नई दिल्ली। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के परसेवेरेंस रोवर के साथ मंगल ग्रह पर पहुंचे इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर ने पहली बार उड़ान भरकर इतिहास रचा. लगभग 6 साल की मेहनत के बाद नासा मंगल पर फ्लाइट टेस्टिंग करने में कामयाब रहा. इस ऐतिहासिक घटना का नासा के लाइव प्रसारण किया
लाल सतह से उड़ान
नासा के इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर ने सोमवार को मंगल की धूल भरी लाल सतह से उड़ान भरी. इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर का वजन 4 पाउंड यानी 1.8 किलोग्राम है. इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर 1.6 फीट यानी 0.5 मीटर लंबा है. इसमें बैटरी, हीटर और सेंसर भी लगा है. इसमें सबसे ऊपर सोलर पैनल लगा हुआ है, जिससे बैटरी चार्ज होती है. इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर माइनस 90 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी उड़ान भर सकता है.
आपको बता दें कि मंगल पर इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने के बाद कैलिफोर्निया में वैज्ञानिकों ने परसेवेरेंस रोवर से सिग्नल भी रिसीव किए. इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरने के बाद एक ब्लैक एंड व्हाइट फोटो भेजी है. जिसमें उसकी परछाई दिख रही है. इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर जब मंगल की सतह से उड़ा तब उसने यह फोटो ली. थोड़ी देर बाद इनजेन्यूटी ने मंगल की सतह की कलर फोटो भी भेजी. इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर की प्रॉजेक्ट मैनेजर मिमि आंग ने कहा, अब हम कह सकते हैं कि इंसान दूसरे ग्रह पर रोटरक्राफ्ट उड़ाने में सफल हो चुका है.
इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर की कीमत
जान लें कि मंगल पर उड़ान भरने वाले इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर की कीमत 85 मिलियन डॉलर यानी करीब 6 अरब रुपये है. मिमि आंग ने कहा कि इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर का फ्लाइट टेस्ट में सफल होना बहुत बड़ी कामयाबी है. इस मिशन में बहुत रिस्क था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-नासा के लिये अंतरिक्षयान स्टारशिप बनायेगी एलन मस्क की कंपनी, किया 2.89 अरब डॉलर का करार
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