इंस्टाग्राम से शुरू हुई दोस्ती, प्यार में बदली और मंदिर में सात फेरे लेकर पूजा–काजल बनीं जीवनसाथी

इंस्टाग्राम से शुरू हुई दोस्ती, प्यार में बदली और मंदिर में सात फेरे लेकर पूजा–काजल बनीं जीवनसाथी

प्रेषित समय :21:26:50 PM / Wed, Dec 24th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/ पटना 

कहते हैं कि प्यार सरहदों, धर्मों और समाज की बनाई बंदिशों को नहीं मानता और जब दिल किसी पर आ जाए तो फिर दुनिया की परवाह पीछे छूट जाती है। ऐसा ही एक अनोखा और चौंकाने वाला मामला बिहार के सुपौल जिले से सामने आया है, जहां दो युवतियों ने समाज की रूढ़ियों को चुनौती देते हुए एक-दूसरे को अपना जीवनसाथी चुन लिया है। सुपौल के त्रिवेणीगंज स्थित एक मॉल में काम करने वाली इन युवतियों ने आपसी सहमति से समलैंगिक विवाह कर अपने जीवन की नई पारी की शुरुआत की है। इस शादी की खबर जैसे ही बुधवार सुबह सार्वजनिक हुई, पूरे इलाके में यह कौतूहल और चर्चा का विषय बन गई। लोग इस बात को लेकर बेहद जिज्ञासु हैं कि आखिर कैसे एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से शुरू हुआ रिश्ता पवित्र अग्नि के फेरों तक पहुंच गया।

इस अजब-गजब प्रेम कहानी की शुरुआत लगभग दो साल पहले इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी। मधेपुरा जिले के मुरलीगंज की रहने वाली 21 वर्षीय पूजा गुप्ता और शंकरपुर की 18 वर्षीय काजल कुमारी के बीच फोटो शेयरिंग ऐप पर दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे गहरे प्यार में तब्दील हो गई। पिछले दो महीनों से ये दोनों युवतियां त्रिवेणीगंज के वार्ड नंबर 18 में एक किराए का कमरा लेकर साथ रह रही थीं, लेकिन उनके मन में अपने रिश्ते को एक नाम देने की तड़प थी। मंगलवार की देर रात जब दुनिया सो रही थी, तब इन दोनों ने अपने प्यार को मुकाम देने का फैसला किया और त्रिवेणीगंज के मेला ग्राउंड स्थित एक मंदिर पहुंच गईं। वहां सादे तरीके से शादी की रस्में पूरी की गईं। मंदिर में साजो-सामान की कमी के कारण उन्होंने गैस चूल्हे को ही साक्षी मानकर उसके चारों ओर सात फेरे लिए और हमेशा के लिए एक-दूसरे की हो गईं।

बुधवार की सुबह जैसे ही यह जोड़ा शादी कर अपने कमरे पर लौटा, खबर जंगल की आग की तरह मोहल्ले में फैल गई। देखते ही देखते घर के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और सोशल मीडिया पर उनकी शादी के वीडियो वायरल होने लगे। इस शादी में पूजा गुप्ता ने दूल्हे की भूमिका निभाई, जबकि काजल कुमारी ने दुल्हन के रूप में अपनी नई जिंदगी स्वीकार की। समाज की दबी-छिपी टिप्पणियों और लोगों की बढ़ती भीड़ के बीच दोनों युवतियों ने निडर होकर मीडिया और स्थानीय लोगों के सामने अपनी बात रखी। उनका कहना है कि उन्हें लड़कों में कोई दिलचस्पी नहीं है और उनका यह रिश्ता किसी शारीरिक आकर्षण से कहीं ज्यादा एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव है। उन्होंने दो टूक शब्दों में स्पष्ट किया कि यह निर्णय उन्होंने किसी दबाव में नहीं बल्कि पूरी तरह अपनी मर्जी से लिया है।

स्थानीय स्तर पर इस विवाह को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां युवा पीढ़ी का एक वर्ग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता और आपसी सहमति का अधिकार मान रहा है, वहीं बुजुर्ग और पारंपरिक सोच रखने वाले लोग इसे सामाजिक मान्यताओं के विपरीत बता रहे हैं। हालांकि, कानूनी रूप से अपनी स्थिति को लेकर दोनों युवतियां स्पष्ट हैं और उनका कहना है कि वे अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना चाहती हैं। बिहार के इस ग्रामीण आंचल में हुई इस तरह की पहली शादी ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि समाजशास्त्रियों के बीच भी एक नई बहस छेड़ दी है। फिलहाल, पूजा और काजल की यह जोड़ी और उनकी इंस्टाग्राम वाली प्रेम कहानी पूरे बिहार में सोशल मीडिया की सबसे बड़ी हेडलाइन बनी हुई है।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-