अबू धाबी के एतिहाद एरिना में चल रहा आईपीएल 2026 का ऑक्शन इस बार कई मायनों में ऐतिहासिक बनता नजर आ रहा है। बड़े नामों के साथ-साथ जिन खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं, वे भारत के अनकैप्ड युवा क्रिकेटर रहे। करोड़ों रुपये की बोली, टीमों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा और हर हाथ उठने के साथ बढ़ती उत्सुकता ने यह साफ कर दिया कि फ्रेंचाइजी अब भविष्य की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं। खास तौर पर जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज आकिब नबी डार, उत्तर प्रदेश के ऑलराउंडर प्रशांत वीर और विकेटकीपर-बल्लेबाज कार्तिक शर्मा पर लगी बोली ने ऑक्शन हॉल का माहौल पूरी तरह बदल दिया।
आईपीएल 2026 के इस मिनी ऑक्शन में कुल 369 खिलाड़ी शामिल हुए, जिनमें 253 भारतीय और 116 विदेशी खिलाड़ी थे। शुरुआती दौर में विदेशी सितारों पर बड़ी बोली लगी, लेकिन जैसे-जैसे अनकैप्ड खिलाड़ियों के नाम आने लगे, फ्रेंचाइजियों के बीच होड़ और तेज हो गई। यही वजह रही कि कई युवा खिलाड़ियों की कीमतें उनके बेस प्राइस से कई गुना तक पहुंच गईं। यह नजारा भारतीय घरेलू क्रिकेट के लिए भी एक बड़ा संकेत माना जा रहा है कि अब आईपीएल टीमों की नजर सिर्फ अंतरराष्ट्रीय अनुभव पर नहीं, बल्कि देश के कोने-कोने से निकल रहे टैलेंट पर है।
जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज आकिब नबी डार पर जब बोली शुरू हुई तो किसी ने अंदाजा नहीं लगाया था कि वह इतने महंगे बिकेंगे। अपनी स्विंग गेंदबाजी और घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन के दम पर आकिब ने सभी टीमों का ध्यान खींचा। दिल्ली कैपिटल्स ने आखिरकार 8.40 करोड़ रुपये की बोली लगाकर उन्हें अपने खेमे में शामिल किया। रणजी ट्रॉफी में 44 विकेट और एक पारी में लगातार चार विकेट लेने का रिकॉर्ड रखने वाले आकिब को भविष्य का तेज गेंदबाज माना जा रहा है। उनकी गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने की क्षमता और नई गेंद से आक्रामक शुरुआत करने की आदत उन्हें आईपीएल के छोटे फॉर्मेट के लिए खास बनाती है।
इसके बाद जब उत्तर प्रदेश के 20 वर्षीय ऑलराउंडर प्रशांत वीर का नाम आया, तो ऑक्शन हॉल में माहौल और गर्म हो गया। महज 30 लाख रुपये के बेस प्राइस के साथ उतरे प्रशांत पर चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों ने दिलचस्पी दिखाई। हर बोली के साथ उनकी कीमत बढ़ती चली गई और आखिरकार चेन्नई सुपर किंग्स ने 14.20 करोड़ रुपये में उन्हें खरीद लिया। प्रशांत वीर का यह सफर घरेलू क्रिकेट में उनके हालिया प्रदर्शन की बदौलत संभव हुआ। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025-26 में उन्होंने सात मैचों में 169.19 के स्ट्राइक रेट से 112 रन बनाए और अपनी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी से भी प्रभावित किया। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और उपयोगी गेंदबाजी ने उन्हें एक परफेक्ट टी-20 ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया है।
प्रशांत वीर के तुरंत बाद विकेटकीपर-बल्लेबाज कार्तिक शर्मा का नाम पुकारा गया और यहां भी वही कहानी दोहराई गई। लंबे-लंबे छक्के लगाने की क्षमता और निचले क्रम में तेजी से रन बनाने के लिए पहचाने जाने वाले कार्तिक पर कई टीमों की नजर थी। अंततः चेन्नई सुपर किंग्स ने ही 14.20 करोड़ रुपये की बोली लगाकर उन्हें अपने साथ जोड़ लिया। इस तरह प्रशांत वीर और कार्तिक शर्मा संयुक्त रूप से आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए। दोनों की एक-सी कीमत ने यह साबित कर दिया कि फ्रेंचाइजी अब युवा भारतीय खिलाड़ियों पर भी उतना ही भरोसा दिखा रही हैं, जितना अनुभवी अंतरराष्ट्रीय सितारों पर।
इन अनकैप्ड खिलाड़ियों की चर्चा के बीच विदेशी सितारों ने भी इतिहास रचा। ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन ने आईपीएल ऑक्शन में नया कीर्तिमान स्थापित किया। कोलकाता नाइट राइडर्स ने 25.20 करोड़ रुपये की भारी भरकम बोली लगाकर उन्हें खरीदा, जिससे वह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए। ग्रीन की ऊंची कद-काठी, तेज गेंदबाजी और मध्यक्रम में आक्रामक बल्लेबाजी उन्हें किसी भी टीम के लिए बहुमूल्य बनाती है। केकेआर ने साफ संकेत दिया कि वे आने वाले सीजन में संतुलित और ताकतवर टीम के साथ उतरना चाहते हैं।
वहीं भारतीय ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर की किस्मत ने भी एक बार फिर करवट ली। पिछले सीजन में 23 करोड़ रुपये में बिकने वाले वेंकटेश को इस बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 7 करोड़ रुपये में खरीदा। कीमत भले ही कम रही हो, लेकिन टीम प्रबंधन का भरोसा यह दर्शाता है कि वे उन्हें एक अहम भूमिका में देख रहे हैं। आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में अनुभव और लचीलापन हमेशा काम आता है, और वेंकटेश अय्यर इस कसौटी पर खरे उतरते हैं।
ऑक्शन के इस दौर में कुछ बड़े नामों का अनसोल्ड रहना भी चर्चा का विषय बना। पृथ्वी शॉ, सरफराज खान, जेक फ्रेजर-मैकगर्क और डेवोन कॉनवे जैसे खिलाड़ियों का पहले राउंड में न बिकना फैंस के लिए चौंकाने वाला रहा। हालांकि क्रिकेट जानकारों का मानना है कि ऑक्शन अभी बाकी है और आने वाले राउंड्स में इन खिलाड़ियों पर भी बोली लग सकती है। आईपीएल में रणनीति कई बार आखिरी पलों में बदलती है और जरूरत के हिसाब से फैसले लिए जाते हैं।
कुल मिलाकर आईपीएल 2026 का यह ऑक्शन भारतीय क्रिकेट के बदलते चेहरे की तस्वीर पेश कर रहा है। अनकैप्ड खिलाड़ियों पर लगी रिकॉर्ड बोली यह बताती है कि घरेलू क्रिकेट अब सीधे तौर पर आईपीएल की सफलता से जुड़ चुका है। आकिब नबी डार, प्रशांत वीर और कार्तिक शर्मा जैसे युवा खिलाड़ी सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उन हजारों क्रिकेटरों के लिए उम्मीद बनकर उभरे हैं, जो छोटे शहरों और राज्यों से निकलकर बड़े सपने देखते हैं। जैसे-जैसे ऑक्शन आगे बढ़ेगा, फैंस की निगाहें इस पर टिकी रहेंगी कि कौन-सा नया नाम अगला बड़ा सरप्राइज देगा और कौन-सी टीम सबसे मजबूत संयोजन के साथ मैदान में उतरेगी।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

