कुंडम के बघराजी क्षेत्र में किसानों ने ढोल नगाड़ों के साथ की ट्रांसफार्मर की पूजा, वर्षों पुरानी मांग पूरी होने पर जताया आभार

कुंडम के बघराजी क्षेत्र में किसानों ने ढोल नगाड़ों के साथ की ट्रांसफार्मर की पूजा, वर्षों पुरानी मांग पूरी होने पर जताया आभार

प्रेषित समय :20:16:57 PM / Sun, Dec 14th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर.कुंडम विकासखंड के बघराजी क्षेत्र के किसानों के लिए शनिवार का दिन किसी उत्सव से कम नहीं रहा, क्योंकि उनकी लंबे समय से चली आ रही एक प्रमुख मांग आखिरकार पूरी हो गई. बघराजी सब स्टेशन में 10 एमवीए (मेगा वोल्ट एम्पीयर) क्षमता का नया ट्रांसफार्मर सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया, जिसके बाद किसानों ने अभूतपूर्व उत्साह का प्रदर्शन किया. अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए, किसानों ने केवल आभार ही नहीं जताया, बल्कि ढोल-नगाड़ों के साथ इस ट्रांसफार्मर की विधिवत आरती उतारी और उसका भव्य अभिनंदन किया.

यह अनोखा और भावनात्मक स्वागत समारोह शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे बघराजी सब स्टेशन पर आयोजित हुआ. वर्षों से इस क्षेत्र के किसान अपर्याप्त विद्युत आपूर्ति और बार-बार होने वाले बिजली कटौती से जूझ रहे थे, जिसका सीधा असर उनकी कृषि पैदावार और सिंचाई व्यवस्था पर पड़ रहा था. 10 एमवीए क्षमता का यह विशाल ट्रांसफार्मर लगने से अब इस पूरे क्षेत्र को उच्च गुणवत्ता और स्थिर विद्युत आपूर्ति मिलना सुनिश्चित हो गया है, जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं.

इस अवसर पर उपस्थित किसानों ने एक स्वर में क्षेत्रीय विधायक संतोष बरकड़े का हृदय से आभार व्यक्त किया. किसानों ने बताया कि उनके लोकप्रिय विधायक संतोष बरकड़े के अथक और निरंतर प्रयासों के कारण ही यह महत्वपूर्ण कार्य संभव हो सका है. विधायक ने लगातार विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क बनाए रखा और किसानों की समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए दबाव बनाया.

किसानों ने इस सफलता का श्रेय विधायक के साथ-साथ विद्युत विभाग के वर्तमान जेई इंद्रपाल सिंह के अथक प्रयासों को भी दिया. उन्होंने उल्लेख किया कि जेई इंद्रपाल सिंह ने इस परियोजना को ज़मीन पर उतारने में बेहद समर्पण और तत्परता दिखाई. यह केवल एक ट्रांसफार्मर की स्थापना नहीं है, बल्कि यह किसानों के भविष्य की सिंचाई और उपज की गारंटी है, जो अब बेहतर विद्युत आपूर्ति पर निर्भर करेगी.

सब स्टेशन पर आयोजित इस समारोह में किसानों ने खुशी से झूमते हुए ढोल-नगाड़े बजाए. ट्रांसफार्मर के समक्ष खड़े होकर पारंपरिक तरीके से आरती उतारी गई, मानो वे किसी देवी-देवता का स्वागत कर रहे हों. यह दृश्य अपने आप में अनूठा था, जो इस बात को दर्शाता है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए बिजली का महत्व कितना अधिक है. यह ट्रांसफार्मर उनके लिए केवल एक मशीन नहीं, बल्कि समृद्धि और राहत का प्रतीक बन गया है. किसानों ने मिठाई बाँटकर और एक-दूसरे को बधाई देकर अपनी प्रसन्नता साझा की.

बघराजी क्षेत्र के किसानों को अब उम्मीद है कि सिंचाई पंपों को चलाने के लिए उन्हें पर्याप्त वोल्टेज और समय पर बिजली मिलेगी, जिससे उनकी फसलें सूखने से बच जाएँगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. यह घटना उन सभी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक प्रेरणा है जहाँ बुनियादी ढाँचे की कमी के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के सामूहिक प्रयास से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-