सर्दी के मौसम में हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में दहशत, हाथियों को झुंड फसलों को कर रहे बर्बाद

सर्दी के मौसम में हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में दहशत, हाथियों को झुंड फसलों को कर रहे बर्बाद

प्रेषित समय :21:56:45 PM / Wed, Dec 24th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/रांची 

झारखंड प्रदेश में सर्दी के मौसम में हाथियों का झुंड जंगल से भटकर इधर से उधर घुम रहे हैं. जिसके कारण कभी रेल सेवा बाधित हो रहें हैं तो कभी नेशनल हाईवे पर इनके गुजरने के कारण वाहनों की आवाजाही में रूकावटें पैदा हो रही हैं.अभी हाल के दिनों में असम में राजधानी एक्सप्रेस के टक्कर में आठ हाथियों की जहां मौत हो गई थी. वहीं कई घंटे तक रेल सेवा प्रभावित रहा. जबकि झारखंड में चक्रधरपुर रेलवे डिवीजन में टाटानगर और उड़िसा जाने वाले कई ट्रेनों को तीन तीन बार परिचालन बंद करना पड़ा है.

वहीं गजराज  द्वारा  झारखंड प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में खेतों में लहलहाती फसल को भी भारी नुक्सान पहुंचाया जा रहा है.इस बीच कल बीते रात मंगलवार को हजारीबाग जिले के कंडेर पंचायत के कच्चूदाग गांव में जमकर उत्पाद मचाकर फसलों को नष्ट कर दिया गया. गजराज के गांव में घुस जाने से जहां ग्रामीणों में दहशत्व व भय का माहौल व्याप्त है.

वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार हाथियों को सुरक्षित स्थान में भेजने का प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि रात के लगभग दो बजे पहाड़ों से हाथियों की एक झुंड जिसमें हाथियों के चार बच्चे भी शामिल थे. गांव के मुहाने पर पहुंचकर खेतों में लगे आलू व सरसों सहित कई फसलों को नष्ट कर दिया गया. इसके साथ ही गजराजों के झुंड बंद पड़े नव प्राथमिक विद्यालय के गेट को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों के झुंड कंडेल पंचायत में पहुंच जाने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारियों द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए गांव में पहुंचकर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा गया.

पंचायत के मुखिया रविंद्र करमाली द्वारा बताया गया कि कजरू बेदिया, सोरोवती देवी, लालू बेदिया, संतोष बेदिया, तिवारी बेदिया महेश बेदिया व कामेश्वर बेदिया के खेतों में लगे फसलों को नुकसान कर दिया किया गया है. जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान पहुंचा है. गांव के समीप पहाड़ों में गजराज के पहुंच जाने से ग्रामीणों में भय व दहशत का माहौल कुछ इस कदर व्याप्त है की रात में लोग रात जगा कर रहे हैं. ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी गजराज द्वारा जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जान माल का भारी नुकसान पहुंचाया गया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-