पटना. बिहार में बढ़ते हुए कोरोना महामारी के बीच पंचायत चुनाव कराने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है, राज्य निर्वाचन आयोग ने साफ कर दिया है की कोरोना संक्रमण की वजह से स्थिति गंभीर बनी हुई है. बड़ी संख्या में अधिकारी इस महामारी की रोकथाम में लगातार लगे हुए हैं, ऐसे हालात में बिहार पंचायत आम निर्वाचन 2021 की अधिसूचना पर 15 दिनों तक रोक लगाई जाती है. उसके बाद हालात की समीक्षा की जाएगी और तब जब आगे कैसे हालात बनते है, तब आगे का निर्णय लिया जाएगा. उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है.
राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिहार में पंचायत आम निर्वाचन 2021 के लिए आयोग के तरफ से अप्रैल महीने के अंत में अधिसूचना प्रस्ताव भेजने की कार्यवाही चल रही थी, इसी बीच भारत और बिहार राज्य में कोरोना महामारी से आम जन जीवन अस्त व्यस्त होने की सूचना मिल रही है. इसके बचाव के लिए निरोधात्मक कार्रवाई का क्रियान्वयन सामान्य प्रशासन और जिला प्रशासन की तरफ से उपाय किए जा रहे हैं. जिला प्रशासन पूरी तरह से आम जनों को कोविड से सुरक्षा दिलाने में व्यस्त है, जो एक अनिवार्य सेवा है.
इस महामारी से आयोग कार्यालय के साथ साथ विभागों और अन्य क्षेत्रीय कार्यालय के पदाधिकारी कर्मचारी के संक्रमित होने की सूचना मिली है, ऐसी स्थितियों को ध्यान में रखकर राज्य निर्वाचन आयोग बिहार पंचायत आम निर्वाचन 2021 की अधिसूचना पर 15 दिनों के बाद परिस्थितियों की समीक्षा कर निर्णय लेने का निर्णय लिया गया है.
बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने भी राज्य निर्वाचन आयोग के इस फैसले का स्वागत किया है. सम्राट चौधरी ने कहा की जो वर्तमान हालात है उसे देखते हुए ये फैसला सराहनीय है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-प्रदीप द्विवेदीः कुर्सी इनकी जरूरत! कोरोना से निपटना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी?
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