नई दिल्ली. अमेरिका के बहुराष्ट्रीय बैंकिंग और वित्तीय सेवा समूह सिटीग्रुप ने भारत छोडऩे की तैयारी कर ली है. सिटी बैंक ने गुरुवार को भारत में कंज्यूमर बैंकिंग बिजनेस से बाहर निकलने की घोषणा की. इसके बाद बैंक के खाताधारकों और क्रेडिट कार्ड होल्डर का क्या होगा. यह सवाल सभी के मन में है. पेमेंट इंडस्ट्री से मिले सूत्रों के अनुसार एसबीआई और कई अन्य प्राइवेट बैंक अब सिटी बैंक का क्रेडिट कारोबार खरीदने चाहते हैं. जिस बैंक के पास भी यह कारोबार जाएगा वही बैंक आगे से सिटीबैंक से 25 लाख ग्राहकों को सुविधाएं देगा.
खबरों के अनुसार सबसे ज्यादा संभावना यही है कि स्टेट बैंक अब सिटी बैंक के क्रेडिट कारोबार को खरीदेगा. यह खबर सामने आते ही शुक्रवार को बीएसई में एसबीआई कार्ड के शेयर में 7.5 फीसदी का उछाल आया है.
एचडीएफसी बैंक को नहीं मिलेंगे सिटी बैंक के ग्राहक
भारत में क्रेडिट कार्ड कारोबार में एचडीएफसी बैंक की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है. इसी वजह से भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बैंक के नए ग्राहक जोडऩे पर प्रतिबंध लगा दिया है. यही कारण है कि एटडीएफसी बैंक, सिटी बैंक का क्रेडिट कारोबार नहीं खरीद सकता. स्टेट बैंक के अलावा आरबीएल, आईडीएफसी बैंक भी सिटी बैंक का क्रेडिट कारोबार खरीदना चाहते हैं.
ग्राहकों के लिए चिंता की बात नहीं
बैंक बदलने से सिटी बैंक के मौजूदा ग्राहकों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. जो भी बैंक यह कारोबार खरीदेगा ग्राहक उससे जुड़ जाएंगे. नया बैंक अपने हिसाब से नीतियां बनाएगा और ग्राहकों को उसी हिसाब से सुविधाएं मिलेंगी. यहां पर अगर नीतिगत बदलाव होता है तो ग्राहकों को परेशानी आ सकती है. सिटी बैंक ने कहा है कि वह ग्राहकों को तब तक सेवाएं देता रहेगा, जब तक कोई नया बैंक उसके रिटेल बैंकिंग कारोबार का अधिग्रहण नहीं कर लेता. अधिग्रहण के बाद नया बैंक ग्राहकों को सेवाएं देगा.
सिटीबैंक के हैं 25 लाख ग्राहक
देश में सिटी बैंक के कुल 25 लाख ग्राहक हैं. इसकी करीबन 35 ब्रांच हैं. इनमें लखनऊ, अहमदाबाद, औरंगाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जयपुर, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, नासिक, नई दिल्ली, पुणे, हैदराबाद और सूरत जैसे शहरों की ब्रांच शामिल हैं. कंज्यूमर बिजनेस बैंकिंग में इस बैंक के करीब 4 हजार लोग काम करते हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अंबेडकर जयंती पर आज शेयर बाजार में नहीं कर सकेंगे कारोबार, कमोडिटी व फॉरेक्स मार्केट भी बंद
Leave a Reply