भारतीय सनातन परंपरा में सूर्य को केवल ग्रह नहीं, बल्कि जीवन, ऊर्जा और चेतना का प्रत्यक्ष देव माना गया है। बदलती जीवनशैली, मानसिक तनाव और अस्थिर दिनचर्या के बीच एक बार फिर सूर्य उपासना और सूर्य नमस्कार से जुड़े मंत्रों की ओर लोगों का रुझान बढ़ता दिख रहा है। सोशल मीडिया से लेकर योग केंद्रों तक सूर्य देव के 12 मंत्रों की चर्चा तेज़ है, जिन्हें नियमित जाप और साधना से जीवन में सकारात्मक बदलाव का माध्यम बताया जा रहा है। माना जाता है कि ये मंत्र न केवल शारीरिक ऊर्जा बढ़ाते हैं, बल्कि मानसिक स्पष्टता, आत्मबल और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।
● सूर्य नमस्कार के दौरान बोले जाने वाले 12 मंत्र सूर्य देव के 12 स्वरूपों को समर्पित माने जाते हैं
● ॐ मित्राय नमः — जो समस्त जगत के मित्र हैं
● ॐ रवये नमः — जो प्रकाश प्रदान करते हैं
● ॐ सूर्याय नमः — जो अंधकार का नाश करते हैं
● ॐ भानवे नमः — जो तेज और दीप्ति से युक्त हैं
● ॐ खगाय नमः — जो आकाश में निरंतर गति करते हैं
● ॐ पूष्णे नमः — जो सभी का पोषण करते हैं
● ॐ हिरण्यगर्भाय नमः — जो सृष्टि के स्वर्णिम बीज हैं
● ॐ मरीचये नमः — जो असंख्य किरणों के स्वामी हैं
● ॐ आदित्याय नमः — जो माता अदिति के पुत्र हैं
● ॐ सवित्रे नमः — जो सृष्टि को प्रेरणा देते हैं
● ॐ अर्काय नमः — जो पूजनीय और आराध्य हैं
● ॐ भास्कराय नमः — जो ज्ञान और प्रकाश के दाता हैं
● योग विशेषज्ञों के अनुसार इन मंत्रों का नियमित उच्चारण एकाग्रता, ऊर्जा, मानसिक शुद्धता और शरीर की मजबूती प्रदान करता है
● इसे योग, भक्ति और ध्यान की संपूर्ण साधना प्रक्रिया माना गया है
● सूर्य बीज मंत्र — ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः
● मान्यता है कि इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करने से धन, प्रसिद्धि, रोग मुक्ति और आत्मबल में वृद्धि होती है
● साधक इसे जीवन में चमत्कारी परिवर्तन का माध्यम मानते हैं
● सूर्य गायत्री मंत्र —
ॐ भास्कराय विद्महे महाद्युतीकराय धीमहि। तन्नो आदित्यः प्रचोदयात॥
● इसका अर्थ है—हे भास्कर देव, हम आपका ध्यान करते हैं, हमें श्रेष्ठ बुद्धि और प्रकाशित मन प्रदान करें
● रविवार को सूर्योदय के समय इसका जाप विशेष फलदायी माना जाता है
● मानसिक शक्ति, आत्मविश्वास, तेज और सफलता से इसका सीधा संबंध बताया जाता है
● आदित्य हृदय स्तोत्र मंत्र —
आदित्य हृदय पुण्यं सर्व शत्रु विनाशनम्।
जयावहम जपे नित्यं अक्षयं परमं शिवम्॥
● यह मंत्र बाधाओं को दूर करने, विजय दिलाने और आत्मबल को जाग्रत करने वाला माना गया है
● श्रद्धालुओं के अनुसार सूर्य उपासना से नकारात्मक विचारों का अंत होता है
● आत्मविश्वास, साहस और सकारात्मक दृष्टिकोण में वृद्धि देखी जाती है
● मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन के लिए इसे प्रभावशाली साधना माना जा रहा है
आधुनिक दौर में जब लोग मानसिक शांति और आंतरिक ऊर्जा की तलाश में हैं, सूर्य देव के ये मंत्र एक बार फिर आस्था और अनुभव का संगम बनकर सामने आ रहे हैं। श्रद्धा, अनुशासन और नियमित अभ्यास के साथ की गई सूर्य साधना को जीवन में स्थायित्व और प्रकाश का मार्ग बताया जा रहा है।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

