भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढऩे के साथ ही सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी की है. अब आवश्यक सेवाएं देने वाले कार्यालयों को छोड़कर केंद्र व राज्य के सभी दफ्तर में सिर्फ 10त्न उपस्थिति रहेगी. यह नियम आईटी, बीओपी और मोबाइल कंपनियों के ऑफिस में भी लागू किया गया है. ऑटो-ई रिक्शा में 2 सवारी, टैक्सी और निजी 4 पहिया वाहनों में ड्राइवर व 2 पैसेंजर को यात्रा करने की अनुमति रहेगी.
मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार के आगे सभी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन न मिलने से मरीज दम तोड़ रहे हैं. जितने बेड बढ़ाए जा रहे हैं, उससे ज्यादा मरीज बढ़ रहे हैं. सरकार सख्ती बढ़ाती जा रही है. नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन के बाद इंदौर, भोपाल और दतिया में शादियों की परमिशन देने से भी मना कर दिया गया है. राज्य के 4 बड़े शहरों में ही 24 घंटे में 5,393 नए संक्रमित सामने आए हैं और 29 लोगों की मौतें हुई हैं.
भोपाल में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी, दम तोड़ रहे मरीज
भोपाल में 1,694 नए संक्रमित मिले हैं. सरकारी आंकड़ों में सिर्फ 4 मौतें बताई गई हैं, जबकि अकेले पीपुल्स अस्पताल में ही ऑक्सीजन की कमी से 10 कोरोना मरीजों की मौत हुई है. यहां ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की लगातार कमी बनी हुई है. सोमवार को एक महिला वकील ने रेमडेसिविर न मिलने की वजह से दम तोड़ दिया.
इंदौर बना रहा हर दिन नया रिकॉर्ड
इंदौर में कोरोना हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है. 24 घंटे में यहां 1,753 नए केस आए, जबकि 8 लोगों की मौत हो गई. एक दिन में नए संक्रमित आने का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है. यहां संक्रमण बढऩे के साथ ही पाबंदियां भी बढ़ती जा रही हैं. कलेक्टर मनीष सिंह ने साफ कर दिया है कि 30 अप्रैल तक यहां पर कोरोना कर्फ्यू रहेगा. शादियों की परमिशन देने से भी मना कर दिया गया है. लोगों से अपील की है कि शादियां टाल दें. कलेक्टर ने माना है कि अस्पतालों में जगह नहीं है. इधर, इंदौर के राधास्वामी सत्संग (ब्यास) में देश का दूसरा और प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. यहां पहले फेज में 600 बेड से शुरुआत की जा रही है. इसे आगे बढ़ाकर 6 हजार बेड तक किया सा सकता है.
जबलपुर में बाहर से आने वाले मजदूरों को 14 दिन क्वारैंटाइन करेंगे
जबलपुर में बीते 24 घंटे में 3,122 सैंपल में से 874 संक्रमित मिले हैं. वहीं 483 मरीज ठीक भी हुए हैं. सरकारी आंकड़ों में 6 मौतें बताई गई हैं, जबकि दो मुक्तिधामों और दो कब्रिस्तानों में 74 शव पहुंचे हैं. जबलपुर में रिकवरी रेट घटकर 81.12 फीसदी रह गया है. एक्टिव केस बढ़कर 5,820 हो गए हैं. यहां 14 नए कंटनेमेंट जोन बनाए गए हैं. अब तक कुल 34 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं. यहां बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्वारैंटाइन सेंटर में रहना होगा.
ग्वालियर में जांच कराने वाला हर तीसरा व्यक्ति पॉजिटिव
ग्वालियर में सोमवार को 3,210 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई, इनमें से 1,072 संक्रमित निकले हैं. 11 मरीजों की मौत भी हुई है. यहां एक मरीज की मौत ऑक्सीजन खत्म होने की वजह से हो गई. ग्वालियर में लगातार चौथा दिन है जब संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार से ऊपर गया है. बीते चार दिन में यहां 4,000 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं. यहां जांच कराने वाला हर तीसरा व्यक्ति पॉजिटिव मिल रहा है. हालांकि राहत की बात ये है कि 477 संक्रमित ठीक हुए हैं. वहीं एक्टिव केस बढ़कर 6,975 हो गए हैं. साथ ही 80 से ज्यादा जगहों पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के टीकमगढ़ में प्रवासी मजदूरों से भरी बस पलटी, हादसे में दो की मौत, कई घायल
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