सर्द हवाओं की चपेट में एमपी, दो दिन चलेगी शीतलहर, जबलपुर में पारा 7.8 पर पहुंचा, उमरिया-शहडोल में सबसे ज्यादा ठंड

सर्द हवाओं की चपेट में एमपी, दो दिन चलेगी शीतलहर, जबलपुर में पारा 7.8 पर पहुंचा, उमरिया-शहडोल में सबसे ज्यादा ठंड

प्रेषित समय :14:58:56 PM / Sun, Dec 7th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. मध्यप्रदेश सर्द हवाओं की चपेट में है, जिसके चलते जबलपुर में पारा 7.8 डिग्री पर पहुंंच गया. इसी तरह भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित प्रदेश के 26 शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा. मौसम विभाग ने अगले 2 दिन शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है.

मौसम विशेषज्ञों की माने तो आज जबलपुर, भोपाल, सीहोर, राजगढ़ व सीहोर में शीतलहर चलने का अलर्ट है. वहीं सोमवार को भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, सिवनी व शहडोल में कोल्ड वेव चलेगी. कहा जा रहा है कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी व बारिश हुई है. इन राज्यों से सर्द हवाएं मध्यप्रदेश में आ रही हैं.  24 घंटे के दौरान भोपाल, राजगढ़, सीहोर, शाजापुर व शहडोल में शीतलहर का असर देखने को मिला. वहीं इंदौर, सिवनी, शाजापुर, नरसिंहपुर व बैतूल में ठंडा दिन रहा. एक दिन पहले भी जबलपुर सहित कई शहरों में कोल्ड वेव की स्थिति बनी रही. जिससे दिन में ही ठिठुरन बनी रही. भोपाल में शीतलहर से जनजीवन पर भी असर देखने को मिला.

इस मौसम में पहली बार तापमान 5 डिग्री से नीचे आया-

एमपी में पहली बार तापमान 5 डिग्री से नीचे आ गया. वहीं 26 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा. शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा. यहां पर न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया. उमरिया में 4.8 डिग्री, राजगढ़ में 5 डिग्री, रीवा में 5.4 डिग्री, छतरपुर के नौगांव में 5.7 डिग्री व खजुराहो में 6.4 डिग्री, रायसेन में 7.4 डिग्री, दमोह-सतना में 7.5 डिग्री, मंडला में 8 डिग्री, मलाजखंड में 8.1 डिग्री, दतिया में 8.3 डिग्री, गुना में 8.4 डिग्री, बैतूल में 8.5 डिग्री, सीधी में 8.6 डिग्री, छिंदवाड़ा में 8.8 डिग्री, धार में 9.1 डिग्री, श्योपुर, सिवनी-नरसिंहपुर में 9.4 डिग्री, सागर में 9.9 डिग्री रहा. यदि बड़े शहरों पर एक नजर डाले तो जबलपुर में तापमान 7.8 डिग्री, ग्वालियर 7.6, उज्जैन 10 डिग्री रहा.

दिसंबर-जनवरी में रिकॉर्ड तोड़ेगी ठंड-

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार सर्दी का असर तेज रहा है. भोपाल में नवंबर की सर्दी का 84 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है, जबकि इंदौर में 25 साल में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी है. ऐसी ही ठंड दिसंबर और जनवरी माह में भी पड़ेगी. इन दो महीनों में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं. इसलिए टेम्प्रेचर में खासी गिरावट देखने को मिलती है. वेस्टर्न डिस्टरबेंस के सक्रिय होने से दिसंबर में मावठा भी गिरता है. इससे दिन में भी सर्दी का असर बढ़ जाता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-