नई दिल्ली. ऐसा लग रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीनी बिजनेसमैन जैक मा के पीछे हाथ धोकर पड़ गए हैं. कई तरह की पाबंदियां लगाने के बाद अब चीनी सरकार ने जैक मा की कंपनी अलीबाबा के खिलाफ एकाधिकार विरोधी नियमों के उल्लंघन के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. चीन ने दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर 2.78 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है. इसे अलीबाबा के खिलाफ हुई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीनी नियामकों का कहना है कि अलीबाबा ग्रुप ने न केवल एंटी-मोनोपोली नियमों का उल्लंघन किया है, बल्कि बाजार में अपनी साख का दुरुपयोग भी किया है. इसलिए कंपनी के खिलाफ 18 बिलियन युआन (2.75 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है. जुर्माने की यह राशि 2019 में अलीबाबा द्वारा कमाए गए राजस्व के लगभग 4 प्रतिशत के बराबर है. बता दें कि जैक मा ने पिछले साल सरकार की नीतियों की आलोचना की थी, तभी से वे चीनी सरकार के निशाने पर आ गए हैं.
गौरतलब है अलीबाबा की मुश्किलें बढऩी पिछले साल दिसंबर से ही शुरू हो गई थी. जब चीन की सरकार अलीबाबा ग्रुप पर मोनोपोली यानी एकाधिकार के गलत इस्तेमाल को लेकर जांच के आदेश दे दिए थे. राज्य प्रशासन बाजार विनियमन यानी एसएएमआर के मुताबिक अलीबाबा के खिलाफ दो में से एक चुनने की प्रैक्टिस में जांच शुरू की गई थी. यह जैक-मा की ई-कॉमर्स कंपनी और फिनटेक अंपायर के लिए बहुत बड़ा झटका माना गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पाकिस्तान में फिर फूटा महंगाई बम, रमजान में चीनी के दाम 100 रुपए किलो के पार
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