पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टरों ने कोरोना संकट जैसी भीषण आपदा के बीच अवसर का लाभ उठाने की कोशिश की है, उन्होने इमरजेंसी सेवाएं बंद करते हुए अपनी मांगे उठा दी, जिसपर मेडिकल प्रबंधन के सीनियर डाक्टरों ने नाराजगी जाहिर की है, उन्होने कहा है कि ये वक्त नहीं है मांगे उठाने का, बरहाल इमरजेंसी सेवाओं के लिए सीनियर डाक्टरों की सेवाएं ली जाएगी. जूनियर डाक्टर्स एकत्र होकर डीन आफिस के सामने प्रदर्शन करते देखे गए है.
बताया जाता है यह वक्त ऐसा है जब मरीजों को सबसे ज्यादा डाक्टरों की जरुरत है ताकि उनका बेहतर उपचार हो सके, इस बीच मेडिकल अस्पताल के जूनियर डाक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर काम बंद कर दिया, जूडा का कहना है कि हमने अपनी मांगों को लेकर अप्रेल में भी प्रदर्शन किया था, तब चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने जल्द ही मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है, जिसके चलते उन्हे ऐसे वक्त में काम बंद करना पड़ रहा है.
जूनियर डाक्टरों द्वारा आपदा के समय पर अपनी मांगों को लेकर काम बंद करने का निर्णय मेडिकल अस्पताल प्रबंधन को रास नहीं आया है, उन्होने जूडा को लेकर नाराजगी जाहिर की है. इस मामले में डीन प्रदीप कसार का कहना है कि ऐसे वक्त में जूडा ने काम न करने का निर्णय लिया है तो उन्होने सीनियर डाक्टरों को इमरजेंसी सेवाओं में लगने के लिए कहा है, इसके अलावा भी अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जा रही है. मरीजों के बेहतर उपचार के लिए हम संकल्पित है, मरीजों के उपचार में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कटनी के सब-इंस्पेक्टर की कोरोना संक्रमण से जबलपुर के निजी अस्पताल में मौत
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