भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मंगलवार को आईपीएल 2026 की नीलामी से ठीक एक हफ्ता पहले उस हलचल को और बढ़ा दिया है, जो पहले ही टीम मालिकों, स्काउट्स और क्रिकेट प्रेमियों के बीच चरम पर पहुंच चुकी थी। सुबह जारी की गई 350 खिलाड़ियों की सूची के कुछ ही घंटे बाद, बोर्ड ने संशोधित सूची जारी करते हुए नौ नए खिलाड़ियों को नीलामी पूल में शामिल कर लिया। इसके साथ ही अंतिम सूची में खिलाड़ियों की कुल संख्या 359 हो गई—इनमें 247 भारतीय और 112 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। नीलामी अबू धाबी में होने जा रही है और ऐसे में अंतिम सूची में यह बदलाव सभी फ्रेंचाइज़ियों की रणनीति को एक बार फिर नए सिरे से सोचने को मजबूर कर रहा है।
नई सूची में वे नाम भी शामिल हुए हैं, जिनकी चर्चा पिछले कुछ महीनों से घरेलू क्रिकेट और फ्रेंचाइज़ी सर्कल में हो रही थी। इनमें सबसे प्रमुख नाम है स्वस्तिक चिकार का—वह खिलाड़ी जिसने पिछला आईपीएल खिताब अपने खाते में दर्ज किया था और हाल ही में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उन्हें रिलीज़ किया। इस सूची में मलेशिया के वीरणदीप सिंह भी शामिल हैं, जो इस साल नीलामी पूल में एकमात्र एसोसिएट नेशन के खिलाड़ी हैं। यह उनकी लगातार मेहनत और प्रदर्शन का प्रमाण है कि वह विश्व की सबसे प्रतिस्पर्धी लीगों में से एक में जगह बना पाए।
बाकी सात खिलाड़ियों में शामिल हैं—त्रिपुरा के ऑलराउंडर मणिशंकर मुरासिंह, हैदराबाद के गेंदबाज़ चामा मिलिंद, कर्नाटक के विकेटकीपर-बीटर के.एल. श्रीजित, दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर ईथन बॉश, ऑस्ट्रेलिया के स्पिन ऑलराउंडर क्रिस ग्रीन, उत्तराखंड के राहुल राज नमाला और झारखंड के बल्लेबाज़ विराट सिंह। इन खिलाड़ियों का शामिल होना यह संकेत देता है कि नीलामी में इस बार भारतीय और विदेशी प्रतिभाओं का संतुलन पहले से अधिक विविध और प्रतिस्पर्धी होने वाला है।
इन 359 खिलाड़ियों में से केवल 77 ही नए आईपीएल करार हासिल कर पाएंगे—और इनमें से केवल 31 विदेशी खिलाड़ियों के लिए जगह होगी। यानी प्रतियोगिता बेहद कड़ी है, और हर खिलाड़ी के लिए यह मौका न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि करियर की दिशा तय करने के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस बीच, कोलकाता नाइट राइडर्स 64.30 करोड़ रुपये की सबसे बड़ी पर्स राशि के साथ नीलामी में उतरेंगे और उनकी टीम में 13 स्लॉट खाली हैं। चेन्नई सुपर किंग्स 43.4 करोड़ रुपये की पर्स के साथ दूसरे नंबर पर हैं, जिनके नौ स्लॉट भरने हैं। यह आंकड़े इस बात की ओर संकेत करते हैं कि नीलामी के शुरुआती चरण में ये दोनों टीमें बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
इस रोमांचक माहौल के बीच मंगलवार शाम एक और महत्वपूर्ण अपडेट आया—BCCI ने नीलामी सूची में की गई एक बड़ी गलती को ठीक किया। यह गलती ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट खेल रहे भारतीय मूल के खिलाड़ी निखिल चौधरी से जुड़ी थी। निखिल पंजाब के युवा खिलाड़ियों जैसे अभिषेक शर्मा, अर्शदीप सिंह और शुभमन गिल के साथ घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं। कोविड महामारी के दौरान, वह ऑस्ट्रेलिया में फंस गए थे और वहीं रुककर अपने करियर का नया अध्याय शुरू किया। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगातार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की घरेलू संरचना में जगह बनाई और पिछले महीने शेफील्ड शील्ड में शतक जमाकर इतिहास रच दिया—वह इस टूर्नामेंट में शतक बनाने वाले पहले भारतीय मूल के खिलाड़ी बन गए।
निखिल ने दुनिया की कई टी20 लीगों में भी हिस्सा लिया है, जिनमें ग्लोबल सुपर लीग, मैक्स60 कैरिबियन और अबू धाबी टी10 शामिल हैं। लेकिन आईपीएल 2026 की मूल सूची में उन्हें गलत तरीके से भारतीय खिलाड़ी के रूप में दर्ज कर दिया गया था, जबकि नियमों के अनुसार वह अब भारतीय घरेलू संरचना का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें विदेशी खिलाड़ी की श्रेणी में आना चाहिए था। बोर्ड ने इस त्रुटि को सुधारते हुए संशोधित सूची में उसे ठीक कर दिया। नीलामी से कुछ दिन पहले यह सुधार सभी फ्रेंचाइज़ियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि विदेशी और भारतीय स्लॉट दोनों की योजना तैयार करना इस प्रक्रिया की सबसे जटिल चुनौतियों में से एक होती है।
आईपीएल 2026 की नीलामी इससे पहले भी कई बड़े कारणों से चर्चा में रही है—कई टीमों ने बड़े खिलाड़ियों को रिलीज़ किया है, कुछ फ्रेंचाइज़ियां पूरी तरह से नए सिरे से टीम बनाना चाहती हैं, जबकि कुछ अपनी कोर टीम को मजबूत करने के लिए सही खिलाड़ियों की तलाश में हैं। अब जब 359 खिलाड़ियों की अंतिम सूची सामने है, नीलामी के दिन होने वाली रणनीतिक लड़ाई और भी रोचक होने वाली है। हर फ्रेंचाइज़ी के लिए यह क्षण मायने रखता है—कौन से खिलाड़ियों पर दांव लगाया जाए, किसे प्राथमिकता मिले, किसे पिछले रिकॉर्ड के आधार पर लिया जाए और किसे भविष्य में निवेश के रूप में देखा जाए।
बीसीसीआई का यह कदम न केवल पारदर्शिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि खिलाड़ियों के हितों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी को भी मजबूत करता है। नीलामी से पहले अंतिम सूची को सटीक और निष्पक्ष रखना बेहद आवश्यक है, क्योंकि एक छोटी सी गलती भी किसी खिलाड़ी के करियर पर बड़ा असर डाल सकती है। निखिल चौधरी के मामले में त्वरित सुधार इसी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
अगले सप्ताह अबू धाबी में जब नीलामी की हथौड़ी गिरेगी, क्रिकेट जगत की निगाहें एक बार फिर उन नए चेहरों पर होंगी जो अपनी किस्मत बदलने के लिए मंच पर उतरेंगे। आईपीएल सिर्फ एक लीग नहीं, बल्कि अवसरों और सपनों का सबसे बड़ा मंच बन चुका है—जहां एक सही खरीद किसी खिलाड़ी के जीवन की दिशा बदल सकती है और एक सही रणनीति किसी टीम को चैंपियन बना सकती है। BCCI का ताज़ा अपडेट नीलामी की हलचल को और तेज कर चुका है और अब सभी की निगाहें आने वाली तारीख पर टिक गई हैं, जब यह 359 की सूची 77 नामों में सिमटकर अपनी नई कहानी लिखेगी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

