यूपी के लखनऊ से पकड़े गए जबलपुर में 76 लाख की ठगी के 2 आरोपी , एक प्रतिशत कमीशन के बदले किराए पर दिए बैंक खाते

यूपी के लखनऊ से पकड़े गए जबलपुर में 76 लाख की ठगी के 2 आरोपी, एक प्रतिशत कमीशन के बदले किराए पर दिए बैंक खाते

प्रेषित समय :15:19:35 PM / Tue, Dec 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित संजीवनी नगर में रहने वाले वृद्ध अनिल कुमार से 76 लाख रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने यूपी के लखनऊ से गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आईपीएस अधिकारी बनकर अजय शर्मा व वेदप्रकाश ने अनिल कुमार को सुप्रीम कोर्ट व दिल्ली पुलिस का डर दिखाकर 76 लाख रुपए जमा करने के लिए कहा था. वह खाता अजय शर्मा का था.

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि 1 प्रतिशत की राशि लेकर उसने साइबर ठगों को खाता किराए पर दिया था. जबलपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने दोनों ही आरोपियों को जिला कोर्ट में पेश किया. जहां से पूछताछ के लिए उन्हें 3 दिन की रिमांड पर लिया है. क्राइम ब्रांच का दावा है कि पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. क्राइम ब्रांच की टीम ठगों के उन खातों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जहां पर इन आरोपियों ने पैसे जमा कर रखे हैं.

गौरतलब है कि  22 नवंबर 2025 को संजीवनी नगर निवासी अनिल कुमार नन्हौरिया के मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आया. जिसमें कहा जाता है कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग केस में फंसे सदाकत खान के पास से तुम्हारे नाम का एटीएम कार्ड मिला है. आईपीएस अधिकारी बनकर वृद्ध अनिल कुमार से बात कर रहे ठग ने धमकाते हुए कहा कि आपके नाम से एक मोबाइल सिम जारी हुआ है. इसका उपयोग कर लोगों को डराया धमकाया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट दिल्ली थाना में दर्ज हुई है. आपको दिल्ली आकर थाना में स्टेटमेंट दर्ज करना होगा.

आईपीएस व सीबीआई अधिकारी बनकर ठगों ने बुजुर्ग को धमकाते हुए एफडी तुड़वाई और फिर एक खाता नंबर दिया. जिसमें कहा गया कि यह सुप्रीम कोर्ट का है, इसमें 76 लाख रुपए जमा करो दो, जिसे बाद में वापस कर दिया जाएगा. फर्जी आईपीएस अधिकारी जो कि अपना नाम विजय कुमार बता रहा था, उसने अनिल कुमार से कहा कि यह एक सीक्रेट मिशन है. राष्ट्रीय सुरक्षा के हिसाब से इसकी जानकारी किसी को भी देने पर 3 साल की सजा और 5 लाख का जुर्माना का प्रावधान है. डर के कारण पीडि़त अनिल कुमार ने यह बात किसी से भी साझा नहीं की. इसके बाद जालसाजों ने कहा कि आप हर तीन घंटे में वॉट्सऐप पर अपनी लोकेशन, एक्टिविटी और सीक्रेट बनाए रखने की सूचना देने को कहा गया.

24 नवंबर को ह्यूमन ट्रैफिकिंग केस से डरे बुजुर्ग ने आईपीएस अधिकारी बनकर बात कर रहे ठग की हर बात मान ली और फिर कीर्ति सान्याल द्वारा दिए गए खाता क्रमांक 730905000678 आईसीआईसीआई बैंक में जमा करने के लिए कहा गया. डरे बुजुर्ग ने 76 लाख रुपए जमा कर दिए. क्राइम ब्रांच निरीक्षक जितेंद्र पाटकर ने कहा कि अभी यूपी से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जल्द ही इनकी टीम के अन्य सदस्य भी पकड़े जाएंगे. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-