पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित ग्राम मगरधा बरगी क्षेत्र में देर रात ग्रामीणों में उस वक्त चीख पुकार व भगदड़ मच गई, जब उनके घरों पर बड़े-बड़े पत्थर गिरना शुरु हो गए, जिससे घरों के छप्पर टूट गए, दीवारों में दरार आ गई, बाहर निकलकर देखा तो ब्लास्टिंग की जा रही थी, जिसके कारण घरों पर पत्थर गिरे है, ब्लास्टिंग से आक्रोशित ग्रामीणों ने एकत्र होकर काम रुकवाया और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मामले ग्रामीणों की शिकायत पर जांच शुरु कर दी है.
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बरगी के ग्राम मगरधा नदी के पास जलशोधन संयंत्र बनाने क ा काम एलएनटी कंपनी द्वारा किया जा रहा है, जिससे आसपास के सैकड़ों गांवों को वृहद स्तर पर पानी मिलने लगेगा, इस काम के लिए कंपनी द्वारा ब्लास्टिंग की जा रही है, कंपनी द्वारा की गई ब्लास्टिंग से टूटे पत्थर आसपास रहने वाले ग्रामीणों के घरों पर जाकर गिरे, जिससे घर के अंदर रह रहे लोगों में चीख पुकार व भगदड़ मच गई, देखते ही देखते सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर से उधर भागते रहे, कुछ देर बाद सभी लोग एकत्र हुए, जिन्होने आक्रोश जताते हुए कंपनी का काम रुकवा दिया, ब्लास्टिंग से घर के छप्पर, छत क्षतिग्रस्त हो गए, घटना के बाद से महिलाओं व बच्चों में दहशत व्याप्त रही. ग्रामीणों की माने तो पूरे गांव में ब्लास्टिंग के कारण पत्थर ही पत्थर दिखाई दे रहे थे, यहां तक कि घर के बाहर खड़े वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, कुछ लोगों के शरीर पर चोटें आई. ग्रामीणों का कहना था कि कंपनी ने कहा था कि कंट्रोल ब्लास्टिंग से किसी को कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन जिस तरह से ब्लास्टिंग की जा रही है उसे देखकर ऐसा लगा रहा है कि आने वाले दिनों में कोई बड़ी घटना भी हो सकती है.
खबर तो यह भी है कि ग्रामीण एकत्र होकर जब विरोध जताते हुए मौके पर पहुंचे तो दो बुलेरों गाडिय़ों में भरा एक्सप्लोसिव लेकर कंपनी के कर्मचारी मौके से भाग निकले, जिनका पीछा भी किया गया लेकिन वे भागने में सफल रहे. ग्रामीणों की माने तो ब्लास्टिंग से होने वाली आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दे रही है, जिससे इस बात को समझा ही जा सकता है कि ब्लास्टिंग कितने शक्तिशाली तरीके से की जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी द्वारा इंटेक वेल व जलशोधन संयंत्र का निर्माण कराया जा रहा है उसे गांव की दूरी चंद क दमों की है अगर ब्लास्टिंग से किसी प्रकार की कोई जनहानि होती है तो कंपनी ही जिम्मेदार होगी, इस बात की आपत्ति ग्राम पंचायत द्वारा दर्ज कराई गई है, वहीं कपनी के अधिकारियों का कहना है कि ब्लास्टिंग नियमानुसार की जा रही है ग्रामीण काम में खलल डाल रहे है, यदि कोई क्षति होती है तो कंपनी उसकी भरपाई करेगी लेकिन सहयोग नहीं मिलता है तो काम बंद करना पड़ेगा जिससे कई गांव प्रभावित होगें, पुलिस ने ग्रामीणों से शिकायत मिलने के बाद मामले में जांच शुरु कर दी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में एक सीएसपी अखिलेश गौर ने सीएम सहायता कोष में जमा किया एक माह का वेतन
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