छत्तीसगढ़: किसानों की आत्महत्या पर विधानसभा में हंगामा, बीजेपी विधायकों का वाकआउट

छत्तीसगढ़: किसानों की आत्महत्या पर विधानसभा में हंगामा, बीजेपी विधायकों का वाकआउट

प्रेषित समय :14:44:46 PM / Fri, Feb 26th, 2021

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा में एक बार फिर हंगामा हुआ. प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने किसानों की आत्महत्या का मामला सदन में उठाया. दस महीनों के भीतर 141 किसानों ने आत्महत्या की है. इस पर मंत्री ने जवाब दिया. जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने वाकआउट कर दिया. इससे पूर्व सदन में जमकर नारेबाजी की गई.

धरमलाल कौशिक ने कहा, प्रदेश में किसानों को रीढ़ की हड्डी कहते हैं. किसानों की सुध लेने वाला कोई नही है. आत्महत्या करने वाले किसानों पर ही आरोप लगा दिया जाता है. आत्महत्या की जांच होनी चाहिए. कौशिक ने पूछा-मृत किसानों के परिजनों को कितना मुआवजा दिया गया.

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि अप्रैल 2020 से एक फरवरी 2021 तक की अवधि में कुल 141 किसानों ने विभिन्न कारणों से आत्महत्या की है. पिछले 15 सालों के कार्यकाल में कितने किसानों ने आत्महत्या की, यह हमने देखा है. बीजेपी किसानों की आत्महत्या पर राजनीति कर रही है. पिछली सरकार में भी किसानों की आत्महत्या पर कभी मुआवजा नही दिया गया. इसकी कोई नीति भी नही है.

धरमलाल कौशिक ने कहा-सरकार के पास इतना भी वक़्त नही है कि आत्महत्या करने वाले किसानों के घर जाकर सांत्वना दे दे. सहानुभूति पूर्वक सरकार को आर्थिक मदद के बारे में सोचना चाहिए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- पिछली सरकार में चंद्रशेखर साहू कृषि मंत्री थ. उन्हीं के गांव में एक किसान ने आत्महत्या कर ली थी, तब धनेंद्र साहू प्रदेश अध्यक्ष थे. उनके नेतृत्व में हम उस गांव में गए थे. हम सबके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया था. हम पेशी में खड़े होते थे. कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि-पिछली सरकार में मैंने ये सवाल लगाया था कि आत्महत्या करने वाले कितने किसानों को मुआवजा दिया गया. मुझे तब जवाब दिया गया था कि एक भी किसान को मुआवजा नहीं दिया गया.

किसानों की आत्महत्या के मामले में सदन उबला

बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा-कोंडागांव जिले के किसान धनीराम ने आत्महत्या की थी. उसके अभिलेखों और फसल गिरदावरी में त्रुटि पाए जाने की वजह से पटवारी डोंगर नाग को निलंबित कर दिया गया. नकली खाद बीज को लेकर किसान ने आत्महत्या की, क्या जांच हुई?

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा- आत्महत्या करने वाले किसानों में से सिर्फ एक किसान के पास से सुसाइड नोट मिला था. नकली खाद बीज का मामला सामने आने के बाद राजनांदगांव में छापा मारा गया. बीजेपी से जुड़ा एक कारोबारी का नाम सामने आया. वह किससे जुड़ा है?

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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