नजरिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड ग्राउंड में चुनावी रैली की और भीड़ से नारा लगवाया- जोर से छाप, टीएमसी साफ!
लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि क्या यह इतना आसान है?
यह इसलिए कि इस चुनावी मैदान में तो सीएम ममता बनर्जी बेहद आक्रामक नजर आ रही है और वाम-कांग्रेस गठबंधन भी उतना कमजोर नहीं है.
दरअसल, बीजेपी नेतृत्व लंबे समय से पश्चिम बंगाल में सक्रिय है, उसे लोकसभा चुनाव में मिले समर्थन और अपने चुनावी प्रबंधन पर भरोसा है, परन्तु बंगाल की जनता के मन में क्या है, कोई नहीं जानता.
लोकसभा चुनाव में जिस नजरिए से मतदान हुआ, वह केन्द्र सरकार के लिए था, किन्तु अब राज्य सरकार का चुनाव है और प्रादेशिक सरकार के लिए बंगाल की जनता की पहली पसंद ममता बनर्जी ही हैं, लिहाजा इस बार ममता को मात देना आसान नजर नहीं आ रहा है!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पश्चिम बंगाल इलेक्शन: टीएमसी के 291 प्रत्याशियों की घोषणा, ममता बनर्जी यहां से चुनाव लड़ेेंगी
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