फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा उनके बयानों की है, जिसमें उन्होंने न सिर्फ उर्मिला मातोंडकर के साथ अपने रूमर्ड अफेयर पर खुलकर बात की, बल्कि श्रीदेवी पर किए अपने पुराने कमेंट्स का भी बचाव किया। फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं से जुड़े कॉन्फ्लिक्ट और सोशल मीडिया पर बढ़ते विमर्श के बीच वर्मा ने कहा कि उनके कई पुराने बयान गलत तरीके से समझे गए, जबकि वे महज प्रशंसा थे।
एक बातचीत में राम गोपाल वर्मा से पूछा गया कि 1990 और 2000 के दशक में उर्मिला मातोंडकर के साथ लगातार काम करने के कारण उनके अफेयर की अफवाह क्यों फैलती रही। उन्होंने बिना घुमाए-फिराए कहा कि उर्मिला उनके करियर की सबसे टैलेंटेड अभिनेत्रियों में से एक रही हैं, इसलिए उन्होंने उनके साथ कई फिल्में कीं। उनके मुताबिक, “उर्मिला सबसे टैलेंटेड अभिनेत्री हैं, इसलिए मैंने उनके साथ इतनी फिल्में कीं। मैंने अमिताभ बच्चन के साथ भी बहुत काम किया है, लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं करता। ये सब सोशल मीडिया और ‘सिस्टम’ का तरीका है, जो अलग दिशा में बातें फैलाता है।”
उर्मिला मातोंडकर के साथ उनकी फिल्में—रंगीला, दौड़, सत्या, और प्यार तूने क्या किया—आज भी क्लासिक मानी जाती हैं। इन फिल्मों ने उर्मिला को उस दौर का सबसे ग्लैमरस और प्रभावशाली चेहरा बनाया, वहीं राम गोपाल वर्मा की राइटिंग और फिल्म निर्माण शैली को भी अलग पहचान दिलाई। वर्मा ने कहा कि इन फिल्मों की सफलता के बाद चर्चाएं अपने आप पैदा हुईं, जबकि उनके और उर्मिला के बीच पेशेवर संबंधों के अलावा कुछ नहीं था।
उन्होंने श्रीदेवी पर किए अपने एक विवादित कमेंट—“थंडर थाईज़”—पर भी सफाई दी। वर्मा ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह गलत था। जब मैंने श्रीदेवी के बारे में ऐसा कहा, तो वह उनकी खूबियों की ओर इशारा था, न कि उन्हें ऑब्जेक्टिफाई करना। उनकी अदाकारी के साथ-साथ उनकी शारीरिक विशेषताएं भी उनकी पहचान थीं। इसे गलत कहना वास्तव में मेरे कमेंट को गलत दिशा में ले जाना है।”
श्रीदेवी के साथ राम गोपाल वर्मा ने 1991 में क्षण क्षणम बनाई थी, जो उस समय की चर्चित फिल्मों में शामिल रही। उन्होंने कहा कि श्रीदेवी ने उनके सिनेमाई दृष्टिकोण को गहराई से प्रभावित किया और वे उन्हें अब भी भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में मानते हैं।
बातचीत के दौरान राम गोपाल वर्मा ने अपने आने वाले प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की, जिसे लेकर दर्शकों में उत्सुकता है। उनका नया प्रोजेक्ट एक हॉरर ड्रामा है, जिसकी कहानी पूरी तरह एक पुलिस स्टेशन में सेट होगी। यह फिल्म अभिनेता मनोज बाजपेयी के साथ उनकी 27 साल बाद वापसी को चिह्नित करती है। फिल्म का टाइटल पुलिस स्टेशन में भूत बताया जा रहा है, जो वर्मा की प्रसिद्ध हॉरर फिल्म भूत की शैली से मेल खाता है।
मनोज बाजपेयी और राम गोपाल वर्मा की जोड़ी ने पहले भी कई यादगार प्रोजेक्ट दिए हैं, जिनमें सत्या सबसे उल्लेखनीय है। फिल्म प्रेमियों को उम्मीद है कि यह नई फिल्म हॉरर शैली में एक ताज़ा और दमदार प्रयोग साबित होगी। वर्मा ने संकेत दिया कि वे इस फिल्म को तनावपूर्ण, क्लॉस्ट्रोफोबिक और मनोवैज्ञानिक हॉरर की दिशा में ले जाने वाले हैं।
उधर, उनके बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। कुछ लोग उनकी बातों का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ फिर से पुराने विवादों को उठाकर आलोचना कर रहे हैं। लेकिन वर्मा अपनी बेबाक और विवादित छवि के लिए जाने जाते हैं और इस बार भी उन्होंने किसी विवाद से बचने की कोशिश नहीं की।
फिलहाल, उनके नए प्रोजेक्ट को लेकर उत्सुकता बढ़ रही है और साथ ही पुराने मामलों पर उनकी साफगोई एक बार फिर चर्चा में है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

