नई दिल्ली. देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए मोदी सरकार लगातार नए नए फैसले ले रही है. अब मोदी सरकार ने पीएम केयर्स फंड से 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर खरीदने की मंजूरी दे दी है.
पीएम मोदी ने निर्देश दिए हैं कि ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर को जल्द से जल्द खरीद लेना चाहिए और जो राज्य ज्यादा मांग कर रहे हैं वहां इन्हें पहुंचाएं. इससे पहले सरकार ने पीएम केयर्स फंड से 500 नए पीएसए ऑक्सीजन प्लांट बनाने को मंजूरी दी थी.
जानें ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर के फायदे और नुकसान
ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर एक ऐसी मशीन है, जो कम लागत पर ऑक्सीजन उपलब्ध करती है. ऑक्सीजन टैंकरों और प्रेशराइज्ड सिलेंडर्स के मुकाबले सस्ता जुगाड़ है और ज्यादा सुरक्षित विकल्प है. ये पोर्टेबल मशीन है. जो आसानी से इस्तेमाल होती है. इसके दाम और मेंटीनेंस की लागत भी कम है. मरीज घर पर भी डॉक्टर की सलाह पर इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल 24 घंटे नहीं हो सकता है. इसह्य आधे घंटे के लिए बंद करना जरूरी है. बिजली जाने पर बैकअप से भी इसे चलाया जा सकता है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पमरे के 500 से ज्यादा लोको पायलट कोरोना पाजीटिव, रेल संचालन पर पड़ सकता है असर
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