडु के प्रमुख शहरों—चेन्नई, कोयम्बटूर, कन्याकुमारी आदि—से कुल सात विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है. इन सभी ट्रेनों के समयबद्ध प्रस्थान, सुरक्षित यात्रा, आरामदायक सुविधा और लंबी दूरी की निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए रेलवे द्वारा सुव्यवस्थित एवं चरणबद्ध संचालन किया जा रहा है.
जबलपुर में मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने किया स्वागत
विशेष ट्रेन के जबलपुर आगमन पर मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री नितेश कुमार सोने के नेतृत्व में वाणिज्य विभाग के लगभग 25 अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम ने स्टेशन पर उपस्थित होकर प्रत्येक कोच में जाकर यात्रियों का अभिवादन किया और उनका कुशल-क्षेम जाना. स्वयं श्री सोने ने ट्रेन में चढ़कर यात्रियों से वार्ता की, उनकी आवश्यकताओं एवं अनुभवों की जानकारी ली तथा उन्हें सुरक्षित एवं सुखद यात्रा की शुभकामनाएँ दीं.
यात्रियों का उत्साह—सांस्कृतिक मेलजोल का अद्भुत दृश्य
ट्रेन में यात्रा कर रहे तमिलनाडु के यात्रियों में अत्यधिक उत्साह देखा गया.
यात्रियों ने— ट्रेन में उपलब्ध सुविधाओं, स्वच्छता, समयपालन एवं रेलवे स्टाफ के सहयोगपूर्ण व्यवहार की सराहना की. हिंदी भाषी रेलवे स्टाफ और तमिल भाषी यात्रियों के बीच हुए आत्मीय संवाद ने स्टेशन परिसर में एक सौहार्दपूर्ण और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध वातावरण उत्पन्न किया.
उत्साह का यह माहौल इतना जीवंत था कि कुछ महिला यात्री प्लेटफॉर्म पर उतर आईं और खुशी में जय श्री राम एवं हर हर महादेव का जयघोष करते हुए सामूहिक नृत्य करने लगीं. यह दृश्य दो भिन्न संस्कृतियों के सुंदर संगम और परस्पर सम्मान की अनूठी मिसाल प्रस्तुत कर रहा था.
राष्ट्रीय एकता व सांस्कृतिक विरासत को जोडऩे में रेलवे की महत्वपूर्ण भूमिका
काशी तमिल संगमम कार्यक्रम का उद्देश्य तमिल सभ्यता और काशी की प्राचीन सनातन परंपरा के बीच ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को पुनर्जीवित करना है. भारतीय रेलवे इन विशेष ट्रेनों द्वारा—सुरक्षित, सुगम, समयबद्ध एवं सांस्कृतिक रूप से समृद्ध यात्रा अनुभव प्रदान करते हुए देश के विविध क्षेत्रों को जोडऩे में अहम भूमिका निभा रहा है. इस सुविचारित संचालन व्यवस्था के माध्यम से रेलवे ने न केवल यात्रियों की यात्रा को सहज बनाया है, बल्कि तमिलनाडु और काशी के बीच साझा विरासत को भी और गहराई से जोडऩे में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

