सर्दियों का मौसम आते ही भारतीय रसोई में ऐसे व्यंजनों की तलाश शुरू हो जाती है जो शरीर को गर्म रखें, पोषण दें और स्वाद में भी भरपूर हों. इन्हीं अपेक्षाओं पर खरा उतरता है कुकुरमुत्ता पनीर रस्सा, जो आजकल घरों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. यह व्यंजन न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि प्रोटीन और पोषण से भरपूर होने के कारण सर्दियों के लिए एक संतुलित भोजन भी माना जा रहा है. ठंड के मौसम में जब सब्जियों की उपलब्धता बदल जाती है, तब मशरूम यानी कुकुरमुत्ता और पनीर का यह मेल रसोई में एक खास जगह बना लेता है.
कुकुरमुत्ता भारतीय रसोई में भले ही अपेक्षाकृत नया घटक माना जाए, लेकिन आज यह शहरी और कस्बाई बाजारों में आसानी से उपलब्ध है. सर्दियों में इसकी मांग इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि यह जल्दी पक जाता है और मसालेदार ग्रेवी के साथ बेहतरीन स्वाद देता है. दूसरी ओर, पनीर का इतिहास कहीं अधिक पुराना है, जिसे मुगल काल से भारतीय रसोई में समृद्ध ग्रेवी वाले व्यंजनों का आधार माना जाता रहा है. जब इन दोनों को एक साथ रस्सेदार करी में पकाया जाता है, तो यह व्यंजन परंपरा और आधुनिक खानपान का सुंदर उदाहरण बन जाता है.
पोषण के नजरिए से देखें तो कुकुरमुत्ता पनीर रस्सा सर्दियों के लिए आदर्श माना जा सकता है. मशरूम हल्का होने के साथ-साथ बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है, जो शरीर को ऊर्जा देने में मदद करता है. वहीं पनीर शाकाहारी प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों और मांसपेशियों के लिए जरूरी माना जाता है. यही वजह है कि यह व्यंजन पेट भरने के साथ-साथ शरीर को जरूरी पोषण भी देता है.
घर की रसोई में यह रस्सा बनाना भी ज्यादा जटिल नहीं है. इसकी सामग्री आमतौर पर हर भारतीय किचन में मिल जाती है और पकाने की विधि भी सरल है.
सामग्री
250 ग्राम साफ किए हुए और कटे हुए बटन मशरूम, 200 ग्राम पनीर के क्यूब्स, एक कप बारीक कटा हुआ प्याज, एक कप टमाटर की प्यूरी, एक बड़ा चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट, एक छोटी हरी मिर्च (वैकल्पिक), एक चम्मच जीरा, डेढ़ चम्मच धनिया पाउडर, आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर, एक चौथाई चम्मच हल्दी, आधा चम्मच गरम मसाला, दो बड़े चम्मच तेल, एक कप पानी और स्वादानुसार नमक लिया जाता है.
बनाने की प्रक्रिया
सबसे पहले एक गहरे पैन में तेल गर्म किया जाता है. तेल के गर्म होते ही उसमें जीरा डाला जाता है और उसे चटकने दिया जाता है. इसके बाद बारीक कटा प्याज डालकर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भून लिया जाता है. जब प्याज नरम हो जाए, तब उसमें अदरक-लहसुन का पेस्ट और हरी मिर्च डालकर कच्ची खुशबू खत्म होने तक पकाया जाता है. इसके बाद टमाटर की प्यूरी डालकर मसाले को तब तक भूनते हैं जब तक तेल अलग न होने लगे.
अगले चरण में धनिया पाउडर, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और नमक डालकर मसाले को अच्छी तरह मिला लिया जाता है और एक मिनट तक पकाया जाता है. अब इसमें कटे हुए मशरूम डालकर तीन से चार मिनट तक चलाते हुए भूनते हैं ताकि वे मसालों का स्वाद अच्छे से सोख लें. इसके बाद एक कप पानी डालकर रस्से को पांच मिनट तक धीमी आंच पर उबलने दिया जाता है. जब ग्रेवी थोड़ी गाढ़ी हो जाए, तब उसमें पनीर के टुकड़े डालकर हल्के हाथ से मिलाया जाता है और तीन से चार मिनट तक और पकाया जाता है. अंत में गरम मसाला छिड़ककर गैस बंद कर दी जाती है.
तैयार कुकुरमुत्ता पनीर रस्सा रोटी, पराठा या चावल के साथ परोसा जा सकता है. सर्दियों की दोपहर या रात के खाने में यह व्यंजन न सिर्फ भूख मिटाता है, बल्कि शरीर को गर्माहट भी देता है. यही कारण है कि इसे रोजमर्रा के भोजन में भी आसानी से शामिल किया जा सकता है.
खानपान विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसे और हल्का बनाना हो तो तेल की मात्रा कम की जा सकती है और मशरूम की मात्रा बढ़ाई जा सकती है. ताजे पनीर का इस्तेमाल करने से स्वाद और सेहत दोनों में सुधार होता है. कुल मिलाकर, कुकुरमुत्ता पनीर रस्सा एक ऐसा व्यंजन है जो सर्दियों की रसोई में परंपरा, पोषण और स्वाद का संतुलन बनाकर लोगों की उत्सुकता और जिज्ञासा को पूरी तरह संतुष्ट करता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

