नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 2 मई को होना है. इससे पहले चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लेते हुए उस दिन और उसके बाद भी जीत का जश्न पर रोक लगा दी है. कोरोना महामारी को रोकने की दिशा में यह कदम उठाया है.
इससे पहले मद्रास हाई कोर्ट ने कोरोना काल में चुनाव करवाने के लिए चुनाव आयोग को बुरी तरह लताड़ा था. हाई कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार है और इसके अधिकारियों पर मर्डर के केस चलाया जाना चाहिए. साथ ही हाई कोर्ट ने 2 मई के बंदोबस्त के लिए 30 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा है. हाई कोर्ट के मुताबिक, यदि 2 मई को संतोषजनक बंदोबस्त नहीं किए गए तो मतगणना रद्द करने का आदेश जारी किया जा सकता है.
भाजपा ने किया स्वागत
चुनाव आयोग के इस निर्णय पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, भाजपा चुनाव आयोग द्वारा परिणामों के बाद विजय जुलूस पर प्रतिबंध के फ़ैसले का स्वागत करती है.मैंने भाजपा की सभी राज्य इकाइयों को इस निर्णय का पालन करने का निर्देश दिया है. हमारा हर कार्यकर्ता पूरी ऊजऱ्ा के साथ इस संकट की घड़ी में आम जन की सेवा में निरंतर लगा रहेगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पश्चिम बंगाल में 34 सीटों के लिये सातवें चरण का मतदान शुरू, केंद्रीय बलों की 796 कंपनियां तैनात
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