नई दिल्ली. असम के तामूलपुर में आज पीएम मोदी ने रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दो चरणों की वोटिंग के बाद आपके दर्शन करने का मुझे अवसर मिला है. इन दोनों चरणों के बाद असम में फिर एक बार एनडीए सरकार बनेंगी ये लोगों ने तय कर लिया है.
असम को हिंसा में झोंकने वाले लोगों को जनता ने नकार दिया है. असम की पहचान का बार-बार अपमान करने वाले लोग यहा की जनता को बर्दाश्त नही है. असम को कई दशकों तक हिंसा और अस्थिरता देने वाले, अब असम के लोगों को कतई स्वीकार नहीं है. असम के लोग अब विकास, स्थिरता, शांति और भाईचारा चाहता हैं. और इसी सद्भावना के साथ वे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा तो मंत्र है सबका साथ, सबका विश्वास. उन्होंने कहा कि एनडीए के डबल इंजन सरकार ने पिछले पांच सालों में असम को लोगों को दुगना लाभ दिया है. विकास हो रहा है और क्नेक्टिविटी में सुधार हुआ है. इस वजह से महिलाओं का जीवन भी सरल हो गया है. युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं.
पीएम मोदी जब सभा को संबोधित कर रहे थे उसी दौरान एक शख्स की तबीयत भी बिगड़ गई जिसके बाद पीएम मोदी ने भाषण को बीच में रोककर कहा कि मेरे साथ जो मेडिकल टीम में डॉक्टर आए हैं वो जाए और पीडि़त व्यक्ति की मदद करें. इसके बाद पीएम मोदी ने भाषण को आगे बढाया. पीएम मोदी ने कहा कि देश में आज कुछ ऐसी गलत बातें फैलाई जा रही हैं, अगर हम समाज में भेदभाद करके, समाज के टुकड़े करके अपने वोटबैंक के लिए कुछ दे दें, दुर्भाग्य देखिए, उसे देश में सेक्युलरिज्म कहा जाता है. लेकिन अगर हम सबके हित में काम करें, बिना भेदभाव के सबके लिए करें तो कहा जाता है कि ये कम्युनल हैं, सेक्यूलरिज्म और कम्यूनिज्म के इस खेल ने देश को काफी नुकसान पहुंचाया है.
पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों को पक्का घर मिल रहा है, हर जनजाति को मिल रहा है, शौचालय या गैस कनेक्शन बिना भेदभाव सभी को मिला है. पीएम किसान योजना का लाभ भी हर किसी को मिला है फिर वो छोटा हो या बड़ा किसान हो सभी को लाभ मिल रहा है. यही हमारा काम है. आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख का इलाज मुफ्त में मिला है. हमने कोई भेदभाव नहीं किया. यही हमारे सिद्धांत हैं. राजनीति से परे राष्ट्रनीति के तहत जीने वाले लोग है हम. हम जिंदगी खपाने वाले लोग है.
पीएम मोदी ने कहा कि रैली में इतनी तादात में आई महिलाओं को देखकर मैं बहुत खुश हूं. उन्होंने कहा कि हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं कि राज्य के किसी भी बेटे को बंदूक नहीं उठानी पड़ें. हमने बोड़ो समझौता किया है जिससे असम में शांति की लहर है. अनेक माताओं के आंसू पोंछे गए. हमने अनेक बहनों की पीड़ा को दूर करने के लिए प्रयास किया. मैं यह सभी माताओं और बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि आपके बेटे के सपने पूरे करने के लिए हम लगे रहेंगे. आपके बच्चों को बंदूक न उठानी पड़े, उन्हें जंगलों में जिंदगी गुजारने को मजबूर न होना पड़े और किसी की गोली का शिकार न होना पड़े इसके लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-असम चुनाव: PM मोदी ने उठाया 'गमोसा अपमान' का मुद्दा, कहा- कांग्रेस को इसकी सजा मिलेगी
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