एमपी में 7 मई तक लॉकडाउन बढ़ा: जहां 10 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमण वहां पर और ज्यादा सख्ती होगी

एमपी में 7 मई तक लॉकडाउन बढ़ा: जहां 10 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमण वहां पर और ज्यादा सख्ती होगी

प्रेषित समय :19:08:24 PM / Wed, Apr 28th, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर/भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के कहर को देखते हुए 7 मई की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है, राज्य की शिवराजसिंह चौहान सरकार ने अलग अलग जिलों में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया है, शुरुआत होशंगाबाद व उज्जैन से हो गई है, राज्य सरकार ने यह निर्णय केन्द्र के निर्देश पर लिया है.

                          बताया गया है कि के न्द्रीय गृह सचिव अनिल कुमार भल्ला ने मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव इकबालसिंह बैस को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया कि जिन जिलों में संक्रमण दर दस प्रतिशत से ज्यादा है वहां जनता कफ्र्यू (लॉकडाउन) अगले दस दिन के लिए और बढ़ा दिया जाए, इसके बाद  सरकार ने फैसला लिया, हालांकि सीएम शिवराजसिंह चौहान ने कोर ग्रुप की बैठक में इसके संकेत पहले ही दे दिए थे. सरकार ने सात मई तक जिले वार लॉकडाउन बढ़ाने के आर्डर जारी किए है, चूंकि 8 व 9 मई को शनिवार व रविवार है दो दिन वीकेंड लॉॅकडाउन संबंधी आदेश पहले से ही लागू है इस तरह दस मई की सुबह 6 बजे तक प्रदेश के सभी जिलों में सबकुछ बंद रहेगा. इसके अलावा जिलों के हालात को देखते हुए वहां के आपदा प्रबंधन समिति रियायतों व पाबंदी पर और बदलाव कर सकती है.

बैठक में एमपी के आठ जिले शाजापुर, आगर मालवा, पन्ना, कटनी, राजगढ़, उमरिया, अनूपपुर व गुना में संक्रमण की दर पिछले दो दिनों में कम हुई है वहीं सात छोटे जिले टीकमगढ़ा, शिवपुरी, दतिया, विदिशा, दमोह, सिंगरौली व नीमच में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत से ज्यादा पहुंच गई है, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की चैन को तोडऩा अब चुनौती बनता जा रहा है. अन्य जिलों में संक्रमण के हालात घट-बढ़ रहे है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार छिंदवाड़ा, खंडवा, बुरहानपुर व भिंड को छोड़कर सभी जिलों में संक्रमण 37 प्रतिशत तक है इस जानकारी के बाद सीएम शिवराजसिंह चौहान ने सभी जिलों में सख्ती किए जाने के कहा है. गौरतलब है कि अप्रैल माह के शुरुआत से कोरोना कफ्र्यू के चलते बाजार बंद है, आवश्यक सेवाओं से जुड़े विभागों को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों में स्टाफ की क्षमता दस प्रतिशत कर दी गई है इसके बाद भी संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है.

अप्रेल माह में बढ़ी संक्रमितों की संख्या-

गौरतलब है कि कोरोना के कहर का अंदाजा सिर्फ इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अप्रेल माह में 2 लाख 37 हजार संक्रमित मिले है, 73 हजार 43 एक्टिव मामले बढ़ गए. एक अप्रेल को यह संख्या 19 हजार 336 रही जो 27 अप्रेल तक बढ़कर 92 हजार 773 हो गई है. सबसे ज्यादा बिगड़े हालात इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर, होशंगाबाद के है, जहां पर संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

 इन जिलों में बढ़ रहा मौत का आंकड़ा-

बताया जाता हे कि भोपाल, ग्वालियर, इंदौर व जबलपुर के साथ ही छोटे शहरों में कोरोना से मृत होने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है, पिछले 24 घंटो की बात की जाए तो सबसे ज्यादा इंदौर में दस मौत हुई है, फिर रायसेन में 9 जबलपुर में सात मौत हुई है, इसके अलावा छोटे शहर रतलाम, नीमच, विदिशा, दतिया, बैतूल, खरगौन, सिंगरौली व मुरैना में 3 से 5 मौत तक दर्ज की गई है. यह तो सरकारी आंकड़े है, वास्तविकता में मौत का आंकड़ा इससे कही और ज्यादा है.

केन्द्र से मिलेगे वैक्सीन के 30 लाख डोज-

सीएम शिवराजसिंह चौहान ने आज सुबह कलेक्टरों व कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ बैठक की, जिसमें यह बात बताई गई है कि केन्द्र सरकार द्वारा मई माह में 30 लाख वैक्सीन के डोज दिए जाएगें, जिसमें दो लाख डोज की आपूर्ति आज देर शाम तक हो जाएगी.

अस्पताल आक्सीजन की कमी की सूचना 6 घंटे पहले दे-

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अस्पतालों के प्रबंधन से कहा है कि ऑक्सीजन की कमी की सूचना कम से कम 6 घंटे पहले दें ताकि समय पर व्यवस्था की जाए. देखने में यह आ रहा था कि एक घंटे पहले आक्सीजन खत्म होने की सूचना दी जाती है, जिससे इंतजाम करना मुश्किल होता है. इसके अलावा कलेक्टरों को अस्पतालों में आक्सीजन का ऑडिट किया जाए. अस्पतालों में ऑक्सीजन की मैपिंग शुरू करें. कलेक्टर प्रतिदिन देखें कि कितनी ऑक्सीजन लग रही है, इसके आधार पर चार्ट तैयार करें और मांग निर्धारित करें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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