इंस्टाग्राम लॉन्ग वीडियो की तैयारी में यूट्यूब को नई चुनौती, क्रिएटर्स और दर्शक हो सकते हैं दंग

इंस्टाग्राम लॉन्ग वीडियो की तैयारी में यूट्यूब को नई चुनौती, क्रिएटर्स और दर्शक हो सकते हैं दंग

प्रेषित समय :22:12:10 PM / Thu, Dec 25th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

सोशल मीडिया की दुनिया में एक बार फिर बड़ा बदलाव आकार लेता दिख रहा है। अब तक शॉर्ट वीडियो का पर्याय बन चुका इंस्टाग्राम जल्द ही अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी यूट्यूब के इलाके में कदम रखने की तैयारी करता नजर आ रहा है। मेटा के स्वामित्व वाले इस प्लेटफॉर्म ने लॉन्ग-फॉर्म यानी लंबे वीडियो को लेकर ऐसे संकेत दिए हैं, जिन्होंने क्रिएटर इकॉनमी से लेकर डिजिटल विज्ञापन बाजार तक हलचल तेज कर दी है। सवाल यही है कि अगर इंस्टाग्राम ने वाकई लंबे वीडियो की सुविधा शुरू कर दी, तो क्या यूट्यूब की मुश्किलें बढ़ेंगी और क्या कंटेंट क्रिएटर्स की रणनीति पूरी तरह बदल जाएगी।

इस पूरी चर्चा की शुरुआत इंस्टाग्राम के प्रमुख एडम मोसेरी के एक बयान से हुई, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि फिलहाल प्लेटफॉर्म का फोकस शॉर्ट-फॉर्म कंटेंट पर है, लेकिन भविष्य में इस सोच में बदलाव हो सकता है। हाल ही में इंस्टाग्राम को अमेजन फायर टीवी पर अपने टीवी ऐप को टेस्ट करते हुए देखा गया, जहां अभी सिर्फ रील्स को बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जा रहा है। यही वह संकेत है, जिसने यह सवाल खड़ा कर दिया कि जब इंस्टाग्राम टीवी स्क्रीन के लिए खुद को तैयार कर रहा है, तो क्या वह केवल 30 या 60 सेकंड के वीडियो तक सीमित रह पाएगा।

असल में टीवी जैसी बड़ी स्क्रीन के लिए लंबा, गहराई वाला और प्रीमियम कंटेंट ज्यादा मुफीद माना जाता है। यही वजह है कि यूट्यूब सालों से स्मार्ट टीवी और ओटीटी स्पेस में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है। इंस्टाग्राम के पास फिलहाल ऐसा कंटेंट नहीं है, जो टीवी पर लंबे समय तक दर्शकों को बांधे रख सके। इसी कमी को पूरा करने के लिए लॉन्ग-फॉर्म वीडियो की ओर झुकाव एक स्वाभाविक कदम माना जा रहा है।

हालांकि, इंस्टाग्राम का यह रास्ता आसान नहीं होगा। एडम मोसेरी खुद मान चुके हैं कि लंबे वीडियो के बाजार में उतरना उनके लिए एक बड़ा बदलाव होगा, क्योंकि कंपनी ने जानबूझकर अब तक इस क्षेत्र से दूरी बनाए रखी है। इंस्टाग्राम की पहचान तेजी से स्क्रॉल होने वाले, छोटे और आकर्षक वीडियो से बनी है, जहां यूजर कुछ सेकंड में कंटेंट देखता है और आगे बढ़ जाता है। इसके उलट लंबे वीडियो ध्यान, समय और धैर्य मांगते हैं, जो इंस्टाग्राम के मौजूदा यूजर बिहेवियर से बिल्कुल अलग है।

इसके बावजूद, सोशल मीडिया की बदलती प्रवृत्ति इंस्टाग्राम को मजबूर कर रही है कि वह अपने दायरे को बढ़ाए। शॉर्ट वीडियो की दुनिया में प्रतिस्पर्धा अब बेहद कड़ी हो चुकी है। टिकटॉक, यूट्यूब शॉर्ट्स, स्नैपचैट स्पॉटलाइट और खुद इंस्टाग्राम रील्स एक ही यूजर के समय के लिए लड़ रहे हैं। ऐसे में लॉन्ग-फॉर्म वीडियो इंस्टाग्राम के लिए एक नया ग्रोथ एरिया बन सकता है।

कमाई के नजरिए से भी यह कदम अहम माना जा रहा है। इंस्टाग्राम पहले से ही क्रिएटर्स के लिए सब्सक्रिप्शन मॉडल की सुविधा देता है, जिसके तहत यूजर्स मासिक शुल्क देकर एक्सक्लूसिव कंटेंट देख सकते हैं। अगर लंबे वीडियो को प्रीमियम या सब्सक्रिप्शन मॉडल से जोड़ा जाता है, तो इससे प्लेटफॉर्म और क्रिएटर्स दोनों के लिए नए रेवेन्यू के रास्ते खुल सकते हैं। लंबे वीडियो में विज्ञापन की संभावनाएं भी ज्यादा होती हैं, जो मेटा के बिजनेस मॉडल को और मजबूत कर सकती हैं।

यह पहली बार नहीं है जब इंस्टाग्राम ने लॉन्ग-फॉर्म वीडियो की ओर कदम बढ़ाने की कोशिश की हो। साल 2018 में लॉन्च किया गया IGTV इसी सोच का नतीजा था। तब इंस्टाग्राम ने वर्टिकल फॉर्मेट में लंबे वीडियो का प्रयोग किया था, लेकिन वह प्रयोग सफल नहीं हो पाया। 2022 में IGTV को बंद कर दिया गया और पूरा फोकस रील्स पर शिफ्ट कर दिया गया। उस वक्त शॉर्ट वीडियो का ट्रेंड चरम पर था और यूजर्स तेजी से उसी दिशा में बढ़ रहे थे।

लेकिन अब हालात कुछ अलग हैं। स्मार्ट टीवी, कनेक्टेड डिवाइसेज और क्रिएटर इकॉनमी के विस्तार ने कंटेंट कंजम्पशन की आदतों को बदल दिया है। लोग एक ही प्लेटफॉर्म पर छोटे और बड़े, दोनों तरह के वीडियो देखना चाहते हैं। यही वजह है कि इंस्टाग्राम को लग रहा है कि लॉन्ग-फॉर्म कंटेंट के लिए माहौल दोबारा बन सकता है।

एडम मोसेरी ने यह भी साफ किया है कि इंस्टाग्राम प्रयोग करने से पीछे नहीं हटेगा। उनके मुताबिक, कई चीजें गलत भी होंगी, लेकिन कंपनी तेजी से सीखते हुए आगे बढ़ेगी। इसका मतलब यह है कि अगर लंबे वीडियो आते हैं, तो वे पहले सीमित स्तर पर, एक्सपेरिमेंट के तौर पर शुरू हो सकते हैं। यूजर रिस्पॉन्स और क्रिएटर फीडबैक के आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

अगर तुलना की जाए, तो यूट्यूब फिलहाल बेहद मजबूत स्थिति में है। गूगल के स्वामित्व वाले इस प्लेटफॉर्म के पास दुनिया भर में करीब ढाई अरब से ज्यादा मंथली लॉग-इन यूजर्स हैं और 5 करोड़ से ज्यादा एक्टिव कंटेंट क्रिएटर्स। यूट्यूब सिर्फ वीडियो होस्टिंग प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि एक पूरा इकोसिस्टम बन चुका है, जहां विज्ञापन, सब्सक्रिप्शन, लाइव स्ट्रीमिंग और ब्रांड डील्स के जरिए अरबों डॉलर का कारोबार होता है। यूट्यूब अब लाइव कंटेंट, स्पोर्ट्स, कॉमेडी और बड़े इवेंट्स पर भी तेजी से फोकस बढ़ा रहा है।

ऐसे में इंस्टाग्राम का लॉन्ग-फॉर्म वीडियो में आना यूट्यूब के लिए सीधा खतरा भले न हो, लेकिन यह चुनौती जरूर खड़ी करेगा। खासतौर पर उन क्रिएटर्स के लिए, जो अभी सिर्फ यूट्यूब पर लंबे वीडियो बनाते हैं। उन्हें इंस्टाग्राम पर भी नया मंच मिल सकता है, जिससे उनका कंटेंट ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा। हालांकि, इससे क्रिएटर्स पर मल्टी-प्लेटफॉर्म एक्टिव रहने का दबाव भी बढ़ेगा।

दर्शकों के नजरिए से देखें, तो यह बदलाव विकल्पों को बढ़ाएगा। यूजर एक ही ऐप पर शॉर्ट रील्स देखने के साथ-साथ लंबे, गहराई वाले वीडियो भी देख सकेगा। यह इंस्टाग्राम को सिर्फ शॉर्ट वीडियो ऐप की छवि से बाहर निकालकर एक फुल वीडियो प्लेटफॉर्म बनाने की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है।

कुल मिलाकर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब के बीच की यह प्रतिस्पर्धा आने वाले समय में और दिलचस्प होने वाली है। अगर इंस्टाग्राम लॉन्ग-फॉर्म वीडियो की दुनिया में उतरता है, तो यह सिर्फ एक नया फीचर नहीं, बल्कि सोशल मीडिया के भविष्य की दिशा तय करने वाला फैसला साबित हो सकता है। अब देखना यह है कि यूजर्स और क्रिएटर्स इस बदलाव को कितनी तेजी से अपनाते हैं और क्या इंस्टाग्राम वाकई यूट्यूब की बादशाहत को चुनौती दे पाता है या नहीं।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-