पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कोरोना संक्रमितों की सेवा करते करते स्वयं संक्रमित हुई नर्स मीना सराठे की आज मौत हो गई. नर्स की मौत से एक बार फिर नर्सिंग स्टाफ में शोक की लहर दौड़ गई, इस बीच नर्सिंग स्टाफ एक जुट होकर यह मांग की है कि मीना की तिरंगे में लपेटकर अंतिम यात्रा निकालने की अनुमति दी जाए, पति को सरकारी नौकरी व 55 लाख रुपए दिए जाए.
बताया जाता है कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज की स्टाफ नर्स मीना सराठे की 9 अप्रेल से 18 अप्रेल तक प्राइवेट वार्ड में ड्यूटी रही, 18 को जब उन्होने अपना कोविड टेस्ट कराया तो वे पाजिटिव पाई गई, इसके बाद उनका मेडिकल अस्पताल में उपचार किया जाता रहा, लेकिन हालात में सुधार न होने के कारण मीना को मेडिकल के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहां पर आज सुबह दस बजे के लगभग मीना की उपचार के दौरान मौत हो गई. मीना की मौत की खबर अस्पताल में आग की तरफ फैल गई, साथी नर्सो ने जब सुना तो वे स्तब्ध रह गई. कुछ ही देर में सारा नर्सिंग स्टाफ एकत्र हो गए, जिसने कहा कि आज फिर एक कोरोना योद्धा की मौत हुई है, उन्होने मांग की है कि मीना के पति को सरकारी नौकरी के साथ साथ 55 लाख रुपए दिए जाए, नर्से अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमितों की सेवा कर रही है, मीना भी संक्रमितों की सेवा करते करते इस स्थिति में पहुंच गई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर: बंजारी घाटी में ट्रक पलटने से एक व्यक्ति की मौत, पाँच घायल
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